रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के पाकिस्तान के इतिहास-भूगोल बदलने वाले बयान के बाद थल सेनाध्यक्ष ने दी है आतंकिस्तान को चेतावनी. पाकिस्तान के बेहद करीब बॉर्डर अनूपगढ़, जो बहावलपुर के बेहद करीब है, वहां से आर्मी चीफ जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने कहा है कि इस बार भारतीय सेना कोई संयम नहीं बरतने वाली. ऑपरेशन सिंदूर पार्ट 2 की ओर इशारा करते हुए जनरल द्विवेदी ने कहा है कि अगर पाकिस्तान ने आतंकवाद पर रोक नहीं लगाई तो भारतीय सेना नहीं रुकने वाली है.
नक्शे पर जगह बचानी है, तो आतंकवाद बंद करे पाकिस्तान: आर्मी चीफ
ऑपरेशन सिंदूर के बाद आए दिन ऐसी खुफिया जानकारी सामने आ रही है कि पाकिस्तानी सेना और आईएसआई की मदद से आतंकी एक बार फिर खड़ा होने की कोशिश कर रहे हैं. जैश और लश्कर के आतंकी टूटे हेडक्वार्टर को आतंकियों को ट्रेनिंग देने और फिदायीन आतंकी को बनाने के लिए खड़ा कर रहे हैं.
ऐसे में शुक्रवार को थलसेना प्रमुख ने राजस्थान के उन फॉरवर्ड लोकेशन का दौरा किया, जो पाकिस्तान के बहावलपुर इलाके के ठीक सामने हैं. बहावलपुर में आतंकी संगठन जैश ए मोहम्मद का हेडक्वार्टर है. 6-7 मई को ऑपरेशन सिंदूर के दौरान, भारतीय वायुसेना ने हवाई हमले में जैश ए मोहम्मद के मुख्यालय को तबाह कर दिया था.
आर्मी चीफ ने अपने संबोधन में कहा, “ पाकिस्तान,आतंकवाद का समर्थन बंद कर दे नहीं तो अपनी भौगोलिक उपस्थिति गंवा देगा. अगर पाकिस्तान को नक्शे पर अपनी जगह बनाए रखनी है, तो उसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद (स्टेट स्पॉन्सर टेररिज्म)बंद करना होगा.”
जल्द ही मिलेगा मौका, ऑल द बेस्ट: आर्मी चीफ
आर्मी चीफ ने जवानों में जोश भरते हुए कहा, “पाकिस्तान नहीं सुधरा तो जल्द ही उन्हें सबक सिखाने का मौका मिलेगा. जनरल उपेंद्र द्विवेदी ने सैनिकों को पूरी तरह से तैयार रहने को कहा है. जनरल द्विवेदी बोले, अगर भगवान की इच्छा होगी, तो जल्द ही आप लोगों को ये अवसर मिलेगा, ऑल द बेस्ट.”
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान को दी थी इतिहास भूगोल मिटाने की चेतावनी
आर्मी चीफ के बयान से एक दिन पहले यानी गुरूवार को विजयदशमी के मौके पर गुजरात के सर क्रीक इलाके में सैनिकों के साथ शस्त्र-पूजा के दौरान राजनाथ सिंह ने भी पाकिस्तान का इतिहास-भूगोल बिगाड़ने की चेतावनी दी थी.
राजनाथ सिंह ने कहा था कि “सर क्रीक इलाके को पाकिस्तान ने बंटवारे (1947) के बाद से विवादित बना रखा है. साथ ही पाकिस्तान ने सर क्रीक इलाके के दूसरी तरफ अपने इलाके में मिलिट्री इंफ्रास्ट्रक्चर खड़ा कर लिया है.”
ऐसे में राजनाथ सिंह ने कहा था कि “अगर पाकिस्तान ने इस इलाके में कोई मिस-एडवेंचर (नापाक कोशिश) किया तो ये नहीं भूलना चाहिए कि कराची का एक रास्ता सर क्रीक से होकर गुजरता है.”
राजनाथ सिंह ने 1965 के जंग की याद दिलाते हुए कहा कि “जिस तरह उस वक्त भारत की सेना लाहौर तक पहुंच गई थी, अब की बार कराची दूर नहीं है.”