तेज धमाकों से दहल उठी है अफगानिस्तान की राजधानी काबुल. तालिबान के कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी नई दिल्ली में मौजूद हैं, इस बीच पाकिस्तान एयरफोर्स (पीएएफ) ने काबुल में एयर स्ट्राइक की है. कहा जा रहा है कि अमेरिका के निर्देश के बाद पाकिस्तान ने काबुल स्थित तहरीक ए तालिबान पाकिस्तान (टीटीपी) के नेता नूर वली महसूद को निशाना बनाकर स्ट्राइक की. पाकिस्तान ने टीटीपी चीफ की लैंडक्रूजर गाड़ी और गेस्टहाउस को टारगेट किया.
दावा किया जा रहा है कि पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक में महिला बच्चों समेत 16 लोगों की मौत हुई है, लेकिन कतर में तालिबान के राजदूत मुहम्मद सुहैल शाहीन ने बयान जारी कर कहा, ‘काबुल में दो धमाकों की आवाज सुनी गई, लेकिन अभी तक किसी के हताहत होने की खबर नहीं है.
पाकिस्तान एयरफोर्स के टारगेट पर टीटीपी चीफ, काबुल में एयरस्ट्राइक
अफगानिस्तान और पाकिस्तान के बीच बढ़ती जा रही है तल्खी. एक बार फिर से पाकिस्तानी वायुसेना ने राजधानी काबुल में एयरस्ट्राइक की है. बताया जा रहा है कि अमेरिका की शह मिलने के बाद आतंकवाद को पालने पोसने वाला पाकिस्तान आतंकवाद के नाम पर अफगानिस्तान में महिलाओं और बच्चों पर एयरस्ट्राइक करने लगा है.
बताया जा रहा है कि काबुल में उस वक्त हड़कंप मच गया जब राजधानी के अब्दुल हक स्क्वायर के पास बम गिराए गए. पाकिस्तान के लड़ाकू विमानों ने शहर के अंदर तहरीक-ए-तालिबान पाकिस्तान के ठिकानों को निशाना बनाकर हमला किया.
गौर करने की बात ये है कि ये अटैक पाकिस्तान ने ऐसे वक्त में किया है, जब तालिबान सरकार का पावरफुल शख्स यानि कार्यवाहक विदेश मंत्री आमिर खान मुत्ताकी भारत के दौरे पर हैं.
टीटीपी के सरगना को मारने का दावा, तालिबान ने फर्जी बताया
पाकिस्तानी मीडिया ने दावा किया कि हमले में टीटीपी प्रमुख नूर वली महमूद मारा गया है. लेकिन अटैक के बाद नूर वली महसूद का एक ऑडियो सामने आया जिसमें उसने खुद के जिंदा होने की बात कही और पाकिस्तान पर ‘फर्जी प्रचार’ करने का आरोप लगाया. ऑडियो में नूर वली ने कहा कि वह काबुल में नहीं बल्कि अपने कबायली इलाके में हैं और उन्हें मारे जाने की अफवाहें झूठी हैं.
तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने क्या कहा?
तालिबान सरकार के प्रवक्ता ने जबीबुल्लाह मुजाहिद ने काबुल में धमाके की पुष्टि की है लेकिन नूर वली के बारे में कोई प्रतिक्रिया नहीं दी. मुजाहिद ने एक्स पर लिखा, “काबुल शहर में एक विस्फोट की आवाज सुनी गई, हालांकि, किसी को चिंता करने की जरूरत नहीं है, सब ठीक है, घटना की जाँच चल रही है, अभी तक किसी भी नुकसान की कोई रिपोर्ट नहीं मिली है.”
तालिबानी मंत्री का भारत दौरा पाकिस्तान-अमेरिका को अखर रहा
भारत-अफगानिस्तान के रिश्ते मजबूत होना पाकिस्तान के साथ-साथ अमेरिका को भी रास नहीं आ रहा है. आमिर खान मुत्ताकी के नई दिल्ली दौरे पर है. अगस्त 2021 में तालिबान के अफगानिस्तान में सत्ता में आने के बाद यह पहली बार है, जब काबुल से कोई मंत्री-स्तरीय प्रतिनिधि नई दिल्ली का दौरा कर रहा है.
गुरुवार को ही पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने बयान जारी किया था. ख्वाजा ने अफगान जनता के खिलाफ बयान देते हुए कहा था कि चाहे अतीत हो, वर्तमान हो या भविष्य, अफगानी हमेशा से भारत के प्रति वफादार रहे हैं और पाकिस्तान के खिलाफ रहते हैं. आगे भी यही रहेगा. अफगानी भारत का साथ देंगे.
अमेरिका के भारत-अफगानिस्तान के नजदीकी पसंद न करने का कारण है बगराम एयरबेस. जहां अमेरिकी सेना दोबारा से आधिपत्य हासिल करना चाहती है, लेकिन भारत ने अपनी प्रतिबद्धता अफगानिस्तान साथ जताई है. इसी सप्ताह मॉस्को में हुई एक वैश्विक बैठक में भारत समेत 11 देशों ने अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के उस बयान का विरोध किया है, जिसमें उन्होंने कहा था कि अमेरिका दोबारा से बगराम एयरबेस अपने कब्जे में लेगा.
पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक पर पूर्व अमेरिकी राजदूत की चेतावनी
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका के पूर्व राजदूत जाल्मे खलीलजाद ने पाकिस्तानी एयरस्ट्राइक को खतरनाक कदम बताया है. शुक्रवार को खलीलजाद ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर लिखा, कि “पाकिस्तान और अफगानिस्तान के बीच सैन्य तनाव समाधान नहीं, बल्कि बातचीत ही एकमात्र रास्ता है. खलीलजाद ने कहा, दुरंड लाइन के दोनों ओर मौजूद आतंकियों के खिलाफ इस्लामाबाद और काबुल को मिलकर कार्रवाई करनी चाहिए, न कि एक-दूसरे पर हमले करके स्थिति को और बिगाड़ना चाहिए.”
खलीलजाद ने दावा किया कि “पाकिस्तान अफगानिस्तान और बलूच अलगाववादियों के खिलाफ आईएसआईएस का समर्थन कर रहा है, जबकि तालिबान टीटीपी (पाकिस्तानी तालिबान) को छूट दे रहा है. यह दोहरे मापदंड दोनों देशों को नुकसान पहुंचा सकते हैं.”
कौन है नूर अली महसूद, जिसके नाम पर पाकिस्तान ने की एयरस्ट्राइक
नूर वली, अमेरिका के कारण पाकिस्तान को अपना कट्टर दुश्मन मानता है. वहीं पाकिस्तान के मोस्ट वांटेड आतंकवादियों में गिना जाता है. नूर वली ने अपने पूर्ववर्ती मुल्ला फजलुल्लाह की मौत के बाद 2018 में टीटीपी की कमान संभाली थी. साल 2020 में नूर वली महसूद को अल कायदा से जुड़ी संस्थाओं की ओर से फंडिंग करने और आतंकी हमलों की प्लानिंग करने के कारण संयुक्त राष्ट्र ने वैश्विक आतंकवादी के तौर पर नॉमिनेट किया था.