By Nalini Tewari
भारत को न्यूक्लियर हमले की गीदड़भभकी देने वाले पाकिस्तान को सिपरी की रिपोर्ट ने दिया है झटका. स्टॉकहोम इंटरनेशनल पीस रिसर्च इंस्टीट्यूट (सिपरी) की रिपोर्ट में कहा गया है कि न्यूक्लियर हथियारों में पाकिस्तान पर भारी है हिंदुस्तान. क्योंकि भारत के पास पाकिस्तान के मुकाबले ज्यादा परमाणु हथियार हैं. भारत के पास पाकिस्तान के मुकाबले परमाणु हथियार ले जाने वाली मिसाइलें ज्यादा आधुनिक और ज्यादा संख्या में मौजूद हैं.
परमाणु क्षमताओं में पाकिस्तान पर भारी हिंदुस्तान: सिपरी
सिपरी की साल 2025 की रिपोर्ट में बताया गया है कि भारत के पास 180 परमाणु हथियार हैं, जबकि पाकिस्तान के पास 170 हैं. यह पहली बार है जब 15-20 वर्षों में भारत ने परमाणु हथियारों की संख्या में पाकिस्तान को पीछे छोड़ा है. पाकिस्तान के पास परमाणु हथियारों की संख्या बीते साल भी इतनी ही थी.
सिपरी ने कहा कि “भारत ने न सिर्फ अपने परमाणु जखीरे में इजाफा किया है बल्कि परमाणु हथियार ले जाने वाली नई पीढ़ी की आधुनिक मिसाइलें भी विकसित की हैं.भारत की नई कैनिस्टर मिसाइलों द्वारा परमाणु हथियार को ज्यादा सुरक्षा के साथ ले जाना संभव होगा. साथ ही निकट भविष्य में एक मिसाइल से ही कई परमाणु हथियार ले जाना भी संभव हो सकेगा.”
भारत-पाकिस्तान में न्यूक्लियर वॉर का खतरा, भारत का अग्नि बनाम शाहीन
सिपरी रिपोर्ट में बताया गया कि भारत की अग्नि-5 मिसाइल, जो 5,000 किलोमीटर की रेंज वाली है और मल्टिपल इंडिपेंडेंटली टारगेटेबल रीएंट्री व्हीकल (एमआईआरवी) से लैस होने की संभावना है, जिससे भारत रणनीतिक रूप से मजबूत हुआ है. यह तकनीक एक मिसाइल से कई लक्ष्यों को भेदने की क्षमता प्रदान करती है. अग्नि प्राइम का पिछले साल ही परीक्षण किया गया था और इसकी मारक क्षमता 1000 से लेकर 2000 किलोमीटर के बीच है.
वहीं पाकिस्तान 170 परमाणु हथियारों के साथ शाहीन-III (2,750 किमी रेंज) और बाबर क्रूज मिसाइल पर निर्भर है. सिपरी ने नोट किया कि पाकिस्तान अल्प-रेंज की टैक्टिकल परमाणु हथियारों पर ध्यान दे रहा है, जो युद्धक्षेत्र में उपयोग के लिए डिजाइन किए गए हैं. उसकी अस्पष्ट परमाणु नीति भारत की “नो फर्स्ट यूज़” नीति के विपरीत है, जो केवल जवाबी हमले की बात करती है.
सिपरी ने अपनी रिपोर्ट में आशंका जताई है कि “भारत और पाकिस्तान में संघर्ष छिड़ता है तो पारंपरिक युद्ध के परमाणु युद्ध में बदलने का गंभीर खतरा है. रिपोर्ट के अनुसार, अगर दोनों में से किसी देश के परमाणु हथियार ढांचे पर या किसी तीसरे देश की भ्रामक जानकारी और उकसावे के चलते दोनों देशों में परमाणु युद्ध का खतरा ज्यादा है.”
पाकिस्तान जुटा रहा न्यूक्लियर हथियार बनाने का संसाधन: सिपरी
सिपरी की रिपोर्ट में कहा गया है कि “पाकिस्तान न्यूक्लियर हथियारों में इजाफा करना चाहता है. रिपोर्ट में ये भी कहा गया है कि पाकिस्तान परमाणु हथियार बनाने के संसाधन जुटा रहा है और जल्द ही उसके परमाणु हथियारों के जखीरे में भी इजाफा देखने को मिलेगा.”
पाकिस्तान ने भारत पर दागी थी फतह-2, भारत ने किया था ध्वस्त
“ऑपरेशन सिंदूर” के तहत 7 मई 2025 को पाकिस्तान और पीओके में आतंकी ठिकानों पर हमले किए, ने परमाणु युद्ध की आशंका को बढ़ाया. पाकिस्तान ने फतह-II मिसाइल (400 किमी रेंज) दागी, जिसे भारत ने हरियाणा के सिरसा में रोक लिया. भारत ने ब्रह्मोस, स्कैल्प, और हैमर मिसाइलों से जवाबी हमले किए, जिससे पाकिस्तान को भारी नुकसान हुआ था.
तेजी से चीन बढ़ा रहा है परमाणु हथियार, कुछ साल में अमेरिका, रूस के करीब पहुंचेगा: सिपरी
चीन अपने परमाणु हथियारों के जखीरे को सबसे ज्यादा तेजी से बढ़ा रहा है. रिपोर्ट में अनुमान जताया गया कि “साल 2023 से अब तक चीन सालाना 100 परमाणु हथियार बना रहा है और अब तक करीब 350 नई इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें बना चुका है. इस दशक के अंत तक चीन, रूस और अमेरिका के बराबर इंटर कॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइलें बना चुका होगा, हालांकि चीन अभी भी रूस और अमेरिका के परमाणु हथियारों के मुकाबले अभी बहुत पीछे है. चीन अगले सात से आठ वर्षों में 1000 परमाणु हथियार बना सकता है.”