यूपी-हरियाणा-जम्मू-कश्मीर-दिल्ली में जहां धमाके की साजिश में जुटे व्हाइट कॉलर आतंकी नेटवर्क की धर पकड़ जारी है, वहीं पंजाब में पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई समर्थिक ग्रेनेड हमले के मॉड्यूल का भंडाफोड़ किया गया है.
लुधियाना कमिश्नरेट पुलिस ने विदेशी संचालकों के 10 गुर्गों को गिरफ्तार किया है. जिनके पास से ग्रेनेड की बरामदगी हुई है.
मलेशिया स्थित हैंडलर के माध्यम से आईएसआई के संपर्क में था ग्रेनेड गैंग
पंजाब के डीजीपी के मुताबिक, आरोपी मलेशिया स्थित तीन गुर्गों के माध्यम से पाकिस्तान में बैठे संचालकों के संपर्क में थे ताकि हथगोले को उठाने और उसकी डिलीवरी में कोऑर्डिनेशन किया जा सके.
खुलासा हुआ है कि इन लोगों की साजिश भीड़भाड़ वाले इलाके में ग्रेनेड अटैक करके पंजाब में अशांति फैलाने की थी.
10 आरोपियों से पूछताछ करके पूरे गैंग की कुंडली निकाली जा रही है. ये भी पता कर रही है पुलिस इनके टारगेट पर कौन-कौन से इलाके थे.
लुधियाना में एक सप्ताह पहले हैंड ग्रेनेड के साथ पकड़ा गया था दहशतगर्द
लुधियाना में कुछ दिनों पहले शिवपुरी चौक के पास हैंड ग्रेनेड के साथ कुलदीप सिंह नाम का एक शख्स पकड़ा गया था. उसने पूछताछ में चौंकाने वाला खुलासा किया था. कुलदीप ने एजेंसियों को बताया कि पाकिस्तान के आईएसआई एजेंट के संपर्क में था और उसके निर्देश पर लुधियाना में धमाके की साजिश रच रहा था.
पुलिस ने कुलदीप सिंह के अलावा मुक्तसर जेल में बंद दो अन्य आरोपितों पलविंदर सिंह और रमनीक सिंह उर्फ अमरीक को प्रोडक्शन वारंट पर लाकर गिरफ्तार किया था.
लुधियाना में रची गई थी साजिश, रास्ता भटकने से खुली पोल
पंजाब पुलिस को खुफिया जानकारी मिली थी कि, कुलदीप सिंह, परविंदर सिंह, रमनीक सिंह के अलावा यूपी के रहने वाले शेखर सिंह और अजय पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी के संपर्क में हैं. वह लुधियाना शहर में खुद या फिर किसी और के जरिए किसी भीड़भाड़ वाली जगह पर हैंड ग्रेनेड ब्लास्ट करके दहशत का माहौल पैदा कर सकते हैं.
इसी के बाद पंजाब पुलिस ने जाल बिछाया. कुलदीप और शेखर ग्रेनेड बैग में लेकर लुधियाना आए थे. अमृतसर से बस में हैंड ग्रेनेड लेकर लुधियाना पहुंचे थे और रास्ता भूलने पर हत्थे चढ़ गए.
आरोपियों ने पूछताछ में कबूल किया कि आईएसआई एजेंट के निर्देश पर लुधियाना में ग्रेनेड लाने की योजना बनाई थी.

