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बोलने से पहले जयशंकर का रुतबा देखिए राहुल

जिस विदेश मंत्री की पूरे दुनिया में तूती बोलती है, जिसकी कूटनीति की रूसी राष्ट्रपति पुतिन भी तारीफ करते हैं. इंडोनेशियाई पीएम सबसे सामने कहते ये नहीं थकते कि ‘आपको कौन नहीं जानता’, उस विदेश मंत्री एस जयशंकर को लेकर कांग्रेस सांसद और प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने संसद में की है अपमानजनक टिप्पणी.

जयशंकर ने भी थोड़ी ही देर में राहुल गांधी को आईना दिखा दिया. विदेश मंत्री ने राहुल गांधी के उस बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कांग्रेस सासंद ने लोक सभा में कहा था कि पीएम मोदी को ट्रंप ने न्योता नहीं भेजा तो जयशंकर निमंत्रण हासिल करने के लिए बार-बार अमेरिका जाना पड़ा था. विदेश मंत्री ने राहुल पर भारत की छवि खराब करने वाली टिप्पणी करने का आरोप लगाया और कहा कि “साल 2024 की अमेरिका की यात्रा के दौरान पीएम मोदी के निमंत्रण पर कोई चर्चा नहीं की गई थी.”

राहुल विदेशों में भारत का नुकसान पहुंचाते हैं: एस जयशंकर

विदेश मंत्री जयशंकर ने संसद में राहुल गांधी द्वारा की गई टिप्पणी पर निशाना साधा है. एस जयशंकर ने ‘एक्स’ पर लिखा, “विपक्ष के नेता राहुल गांधी ने दिसंबर 2024 में मेरी अमेरिका यात्रा के बारे में जानबूझकर झूठ बोला. मैं बाइडेन प्रशासन के विदेश सचिव और एनएसए से मिलने गया. साथ ही हमारे महावाणिज्य दूत की एक बैठक की अध्यक्षता करने के लिए भी गया. मेरे प्रवास के दौरान एनएसए-नामित होने वाले सदस्य ने मुझसे मुलाकात की. किसी भी स्तर पर प्रधानमंत्री के संबंध में किसी निमंत्रण पर चर्चा नहीं की गई.”  

पीएम के निमंत्रण पर भी एस जयशंकर ने कहा, “यह सामान्य ज्ञान है कि हमारे प्रधानमंत्री आमतौर पर ऐसे आयोजनों में शामिल नहीं होते हैं. वास्तव में भारत का प्रतिनिधित्व आम तौर पर विशेष दूतों द्वारा किया जाता है. राहुल गांधी के झूठ का उद्देश्य राजनीतिक हो सकता है, लेकिन वे विदेशों में देश को नुकसान पहुंचाते हैं.” (https://x.com/DrSJaishankar/status/1886368544226504960)

जयशंकर अमेरिका से कहते हैं, प्लीज हमारे पीएम को बुलाओ: राहुल

राहुल गांधी ने सोमवार को केंद्र सरकार पर गंभीर आरोप लगाए. राहुल गांधी ने तंज कसते हुए दावा किया कि “विदेश मंत्री एस जयशंकर को अमेरिका इसलिए भेजा गया ताकि वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के लिए पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के शपथ ग्रहण समारोह का निमंत्रण ला सकें.”

राहुल गांधी ने कहा “अगर भारत की उत्पादन प्रणाली मजबूत होती और हम आधुनिक तकनीकों पर काम कर रहे होते तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद प्रधानमंत्री को आमंत्रित करने के लिए आते. न कि हमें विदेश मंत्री को भेजना पड़ता. हमारी विदेश नीति को इस तकनीकी क्रांति को समझना होगा. अगर भारत इन क्षेत्रों में आगे बढ़ता है तो अमेरिकी राष्ट्रपति खुद आते और हमारे प्रधानमंत्री को आमंत्रित करते.”

राहुल गांधी की शर्मनाक टिप्पणी: किरेन रिजिजू

संसदीय कार्य मंत्री किरेन रिजिजू ने राहुल गांधी को लपेटे में ले लिया. रिज‍िजू ने इसे शर्मनाक बताते हुए कहा कि “विपक्ष के नेता ऐसा कैसे कह सकते हैं. विपक्ष के नेता इस तरह का गंभीर और तथ्यहीन बयान नहीं दे सकते. यह दो देशों के बीच संबंधों से जुड़ा है और वह हमारे देश के प्रधानमंत्री के निमंत्रण के बारे में एक अपुष्ट बयान दे रहे हैं.” 

हालांकि राहुल गांधी ने रिजिजू को जवाब देते हुए कहा, “मैं आपकी मानसिक शांति को भंग करने के लिए माफी चाहता हूं.”

जयशंकर को अग्रिम पंक्ति में बैठाकर अमेरिका ने दिया सम्मान

20 जनवरी को जब डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति पद का शपथ ग्रहण किया तो एक तस्वीर ने पूरी दुनिया का ध्यान अपनी ओर खींचा था. भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले पीएम मोदी के विशेष दूत बनकर अमेरिका पहुंचे विदेश मंत्री एस जयशंकर को सबसे आगे वाली पंक्ति में बैठाया गया था.

वाशिंगटन में एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में जब एस जयशंकर से ये पूछा गया कि ट्रंप ने सबसे आगे आपको जगह दी, तो विदेश मंत्री ने मुस्कुराते हुए कहा कि पीएम मोदी के विशेष दूत के साथ स्वाभाविक रूप से बहुत अच्छा व्यवहार किया जाता है. 

इस महीने अमेरिका जा सकते हैं पीएम मोदी, ट्रंप ने किया आमंत्रित

फरवरी में व्हाइट हाउस जा सकते हैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी. क्योंकि ‘प्रिय मित्र’ डोनाल्ड ट्रंप ने भेजा है पीएम मोदी को न्योता. अमेरिका के नए राष्ट्रपति ने खुद इस बात की पुष्टि की है. हाल ही में पीएम मोदी और डोनाल्ड ट्रंप के बीच फोन पर बात हुई थी. जिसके बाद डोनाल्ड ट्रंप ने बताया था कि “मेरी भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से लंबी बातचीत हुई. वह फरवरी में व्हाइट हाउस आ रहे हैं. भारत के साथ हमारे अच्छे संबंध हैं.”

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