ऑपरेशन सिंदूर के बाद पहली बार रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और अमेरिका समकक्ष पीट हेगसेथ का आमना-सामना हो सकता है. मौका है आसियान-प्लस देशों के रक्षा मंत्रियों के 12वें शिखर सम्मेलन का, जिसमें राजनाथ और हेगसेथ, दोनों हिस्सा ले रहे हैं.
आसियान प्लस देशों के रक्षा मंत्री जुटे मलेशिया में
आसियान प्लस देशों के रक्षा मंत्रियों की बैठक में हिस्सा लेने के लिए रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह गुरुवार को मलेशिया की राजधानी कुआलालंपुर पहुंच गए हैं. शनिवार (1 नवंबर) को राजनाथ सिंह खुद, एडीएमएम (आसियान डिफेंस मिनिस्टर्स मीटिंग)-प्लस के 15 वर्षों पर चिंतन और भविष्य की रूपरेखा विषय पर आयोजित मंच को संबोधित करेंगे.
खास बात ये है कि अमेरिकी रक्षा सचिव (मंत्री) पीट हेगसेथ भी एडीएमएम-प्लस में हिस्सा ले रहे हैं. हालांकि, ये साफ नहीं है कि राजनाथ सिंह और हेगसेथ के बीच कोई मुलाकात संभव है.
ऑपरेशन सिंदूर के बाद से ही भारत और अमेरिका के बीच संबंधों में खटास आ गई है. पाकिस्तान के साथ युद्धविराम को लेकर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बयान का भारत लगातार विरोध करता आ रहा है.
एडीएमएम-प्लस की ये 12वीं बैठक है, जो आसियान संगठन के किसी सदस्य देश में आयोजित की जा रही है. इसके साथ ही शुक्रवार को, मलेशिया की अध्यक्षता में आसियान-भारत रक्षा मंत्रियों की दूसरी अनौपचारिक बैठक भी आयोजित की गई है, जिसमें आसियान के सभी सदस्य देशों के रक्षा मंत्री भाग ले रहे हैं. इस बैठक का उद्देश्य आसियान देशों और भारत के बीच रक्षा एवं सुरक्षा सहयोग को और मजबूत करना तथा ‘एक्ट ईस्ट पॉलिसी’ को आगे बढ़ाना है.
तीन दिवसीय (30 अक्टूबर-1 नवंबर) यात्रा के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के एडीएमएम-प्लस देशों के अपने समकक्षों तथा मलेशिया के वरिष्ठ नेतृत्व के साथ द्विपक्षीय बैठकें करने की भी संभावना है.
आसियान प्लस संगठन में भारत, चीन, अमेरिका और रूस जैसे देश हैं सदस्य
एडीएमएम, आसियान (दक्षिण-पूर्व एशियाई राष्ट्र संघ) का सर्वोच्च रक्षा परामर्शदात्री और सहयोगात्मक संगठन है. एडीएमएम-प्लस, आसियान देशों (ब्रुनेई, कंबोडिया, इंडोनेशिया, लाओ पीडीआर, मलेशिया, म्यांमार, फिलीपींस, सिंगापुर, थाईलैंड, तिमोर-लेस्ते और वियतनाम) और इसके आठ संवाद साझेदारों (भारत, अमेरिका, चीन, रूस, जापान, दक्षिण कोरिया, ऑस्ट्रेलिया और न्यूजीलैंड) के लिए सुरक्षा और रक्षा सहयोग को मजबूत करने का एक अहम मंच है.
वर्ष 1992 में भारत, आसियान का वार्ता साझेदार बना और इसका पहला एडीएमएम-प्लस 12 अक्टूबर, 2010 को वियतनाम के हनोई में आयोजित किया गया था. 2017 से, एडीएमएम-प्लस का आयोजन आसियान और प्लस देशों के बीच रक्षा सहयोग को बढ़ावा देने के लिए प्रतिवर्ष किया जाता है.
एडीएमएम-प्लस के तहत, भारत 2024-2027 चक्र के लिए मलेशिया के साथ आतंकवाद निरोध पर विशेषज्ञ कार्य समूह का सह-अध्यक्ष है. आसियान-भारत समुद्री अभ्यास का दूसरा संस्करण भी 2026 में निर्धारित है.

