चीन पहुंचे रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने एससीओ के घोषणा पत्र पर हस्ताक्षर करने से मना कर दिया है. एससीओ के ड्राफ्ट में पाकिस्तान और चीन आतंकवाद के मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे थे.
राउंड टेबल पर राजनाथ सिंह के अलावा एससीओ के अन्य 9 देशों के रक्षा मंत्री भी थे, लेकिन जैसे ही ड्राफ्ट का पन्ना राजनाथ के पास आया, ड्राफ्ट पर आपत्ति जताते हुए सिग्नेचर से मना कर दिया.
संयुक्त घोषणा पत्र में आतंकवाद के मुद्दे को कमजोर करने की पाकिस्तान और चीन की चाल थी, ताकि उन पर उंगली न उठे. लेकिन राजनाथ सिंह ने साइन करने से मना करके पाकिस्तान और चीन की पोल खोल दी है.
बलूचिस्तान का जिक्र लेकिन पहलगाम पर बात नहीं, राजनाथ ने नहीं किए ज्वाइंट स्टेटमेंट पर हस्ताक्षर
एससीओ के मंच पर पाकिस्तान और चीन की चालाकी एक बार फिर सामने आई है. रक्षा मंत्रियों की बैठक के बाद ज्वाइंट स्टेटमेंट में बलूचिस्तान का जिक्र किया गया, लेकिन पहलगाम का दूर-दूर तक कोई बात नहीं की गई थी.
दरअसल एससीओ के ड्राफ्ट रेजोल्यूशन यानी मसौदा प्रस्ताव में पाकिस्तान आतंकवाद के मुद्दे पर बलूचिस्तान का जिक्र करना चाहता था. ताकि बलूचिस्तान को लेकर पाकिस्तान भारत को घेरने की कोशिश कर सके. पाकिस्तान की इस साजिश में चीन की भी शह थी. वहीं भारत की कोशिश थी कि ड्राफ्ट में पहलगाम नरसंहार का जिक्र किया जाए, जहां धर्म के आधार पर आतंकियों ने 26 निर्दोष पर्यटकों की हत्या की थी. लेकिन पाकिस्तान को पहलगाम के जिक्र पर आपत्ति थी.
ड्राफ्ट में पाकिस्तान और चीन आतंकवाद के मुद्दे से ध्यान हटाने की कोशिश कर रहे थे, ताकि उन्हें कटघरे में खड़ा न होना पड़े. लेकिन रक्षा मंत्री ने ड्राफ्ट पर हस्ताक्षर करने से साफ मना कर दिया.
सिग्नेचर के लिए हाथ में था पेन, लेकिन राजनाथ ने हाथ से छोड़ा पेन , कैमरे में कैद
भारत की ओर से राजनाथ सिंह का साफ कहना है कि ज्वाइंट स्टेटमेंट आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत स्टैंड को नहीं दिखाता है. ये ड्राफ्ट आतंकवाद पर भारत के रुख को कमजोर कर सकता था. पाकिस्तान के सदाबहार दोस्त चीन को भी शर्म नहीं आई की जिस पहलगाम नरसंहार को लेकर पूरी दुनिया भारत के साथ खड़ी है, ड्राफ्ट में पहलगाम का जिक्र नहीं है, बल्कि डॉक्यूमेंट में बलूचिस्तान का उल्लेख किया गया है.
ड्राफ्ट जैसे ही राजनाथ सिंह के पास आए, उन्होंने सिग्नेचर करने से साफ इनकार कर दिया और ड्राफ्ट पर ही हाथों से पेन छोड़ दिया, जिसका वीडियो भी आया है.
आतंकवाद पर दोहरा मापदंड अपनाना गलत:राजनाथ सिंह
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने पाकिस्तान पर निशाना साधते हुए कहा, “आतंकवाद के दोषियों, वित्तपोषकों और प्रायोजकों को जवाबदेह ठहराया जाना चाहिए और इससे निपटने में दोहरा मापदंड नहीं अपनाया जाना चाहिए. शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) के संबोधन में रक्षा मंत्री बोले, कुछ देश आतंकवादियों को पनाह देने के लिए सीमा पार आतंकवाद का इस्तेमाल “नीतिगत साधन” के रूप में कर रहे हैं. एससीओ को इस खतरे से निपटने में दोहरे मानदंड अपनाने वाले देशों की आलोचना करने में संकोच नहीं करना चाहिए.”
एससीओ के रक्षा मंत्रियों के सम्मेलन में शामिल होने के लिए राजनाथ सिंह कल बुधवार को चीन के बंदरगाह शहर किंगदाओ पहुंचे थे. शंघाई सहयोग संगठन में भारत और चीन के अलावा पाकिस्तान, ईरान, कजाकिस्तान, किर्गिस्तान, रूस, ताजिकिस्तान और उज्बेकिस्तान जैसे एशियाई देश शामिल हैं.