July 5, 2024
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बेंगलुरु धमाके के तार टी नसीर से जुड़े ?

बेंगलुरु के मशहूर रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके की जांच के दौरान हुआ है सनसनीखेज खुलासा. जेल से आतंक के खेल का खुलासा. जेल से युवाओं के ब्रेनवॉश करने का खुलासा. जेल के अंदर से आतंकियों की भर्ती का खुलासा. रामेश्वरम कैफे के धमाके के जेल से जुड़े तार के बाद जांच में जुटी एनआईए ने ताबड़तोड़ एक्शन लिया है. एनआईए ने धमाके का चार्ज लेते ही 7 राज्यों में की है छापेमारी. तमिलनाडु, केरल, कर्नाटक समेत 7 राज्यों के 17 ठिकानों पर एनआईए ने रेड की है.

जेल के अंदर तैयार हो रही थी आतंकी फौज ?
एनआईए की टीम ने बेंगलुरु के आरटी नगर में टी नसीर के घर पर छापा मारा. टी नसीर लश्कर ए तैयबा का खूंखार आतंकी है और बेंगलुरु जेल में उम्रकैद की सजा काट रहा है. साल 2013 से ही टी नसीर जेल में कैद है. जांच एजेंसियों को शक है कि टी नसीर ही वो आतंकी है जिसने कैफे ब्लास्ट के लिए आतंकवादियों को उकसाया था. क्योंकि जेल में टी नसीर के युवाओं का ब्रेनवॉश करने से जांच एजेंसियां वाकिफ हैं. टी नसीर को वर्ष 2008 में हुए बैंगलुरु सीरियल ब्लास्ट के आरोप में गिरफ्तार किया गया था. रामेश्वरम कैफे में धमाके के बाद सबसे पहले टीएफए ने टी नासिर की करतूतों का खुलासा किया था (बेंगलुरु ब्लास्ट: कौन था रवा इडली वाला संदिग्ध).

जेल में आतंकी बनाए जाने का खुलासा उस वक्त हुआ जब जुलाई 2023 में पुलिस ने 5 लोगों से 4 वॉकी-टॉकी के साथ 7 पिस्तौल, 4 हैंड ग्रेनेड, एक मैगजीन और 45 लाइव राउंड सहित हथियार और गोला-बारूद जब्त किए थे. पूछताछ में पता चला कि साल 2017 में सारे आरोपी बेंगलुरु की जेल में थे. जेल में लश्कर आतंकी टी नसीर के संपर्क में आए थे. नसीर सभी को आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा में भर्ती करना चाहता था. नसीर ने सभी को अपने बैरक में शिफ्ट करवाया और फिर ब्रेनवॉश किया. इस मामले में एनआईए ने 25 अक्टूबर 2023 को जांच संभाली और 13 दिसंबर 2023 को मामले में छापेमारी की, जिसमें संदिग्धों से पूछताछ की गई. 

इसी साल 12 जनवरी को एनआईए ने 8 के खिलाफ चार्जशीट दाखिल की थी, जिनमें नसीर और दो भगोड़े आतंकी जुनैद अहमद उर्फ जेडी और सलमान शामिल हैं. जांच एजेंसियों का मनाना है जेडी और सलमान विदेश में छिपे बैठे हो सकते हैं. जेडी और सलमान भी जेल में ही नसीर के संपर्क में आए थे, सलमान पॉक्सो एक्ट में जेल में बंद था. एनआईए के मुताबिक, जेडी और सलमान को सबसे पहले नसीर ने कट्टरपंथी बनाया और लश्कर में भर्ती किया. बाद में और आरोपियों को कट्टरपंथी बनाने और भर्ती करने की साजिश रची. जुनैद उर्फ जेडी जेल से बाहर निकलने के बाद विदेश भाग गया और जेल के अंदर और बाहर लश्कर की गतिविधियों को बढ़ाने के लिए विदेश से धन भेजना शुरू कर दिया.

नसीर को फरार करने की थी साजिश
एनआईए की जांच में पता चला कि जुनैद उर्फ जेडी ने फिदायीन अटैक और अदालत के रास्ते टी नसीर को फरार कराने की साजिश रची थी. सलमान के साथ मिलकर हथियार, गोला-बारूद, हथगोले और वॉकी-टॉकी पहुंचाने की तैयारी थी. जुनैद ने आतंकियों को हमले के लिए पुलिस कैब को चुराने का निर्देश दिया. साथ ही सरकारी बसों में आगजनी करके हिंसा का भी प्लान था. पर आतंकी कामयाब हो पाते तबतक पुलिस ने सभी आतंकियों को वॉकी-टॉकी, पिस्तौल, हैंड ग्रेनेड, मैगजीन और 45 लाइव राउंड के साथ गिरफ्तार कर लिया.

बेंगलुरु के रामेश्वरम कैफे में हुए धमाके के तार टी नसीर से जुड़े हैं या नहीं, जांच के बाद पता चलेगा. पर जेल में चल रहे आतंकी के खेल के खुलासे ने जांच एजेंसियों के होश उड़ा दिए हैं. जेल प्रशासन पर भी सवाल खड़े हुए हैं कि नसीर इतनी बड़ी साजिश रचता रहा, प्रशासन को शक तक नहीं हुआ.

एनआईए के सामने चुनौती स्लीपर सेल के उन आतंकियों का पर्दाफाश करने की है जो छिपे हुए हैं. अबतक उस नकाबपोश शख्स का भी सुराग नहीं लगा है जो रामेश्वरम कैफे में बम रखकर फरार हो गया था.

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