रूस की परमाणु नीति बदलने के बाद यूक्रेन ने एक बड़ा आरोप लगाया है. आरोप ये कि रूस ने यूक्रेन के दनीप्रो में आईसीबीएम मिसाइल से हमला किया है. हालांकि, रूस की तरफ से इस अटैक पर कोई प्रतिक्रिया नहीं आई है लेकिन अगर सच है तो ये मिलिट्री हिस्ट्री का पहला मामला होगा जब किसी जंग में इंटरकॉन्टिनेंटल बैलिस्टिक मिसाइल (आईसीबीएम) का इस्तेमाल किया होगा.
क्रेमलिन (रूसी राष्ट्रपति के ऑफिस) के प्रेस सेक्रेटरी दिमित्री पेसकोव ने आईसीबीएम मिसाइल के हमले को लेकर रूसी रक्षा मंत्रालय से सवाल पूछने का आग्रह किया है. मंगलवार को ही रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने अपनी परमाणु नीति में बदलाव किया था.
रूस की नई न्यूक्लियर डॉक्ट्रिन में कहा गया है कि अगर कोई गैर-परमाणु देश किसी परमाणु संपन्न देश की मदद से रशिया पर हमला करता है तो इसे साझा हमला करार दिया जाएगा. रूस ने अपनी सेना को इस नई नीति के तहत डब्लूएमडी यानी वेपंस ऑफ मास डिस्ट्रक्शन के इस्तेमाल की भी खुली छूट दी है.
रूस ने नई नीति की घोषणा करते हुए साफ कहा था कि अब रशियन फोर्सेज को नाटो के सैन्य ठिकानों पर हमला करने के खुली छूट है.
गुरूवार सुबह 5.17 मिनट (यूक्रेन समय के अनुसार) पर दनीप्रो में जो रूसी हमले हुए हैं वो इसी नीति में आए बदलाव का नतीजा है.
हालांकि, यूक्रेन वायुसेना ने रूस के आईसीबीएम हमले में नुकसान का खुलासा नहीं किया है लेकिन माना जा रहा है कि नाटो के मिलिट्री फैसिलिटी को निशाना बनाया गया है. सुबह के वक्त, एक के बाद एक छह मिसाइल हमलों से पूरा दनीप्रो क्षेत्र दहल गया. यूक्रेनी मीडिया के मुताबिक, इन हमलों में दो नागरिकों के घायल होने की खबर है. (https://x.com/FinalAssault23/status/1859533848658301174)
अभी तक ये भी साफ नहीं है कि रूस ने अपनी किसी आईसीबीएम का इस्तेमाल किया है. कयास लगाए जा रहे हैं कि ये आरएस-26 रूबहेज़ थी और ये पारंपरिक वारहेड से लैस थी (https://x.com/FinalAssault23/status/1859563780407021584)
दरअसल, इसी हफ्ते अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेन को लंबी दूरी की अटकैम्स मिसाइल को इस्तेमाल करने की इजाजत दी थी. मंगलवार को यूक्रेन ने इन अटकैम्स मिसाइल का इस्तेमाल रूस के ब्रायेंस्क प्रांत में एक सैन्य ठिकानों पर हमला करने के लिए किया था. इस हमले के बाद ही पुतिन का गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंच गया था और परमाणु नीति में बदलाव किया था. (पुतिन ने बदली परमाणु नीति, तीसरे विश्वयुद्ध की घड़ी आई)
खबर ये भी है कि अमेरिका ने यूक्रेन को इंग्लैंड की दी हुई स्टॉर्म-शैडो मिसाइल के भी इस्तेमाल की खुली छूट दे दी है.
इसी महीने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप को जीत मिली है. बाइडेन महज 20 जनवरी तक अमेरिका के राष्ट्रपति पद को संभाले हुए हैं. लेकिन ऐसा लगता है कि बाइडेन ने अगले दो महीने में ट्रंप के लिए बड़ी मुश्किलें छोड़कर जाने का फैसला कर लिया है. क्योंकि चुनाव जीतने के बाद ट्रंप ने साफ कहा था कि राष्ट्रपति के पद पर बैठने के महज 24 घंटों में रूस-यूक्रेन जंग को रुकवा देंगे.
इस बीच सोशल मीडिया पर रूस के विदेश मंत्रालय की प्रवक्ता मारिया ज़खारोवा की मीडिया ब्रीफिंग का एक वीडियो सामने आया है. इस वीडियो में जखारोवा को ब्रीफिंग के बीच में एक फोन आता है. रूसी भाषा में मोबाइल फोन पर दूसरी तरफ से ‘बैलिस्टिक मिसाइल’ के बारे में कोई जानकारी ना देने का निर्देश दिया जा रहा है. लेकिन जखारोवा माइक ऑफ करना भूल गई थी. ऐसे में बातचीत का ऑडियो लीक हो गया. माना जा रहा है कि ये फोन क्रेमलिन से आया था. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1859559813312622772)