अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के कागज़ी शेर वाले बयान पर रुस ने किया है पलटवार. क्रेमलिन ने डोनाल्ड ट्रंप को बिजनेसमैन बताते हुए कहा है कि रूस बाघ नहीं भालू है और कागज़ी भालू कुछ होता नहीं है.
रूसी राष्ट्रपति के दफ्तर ने कहा, हमारा सैन्य अभियान हम अपने देश के वर्तमान और भविष्य, दोनों के लिए कर रहे हैं, यह आने वाली कई पीढ़ियों के लिए है, हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.”
ट्रंप एक व्यापारी, दुनिया को महंगा तेल खरीदने पर मजबूर कर रहे: रूस
क्रेमलिन के प्रवक्ता दिमित्री पेसकोव ने अमेरिकी राष्ट्रपति के ताजा बयान को खारिज करते हुए कहा, “ट्रंप एक व्यवसायी हैं और वो दुनिया को अमेरिकी तेल और गैस ऊंची कीमतों पर खरीदने के लिए मजबूर करने की कोशिश कर रहे हैं.”
दिमित्री पेसकोव ने कहा कि “वाशिंगटन के हालिया प्रयासों के बावजूद, सुलह के प्रयासों से लगभग शून्य परिणाम प्राप्त हुए हैं. बातचीत का यह रास्ता सुस्त है, बहुत सुस्त, इसकी प्रभावशीलता लगभग शून्य है.”
रूस शेर नहीं, भालू है और कागज़ी भालू कुछ होता नहीं: दिमित्री
क्रेमलिन ने ट्रंप द्वारा रूस को ‘कागजी शेर’ बताए जाने पर पलटवार किया है. दिमित्री ने कहा, रूस एक भालू है, शेर नहीं, और “कागजी भालू जैसी कोई चीज नहीं होती.”
दिमित्री बोले, रूस की अर्थव्यवस्था स्थिर है, हालांकि उसे विकास संबंधी कुछ चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है. रूस अपनी व्यापक आर्थिक स्थिरता बनाए हुए है. हां, विभिन्न क्षेत्रों में समस्याओं का सामना भी करना पड़ रहा है.
सैन्य अभियान के अलावा हमारे पास विकल्प नहीं: दिमित्री
दिमित्री ने कहा, “हम (रूस )अपने हितों को सुनिश्चित करने और राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन द्वारा निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने के लिए अपना विशेष सैन्य अभियान जारी रख रहे हैं. हम अपने देश के वर्तमान और भविष्य, दोनों के लिए कर रहे हैं, यह आने वाली कई पीढ़ियों के लिए है, इसलिए हमारे पास कोई विकल्प नहीं है.”
ट्रंप ने जेलेंस्की से मीटिंग के बाद रूस को बताया था कागजी शेर
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर न्यूयॉर्क में मंगलवार को रूस-यूक्रेन युद्ध को लेकर एक बड़ा बयान दिया. ट्रंप ने कहा कि यूक्रेन अपने उन सभी इलाकों को वापस हासिल कर सकता है, जो रूस ने 2014 से अब तक कब्जे में लिए हैं.
ट्रंप ने जेलेंस्की के साथ द्विपक्षीय बैठक की. बैठक के बाद ट्रंप ने लिखा, “यूरोपीय संघ और नाटो की मदद से यूक्रेन अपने मूल स्वरूप में वापस लौट सकता है. रूस के युद्ध प्रयासों ने उसकी ताकत की बजाय कमजोरियों को उजागर किया है.”
ट्रंप ने कहा, “रूस साढ़े 3 साल से बिना किसी उद्देश्य के लड़ रहा है. एक ऐसा युद्ध जिसे जीतने में एक वास्तविक सैन्य शक्ति को एक हफ्ते से भी कम समय लगना चाहिए था. यह रूस को अलग नहीं बना रहा है. सच्चाई ये है कि यह रूस को कागजी शेर (पेपर टाइगर) जैसा बना रहा है.”