अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने भले ही एक बार फिर रूस के खिलाफ लंबी दूरी की मिसाइल इस्तेमाल से इंकार कर दिया हो लेकिन यूक्रेन के ड्रोन रशिया के सैन्य ठिकानों को बड़ा नुकसान पहुंचाने में जुटे हैं. जानकारी के मुताबिक, पिछले हफ्ते रूस के टेवर में जिस गोला-बारूद के स्टोर (डिपो) को ड्रोन से नुकसान पहुंचाया था उसमें करीब साढ़े सात (7.50) लाख गोले जलकर बर्बाद हो गए हैं. माना जा रहा है कि अटैक के बाद आयुध स्टोर में लगी आग में करीब 30 हजार गोला-बारूद जलकर स्वाह हो गया है.
पूर्वी यूरोप के देश एस्टोनिया के इंटेलिजेंस अधिकारियों के मुताबिक, टेवर के टोरोपेट्स स्टोर में लगी आग में रूस का 2-3 महीने को गोला-बारूद स्वाह हो गया है. रूस ने हालांकि, आधिकारिक तौर से इस अटैक और इतनी बड़ी आग के बारे में कोई जानकारी सार्वजनिक नहीं की है.
पिछले बुधवार (18 सितंबर) को यूक्रेन के एक ड्रोन अटैक के बाद टोरोपेट्स के एम्युनिशन डिपो में जबरदस्त आग लग गई थी. कई किलोमीटर दूर तक इस आगे की लपटें दिखाई पड़ी थी. माना जा रहा है कि इस डिपो में रूस की इसकंदर मिसाइल के साथ-साथ एरियल बम और दूसरा गोला-बारूद स्टोर किया जाता था. हमले के बाद स्थानीय लोगों को कम तीव्रता का भूकंप तक महसूस किया गया था. कई दिन तक ये स्टोर किसी ज्वालामुखी की तरह धधकता रहा था. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1836399796266897878)
टेरोपेट्स डिपो की यूक्रेन बॉर्डर से दूरी करीब 500 किलोमीटर है. जबकि रूस की राजधानी मॉस्को से दूरी करीब 400 किलोमीटर है. ये कोई पहली घटना नहीं है जब यूक्रेन ने रूस के किसी एम्युनिशन डिपो या फिर बेस को इतनी दूरी पर निशाना बनाया है. हाल ही में यूक्रेन के एक ड्रोन ने बॉर्डर से करीब डेढ़ हजार किलोमीटर दूर एक ड्रोन फैक्ट्री को निशाना बनाया था. यहां तक की रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के ऊरल पर्वतों में एक सीक्रेट घर को निशाना बनाया था.
पिछले ढाई साल में यानी जब से यूक्रेन जंग शुरू हुई है तब से ये पहला बार था कि किसी इतने बड़े आयुध डिपो को नुकसान पहुंचाया गया है. युद्ध के शुरूआती हफ्तों में मारियूपोल के एक थिएटर पर हुए एरियल अटैक में करीब 300 लोगों की जान चली गई थी.
लेकिन रूस ने आरोप लगाया था कि यूक्रेनी सेना, थिएटर के बेसमेंट को गोला-बारूद के स्टोर के तौर पर इस्तेमाल करती थी. बेसमेंट में हुए विस्फोट में पूरा थिएटर जमींदोज हो गया था और बैरक की तरह इस्तेमाल कर रहे यूक्रेनी सैनिक बड़ी संख्या में हताहत हुए थे. बाद में रूसी सेना ने मारियूपोल को अपने कब्जा में कर लिया था.
रूस के कुर्स्क में करीब 1300 वर्ग किलोमीटर इलाके को कब्जा करने के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की, अमेरिका राष्ट्रपति बाइडेन से लंबी दूरी की मिसाइलों को रूस के अंदरूनी इलाकों में हमले की इजाजत मांग कर रहे हैं.
पुतिन की चेतावनी के बाद बाइडेन ने जेलेंस्की की मांग को पूरा नहीं किया है. पुतिन ने साफ कर दिया है कि अगर रूस के खिलाफ नाटो देशों की कोई मिसाइल इस्तेमाल हुई तो युद्ध सीधा नाटो देशों से शुरु हो जाएगा.
रविवार को भी जब पत्रकारों ने बाइडेन से लंबी दूरी की मिसाइलों के इस्तेमाल पर सवाल किया तो, अमेरिकी राष्ट्रपति ने नहीं कहकर जवाब दिया.
इसी हफ्ते जेलेंस्की अमेरिका की यात्रा पर जा रहे हैं और बाइडेन सहित कमला हैरिस से मुलाकात कर अपना खास विक्ट्री प्लान साझा करेंगे.