रूस-यूक्रेन युद्ध न थमने से भड़के यूरोपीय यूनियन ने रूस पर लगाया है 19वां प्रतिबंध. यूरोपीय संघ के इस एक्शन पर रूस ने दी है चेतावनी. रूसी प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा है कि यूरोपीय संघ इस बात से अनजान है कि रूस विरोध की लड़ाई में वह खुद को अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अलग-थलग कर रहा है.
हाल ही में ब्रसेल्स में हुई ईयू की बैठक में रूस-यूक्रेन के युद्ध को रोकने के तरीकों पर बात की गई थी. इस बैठक में यूरोपीय संघ ने रूस पर नए प्रतिबंधों का ऐलान किया है, जिसमें साल 2026 तक यूरोपीय संघ के बाजारों तक रूस की एलएनजी की आपूर्ति को प्रतिबंधित कर दिया गया है. रूस की कंपनियों पर प्रतिबंध लगाया गया है और रूसी बैंकों पर भी बैन लगाया गया है.
इस बीच यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदिमीर जेलेंस्की ने अमेरिका से लंबी दूरी की मिसाइल की मांग करते हुए अपील की है वह रूस की दो तेल कंपनियों पर लगाए गए प्रतिबंधों को बढ़ाकर पूरे रूसी तेल क्षेत्र के लिए लागू करे.
मनगढ़ंत बहानों से ईयू ने भारत, चीन, बेलारूस समेत कई देशों की कंपनी पर लगाया बैन: रूस
रूस की प्रवक्ता मारिया जखारोवा ने कहा, “यूरोपीय संघ ने मनगढ़ंत बहानों के तहत चीन, बेलारूस, कजाखस्तान, किर्गिस्तान, ताजिकिस्तान, यूएई, भारत, थाईलैंड और उत्तर कोरिया के आर्थिक ऑपरेटर्स पर भी विभिन्न प्रकार के प्रतिबंध लगाए हैं. ईयू खुद को खास मानते हुए तीसरे देशों को ब्लैकमेल कर रहा है, लेकिन वैश्विक पुलिसमैन के तौर पर काम करने की यूरोपीय संघ की महत्वकांक्षा से दुनिया में यूरोपीय संघ की भूमिका पर जरूर असर पड़ेगा. रूस किसी भी गैर-कानूनी एकतरफा उपायों की कड़ी निंदा करता है.”
रूस पर अवैध और एकतरफा प्रतिबंध लगाए गए हैं: मारिया जखारोवा
मारिया जखारोवा ने रूस पर लगाए गए प्रतिबंध को लेकर ईयू पर जमकर भड़ास निकाली है. रूसी प्रवक्ता जखारोवा ने कहा, “यूरोपीय संघ परिषद ने हमारे देश पर अवैध और एकतरफा प्रतिबंधों के 19वें पैकेज को मंजूरी दी है.”
यूरोपीय संघ के विदेश मामलों और सुरक्षा नीति की प्रतिनिधि काजा कल्लास के बयान का जिक्र करते हुए जखारोवा ने कहा कि “यूरोपीय संघ रूस पर और प्रतिबंध लगाने के तैयारी शुरू कर चुका है. इससे साफ है कि ईयू को ही अपने द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों की प्रभावशीलता पर विश्वास नहीं है, लेकिन फिर भी वे लगे हुए हैं. यूरोपीय संघ एक ऐसे रास्ते पर है, जो और भी ज्यादा विनाशकारी होता जा रहा है.”
ब्रिटेन में हुई यूरोप के नेताओं की बड़ी बैठक, नाटो देश पुतिन पर भड़के
लंदन में ब्रिटेन के पीएम कीर स्टार्मर की अगुवाई में यूरोपीय नेताओं की एक बड़ी बैठक हुई है. इस बैठक में जेलेंस्की ने भी हिस्सा लिया. बताया गया है कि बैठक में 20 से ज्यादा नेता वीडियो लिंक से जुड़े थे.
ब्रिटेन के प्रधानमंत्री स्टार्मर ने कहा, “पुतिन ने एक बार फिर बातचीत का मौका ठुकरा दिया है और यूक्रेन की जमीन पर अव्यवहारिक मांगें रखी हैं. यह पूरी तरह अस्वीकार्य है.”
नाटो प्रमुख मार्क रुट ने कहा कि पुतिन “अब पैसे, सैनिकों और विचारों की कमी से जूझ रहे हैं.”
बुडापेस्ट में अब नहीं होगी ट्रंप-पुतिन की मुलाकात
हाल में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा था कि हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट में वो और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन दूसरे राउंड की मुलाकात करेंगे. अलास्का के बाद बुडापेस्ट में युद्ध समाप्ति को लेकर हुई प्रगति पर बात की जाएगी. लेकिन अब ट्रंप ने कहा है कि बुडापेस्ट में पुतिन संग बैठक नहीं की जाएगी. ट्रंप ने कहा है कि वह पुतिन से जल्द मुलाकात नहीं करेंगे क्योंकि वह समय की बर्बादी होगी.

