मध्यकालीन कैवेलरी की तर्ज पर रूसी सेना यूक्रेन पर आक्रमण करने के लिए मोटरसाइकिल का इस्तेमाल कर रही है. लैंड माइंस और ड्रोन अटैक से बचने के लिए मोटरसाइकिल पर सवार रूसी सैनिक रणभूमि में तेजी से मूवमेंट कर दुश्मन को चकमा देने में कामयाब रहते हैं और अचानक धावा बोल देते हैं.
रूस के रक्षा मंत्रालय ने ही नई मोटरसाइकिल कैवलरी के बारे में जानकारी दी है. मंत्रालय के मुताबिक, “पहले रूसी आर्टिलरी (तोप) या फिर मिसाइल पहले तो दुश्मन (यूक्रेन) को हमला कर स्तब्ध कर देते हैं और फिर जब दुश्मन तड़प रहा होता है तो मोटरसाइकिल ब्रिगेड जाकर उसे पूरी तरह कुचल डालती है.”
जानकारों की मानें तो रूसी सेना की बाइक-ब्रिगेड ‘बिहाइंड द एनिमी लाइन्स’ जाकर भी हमला करने में सक्षम है.
रूसी सैनिकों के जंग के मैदान में तेजी से बाइक पर दौड़ते विडियो भी सामने आए हैं. हालांकि, ये साफ नहीं है कि ये विडियो किस क्षेत्र के हैं (https://x.com/neeraj_rajput/status/1808020810680226304?s=46).
डोनबास से सटे यूक्रेन के इलाकों में जबरदस्त लैंड माइन्स यानी बारूदी सुरंग बिछी हुई हैं. ऐसे में टैंक, आर्मर्ड व्हीकल और मिलिट्री ट्रक की मूवमेंट रूकी हुई है. साथ ही यूक्रेन के लोएटरिंग म्यूनिशन (आत्मघाती ड्रोन) भी रूस के मैकेनाइज्ड कॉलम्स को आगे बढ़ने से रोक रहे हैं. आए दिन ऐसे वीडियो सामने आ रहे हैं जिसमें यूक्रेनी ड्रोन रूस के टैंक, इन्फैंट्री कॉम्बैट व्हीकल (आईसीवी) और मिलिट्री व्हीकल्स सहित पैदल सैनिकों को निशाना बना रहे हैं.
यही वजह है कि रूसी सैनिक मध्यकालीन युग की तरह बाइक पर सवार होकर युद्ध-भूमि में जाने को विवश हैं. ठीक वैसे ही जैसे सदियों पहले सेनाएं घोड़े (कैवेलरी) पर सवार होकर जंग के मैदान में जाती थी.
हालांकि, सोशल मीडिया पर कुछ ऐसी तस्वीरें भी सामने आई हैं जिनमें दावा किया गया है कि यूक्रेन सेना ने रूसी मोटरसाइकिल ब्रिगेड को जलाकर खाक कर दिया है.