यूक्रेन युद्ध की कवरेज के दौरान रुस के एक वॉर-कोरेस्पोंडेंट की ड्रोन अटैक में मौत हो गई. सेमयोन येरेमिन रुस के इजवेस्तिया मीडिया के लिए कार्यरत थे. रुस ने येरेमिन की मौत की जांच को लेकर यूक्रेन की भर्त्सना करने का आह्वान किया है. पिछले दो सालों में रुस-यूक्रेन वॉर जोन में डेढ़ दर्जन पत्रकार रिपोर्टिंग के दौरान अपनी जान गंवा चुके हैं और गंभीर रुप से घायल भी हुए हैं.
जानकारी के मुताबिक, वर्ष 2017 से येरेमिन इजवेस्तिया मीडिया से जुड़े हुए थे और यूक्रेन युद्ध होने के बाद से स्पेशल ऑपरेशन जोन (जंग के मैदान) से रिपोर्टिंग कर रहे थे. वे इस दौरान डोनबास के उन इलाकों से रिपोर्टिंग करते थे जो रुस ने यूक्रेन से छीन कर अपने अधिकार-क्षेत्र में ले लिए हैं.वे खासतौर से मारियूपोल, अजोवस्तल और मारियेन्का इलाकों में रुस की सेना के साथ रिपोर्टिंग करते थे.
रुस का आरोप है कि जैपोरेजिया क्षेत्र में रिपोर्टिंग के दौरान एक एफपीवी-ड्रोन के जरिए उनपर हमला किया गया. रुस ने येरेमिन की मौत को टारगेट-अटैक करार दिया है. रुस के विदेश मंत्रालय ने कहा कि येरेमिन की मौत की जांच की जाएगी कि इस हमले में कौन शामिल था. दरअसल, अगस्त 2022 में भी सिमोन पर मोर्टार से हमला किया गया था. उस दौरान एक वीडियो सामने आया था जिससे इस बात का शक पैदा होता था कि रुस के पत्रकारों की हत्या की साजिश बेहद ही प्लानिंग के तहत की जा रही है.
सिमोन की मौत को लेकर संयुक्त राष्ट्र ने भी चिंता जताई है और कहां है कि मौत की संजीदगी से जांच होनी चाहिए. रुस ने मांग की है कि संबंधित अंतर्राष्ट्रीय संस्थाएं और मानवाधिकार ऑर्गनाइजेशन को इस हमले की आलोचना करनी चाहिए.