भारत से पंगा लेने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की हालत दिन ब दिन खस्ता होती जा रही है. डोनाल्ड ट्रंप ने ट्रूडो को गवर्नर बुलाकर मजाक बनाया तो अब खुद कनाडाई डिप्टी पीएम क्रिस्टिया फ्रीलैंड ने इस्तीफा देकर पीएम ट्रूडो को कटघरे में खड़ा किया है.
इस्तीफा देते हुए डिप्टी पीएम क्रिस्टिनी ने कहा कि “वह अब कनाडा के लिए सर्वोत्तम रास्ते को लेकर प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो के साथ एकमत नहीं हैं.” फ्रीलैंड ने डिप्टी पीएम के पद से ऐसे वक्त में इस्तीफा दिया जब उन्हे थोड़ी देर बाद कनाडाई संसद में आर्थिक गिरावट के आंकड़े पेश करने थे. फ्रीलैंड, कनाडा की डिप्टी पीएम के साथ ही वित्त मंत्रालय का पदभार भी संभाल रही थी.
खबर ये भी है कि ट्रूडो ने फ्रीलैंड से वित्त मंत्रालय छीनने की धमकी दी थी. इससे नाराज होकर फ्रीलैंड ने डिप्टी पीएम के पद से इस्तीफा दे दिया.
कनाडा गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है: क्रिस्टिनी
क्रिस्टिनी ने सोशल मीडिया पोस्ट पर इस्तीफे की घोषणा करते हुए लिखा, “पिछले कुछ हफ्ते से ट्रूडो और मैं कनाडा के लिए आगे के सर्वोत्तम मार्ग के बारे में असहमत हैं. आज हमारा देश कनाडा एक गंभीर चुनौती का सामना कर रहा है. अमेरिका में आने वाला प्रशासन आक्रामक आर्थिक राष्ट्रवाद की नीति अपना रहा है. इसमें 25 प्रतिशत टैरिफ की धमकी भी शामिल है. हमें उस खतरे को बेहद गंभीरता से लेने की जरूरत है.”
ट्रंप ने कनाडा को दी है 51वां राज्य बनने की सलाह
कनाडा में सियासी उथलपुथल तब मच रही है जब हाल ही में अमेरिका के नव-निर्वाचित राष्ट्रपति ट्रंप ने जस्टिन ट्रूडो को 25 प्रतिशत टैरिफ लगाने की घोषणा के बाद कनाडा को अमेरिका का 51वां राज्य बनने की सलाह दी है. बाद में ट्रंप ने ट्रूडो को गवर्नर कहकर ट्रोल किया था.
खालिस्तान के मुद्दे पर पिट रही है भद्द
कनाडा में चरमपंथी और अलगाववादी, खालिस्तानी आतंकियों को भारत-विरोधी गतिविधियों की इजाजत देने के लिए ट्रूडो पहले से ही भारत से संबंध खराब कर चुके हैं.