संसद में ऑपरेशन सिंदूर को लेकर शुरु हुई मैराथन चर्चा में गृहमंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकियों के पाकिस्तान कनेक्शन के तीन सबूत दिखाए.
अमित शाह ने पहलगाम नरसंहार को अंजाम देने वाले मारे गए तीनों आतंकियों की पूरी कुंडली सामने रख दी और पी चिदंबरम का नाम लेकर खूब सुनाया. आपको बता दें कि यूपीए सरकार में गृहमंत्री रह चुके पी चिदंबरम ने कहा था कि क्या सबूत हैं कि पहलगाम नरसंहार को पाकिस्तानी आतंकियों ने अंजाम दिया था.
अमित शाह ने आतंकियों के एक-एक सबूत पेश करते हुए कहा, मैं बताता हूं कि कैसे इनके आका मारे गए, मैं नाम और जगह के साथ बताता हूं. घंटे, मिनट और सेंकेंड के साथ बताता हूं.
पहलगाम के तीनों दोषी आतंकी ढेर, अमित शाह ने दिखाए पाकिस्तानी कनेक्शन का तीन सबूत
सोमवार को सेना ने ऑपरेशन महादेव के तहत पहलगाम नरसंहार में लोगों का धर्म पूछ पूछकर मारने वाले आतंकियों को ढेर कर दिया. भारतीय सेना ने पाकिस्तान से स्पेशल ट्रेनिंग पाए और पाकिस्तानी सेना में कमांडो रह चुके हाशिम मूसा समेत तीनों आतंकियों को घेर कर मारा है.
अमित शाह ने संसद में कहा, “सरकार के पास ठोस सबूत हैं कि वे पाकिस्तान से आए थे. हमारे पास उनके वोटर आईडी नंबर हैं. पहलगाम अटैक में इस्तेमाल की गई राइफलें और कारतूस पाकिस्तान में बने थे.”
गृहमंत्री ने विपक्ष को लताड़ते हुए तीन सबूत पेश किए, कहा, “ऑपरेशन महादेव में मारे गए आतंकियों से पाकिस्तानी चॉकलेट, पाकिस्तानी वोटर आईडी और पाकिस्तानी राइफल मिली है. ये सभी डिटेल हमारे सामने है. बावजूद इसके देश का पूर्व गृह मंत्री पाकिस्तान को क्लीन चिट क्यों दे रहा है? चिदंबरम कहते हैं, पाकिस्तान के आतंकी नहीं थे तो पाकिस्तान पर हमला क्यों किया?”
बैलिस्टिक रिपोर्ट मेरे पास, कोई संशय न करे: अमित शाह
अमित शाह ने कहा, “आतंकी पाकिस्तानी थे, किसी को संशय रखने की आवश्यकता नहीं है. बैलिस्टिक रिपोर्ट मेरे पास है. मेरे हाथ में है. 6 वैज्ञानिकों ने इसे क्रॉसचेक किया है. सुबह 4 बजकर 46 मिनट पर सभी 6 ने वीडियो फोन पर कहा कि 100 प्रतिशत ये वही गोलियां हैं, जो पहलगाम में चलाई गई हैं.”
दोषी आतंकियों तक कैसे पहुंचे, शाह ने संसद में किया खुलासा
अमित शाह ने कहा, “एक थकाने वाली बहुत लंबी जांच हुई. मृतकों के परिजनों, पर्यटकों, खच्चरवालों, फोटग्राफर, कर्मचारियों, दुकान में काम करने वाले लोगों से पूछताछ हुई. कुल मिलाकर 1055 लोगों की 3000 घंटे से ज्यादा की पूछताछ की गई. इनसे सारी सूचनाएं ली गईं और वीडियो रेकॉर्ड किया गया. पूछताछ के आधार पर स्केच बनाया गया.”
अमित शाह ने कहा, “स्केच के आधार पर आतंकियों की तलाश शुरु हुई. ढूंढते-ढूंढते बशीर और परवेज की पहचान की गई, जिसने आतंकी हमले के पहले दिन आतंकियों को शरण दी थी. आतंकियों को शरण देने वाले वो दोनों गिरफ्तार हैं. दोनों ने खुलासा किया कि 21 अप्रैल की रात को 8 बजे तीन आतंकी बैसरण से करीब 2 किलोमीटर दूर परवेज ढोक में आए थे. आतंकियों के पास एके 47 और एम 9 कार्बाइन थी. दोनों ने काली पोशाक पहने थी और एक प्रॉक्सी वेशभूषा में था.”
“बशीर और परवेज ने बताया कि संदिग्धों ने होटल में खाना खाया. चाय पी और होटल से निकलते वक्त मिर्च और मसाले लेकर गए.”
गिरफ्तार किए गए परवेज और बशीर ने ऑपरेशन महादेव के बाद मारे गए आतंकियो की पहचान कर ली है. एफएसएल की पुष्टि भी सुबह हो गई. इस हमले में तीनों पाकिस्तानी आतंकी थे. हमले में दो एके 47 और एक एम 9 कार्बाइन का इस्तेमाल किया गया है.
एनआईए, सेना, सीआरपीएफ, बीएसएफ ने पूरा इंतजाम किया कि पहलगाम के आतंकी देश छोड़कर न भागें: अमित शाह
अमित शाह ने एजेंसियों की सराहना करते हुए कहा, “एनआईए विश्वमान्य जांच एजेंसी है, जिसकी सजा करवाने की दर 96 प्रतिशत से ज्यादा है. हमने फौरन पहलगाम आतंकी हमले की जांच एनआईए को सौंपी. सेना, पुलिस, सीआरपीएफ, बीएसएफ ने पूरा इंतजाम किया कि आतंकी देश छोड़कर भाग न पाएं.”
क्या पहलगाम वाले आतंकी मारे गए तो विपक्ष को इसका आनंद नहीं है:अमित शाह
अमित शाह ने पी चिदंबरम और कांग्रेस पर कटाक्ष करते हुए कहा, “वे (कांग्रेस) हमसे पूछ रहे थे कि आतंकवादी कहां से आए और इसके लिए कौन जिम्मेदार है. बेशक, यह हमारी जिम्मेदारी है क्योंकि हम सत्ता में हैं. चिदंबरम जी ने सवाल उठाया- क्या सबूत है कि आतंकवादी पाकिस्तान से आए थे? मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि पाकिस्तान को बचाकर उन्हें क्या मिलेगा. जब वे ऐसा कहते हैं, तो इसका मतलब है कि वे पाकिस्तान को क्लीन चिट दे रहे हैं.”
अमित शाह बोले, “मैं अपेक्षा करता था कि जब पहलगाम वाले आतंकियों के मारे जाने की सूचना सुनेंगे तो पक्ष-विपक्ष में खुशी की लहर दौड़ जाएगी, लेकिन स्याही पड़ गई इनके चेहरे पर. क्या आतंकवादी मारे गए, इसका भी आनंद नहीं है इन्हें.”