By Nalini Tewari
चीन के तियानजिन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन की मित्रता जहां दुनिया ने देखी, वहीं दुनिया ने ये भी देखा कि किस तरह से पाकिस्तानी पीएम शहबाज शरीफ की किरकिरी हुई. पीएम मोदी और पुतिन अनौपचारिक बात करते हुए शहबाज के सामने से निकल गए. शहबाज अकेले हाथ बांधे टकटकी लगाए खड़े रहे.
एससीओ शिखर सम्मेलन के बाद खुद शहबाज शरीफ ने रूसी राष्ट्रपति पुतिन के सामने गिड़गिड़ाए हैं और कहा है कि हमें पता है कि रूस के भारत के साथ बहुत अच्छे संबंध हैं और हम इसकी इज्जत करते हैं. लेकिन हम भी आपसे मजबूत संबंध बनाना चाहते हैं.
भारत-रूस के संबंध से हमें कोई दिक्कत नहीं, भारत से आपके संबंध का सम्मान करते हैं: शहबाज शरीफ
शहबाज शरीफ ने चीन में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन से मुलाकात की है. इस दौरान शहबाज शरीफ ने भारत और रूस के रिश्तों का जिक्र करते हुए कहा कि ‘पाकिस्तान, भारत और रूस के रिश्तों का सम्मान करता हैं, इससे उसे कोई भी दिक्कत नहीं है.लेकिन पाकिस्तान, रूस के साथ अपने रिश्तों को और गहरा करना चाहता है.
पीएम शहबाज शरीफ ने कहा, “मैं पाकिस्तान का समर्थन करने और क्षेत्र में संतुलन बनाने की कोशिश करने के लिए भी आपका धन्यवाद करना चाहता हूं. मैं जानता हूं और मुझे कहना होगा कि हम भारत के साथ आपके संबंधों का सम्मान करते हैं. यह बिल्कुल ठीक है, लेकिन हम बहुत मजबूत संबंध भी बनाना चाहते हैं और ये संबंध पूरक होंगे. क्षेत्र की भलाई और प्रगति एवं समृद्धि के लिए. इसमें मैं आपको एक बहुत ही गतिशील नेता मानता हूं और मैं आपको आश्वस्त करना चाहता हूं कि मैं आपके साथ बहुत निकटता से काम करना चाहता हूं.”
पुतिन ने मुझे रूस आने का निमंत्रण दिया: शहबाज शरीफ
एससीओ सम्मेलन में नजरअंदाज किए जाने के बाद शहबाज शरीफ, पुतिन से द्विपक्षीय मुलाकात करने से गदगद हैं. शहबाज ने पुतिन के साथ तस्वीर पोस्ट करने के बाद लिखा, “मैंने व्यापार, संपर्क, ऊर्जा, कृषि, कृत्रिम बुद्धिमत्ता, रक्षा, संस्कृति और लोगों के बीच आदान-प्रदान में रूस के साथ अपने सहयोग को गहरा करने की पाकिस्तान की तत्परता पर जोर दिया. हमने क्षेत्रीय और वैश्विक मुद्दों पर भी चर्चा की और बहुपक्षीय मंचों, विशेष रूप से शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) में पाकिस्तान-रूस सहयोग बढ़ाने के महत्व पर सहमति व्यक्त की. नवंबर में होने वाली शंघाई सहयोग संगठन की सीएचजी बैठक के लिए रूस आने के लिए राष्ट्रपति पुतिन की तरफ से मुझे दिए गए उदार निमंत्रण के लिए मैं उनका आभारी हूं. पाकिस्तान और रूस अपने लोगों के पारस्परिक लाभ के साथ-साथ क्षेत्र में शांति और समृद्धि के लिए मजबूत संबंध बनाने की दिशा में एक साथ आगे बढ़ रहे हैं.”
पुतिन से कूदकर हाथ मिलाने पहुंचने पर उड़ा था शहबाज का मजाक
एससीओ समिट में शहबाज शरीफ ने ग्रुप फोटो सेशन के दौरान ऐसी हरकत की कि पाकिस्तान की बेइज्जती हो गई. पुतिन से हाथ मिलाने की इतनी जल्दबाजी थी कि अपनी बारी का इंतजार तक नहीं किया. फोटो खींचे जाने के बाद चीनी राष्ट्रपति शी जिनपिंग और पुतिन साथ-साथ आगे बढ़ रहे थे. इस दौरान खड़े कई नेताओं ने जिनपिंग और पुतिन का अभिवादन किया. लेकिन शहबाज शरीफ ने तो हद ही कर दी थी. शहबाज, भीड़ को चीरते हुए लगभग कूदते हुए पुतिन से हाथ मिलाने के लिए पहुंच गए. हाव भाव किसी बच्चे जैसा था. जबकि ऐसे बड़े मंच पर बाकी राष्ट्राध्यक्ष बेहद संयमित दिख रहे थे, लेकिन शहबाज शरीफ की इसी उत्सुकता से उनका मजाक उड़ाया गया.
शहबाज शरीफ की हरकत के कारण पुतिन के साथ चल रहे शी जिनपिंग भी नहीं समझ पाए, कि हुआ क्या. शहबाज की जल्दबाजी देखते हुए जिनपिंग दूसरी ओर देखने लगे.
पुतिन-मोदी ने किया इग्नोर, ट्रोलर्स के निशाने पर आए शहबाज
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, पुतिन और शी जिनपिंग सोमवार को एससीओ के मंच पर एक साथ नजर आए. तीनों को अनौपचारिक बातें करते दिखे. इस दौरान शहबाज शरीफ के साथ जो हुआ, उसके बाद ट्रोलर्स के निशाने पर आ गए.
जहां पुतिन-मोदी एक दूसरे से गर्मजोशी से मिल रहे थे. ठहाके लगा रहे थे. इस दौरान पाक प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ सम्मेलन में काफी अलग-थलग दिखे. एक मौके पर जब मोदी और पुतिन बातचीत करते हुए हॉल से गुजर रहे थे, तब शरीफ कोने में खड़े बस टकटकी लगाए देखते रहे.
पीएम मोदी और पुतिन दोनों ने शहबाज शरीफ को पूरी तरह से इग्नोर कर दिया. वहीं शहबाज शरीफ की भावभंगिमा ऐसी थी, कि किसी की भी हंसी छूट जाए. बेचारगी से बेइज्जत होकर पाकिस्तानी पीएम खड़े रहे.