By Nalini Tewari
एशिया कप में भारत के हाथों करारी हार के बाद आतंकिस्तान के क्रिकेटर्स भी किस तरह उनके आतंकियों के साथ खड़े हैं, ये दुनिया के सामने आ चुका है. बेहद शर्मनाक है कि पाकिस्तानी टीम आतंकियों को अपना पैसा डोनेट कर रही है. उन आतंकियों को, जिन्होंने पहलगाम नरसंहार जैसे आतंकी हमलों को अंजाम दिया है.
भारतीय क्रिकेट टीम के कप्तान सूर्य कुमार यादव ने अपनी टूर्नामेंट की सारी फीस इंडियन आर्मी को दान देने की घोषणा की है, लेकिन नकल के चक्कर में पाकिस्तानी क्रिकेटर्स का दोगलापन सामने आ चुका है.पाकिस्तानी क्रिकेट टीम ने अपनी मैच फीस जैश और लश्कर आतंकियों और उनके परिवारों को देने का फैसला किया है.
अरे जब पाकिस्तान के गृहमंत्री ही किसी उठाईगीर की तरह मैदान से एशिया कप की ट्रॉफी लेकर भाग गए तो ऐसे देश के क्रिकेटर नस्ल से और कोई उम्मीद की भी नहीं जा सकती है.
आतंकियों के साथ खड़ी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम, देगी डोनेशन
06-07 मई को भारतीय सेना ने ऑपरेशन सिंदूर में पाकिस्तान के 09 आतंकी ठिकानों को तबाह कर दिया था. ये आतंकी कैंप जैश ए मोहम्मद और लश्कर ए तैयबा जैसे आतंकी संगठनों से जुड़े हुए थे. इनमें मुरीदके और बहावलपुर जैसे आतंकी मुख्यालयों को तबाह किया गया था, जिनमें आतंकियों को ट्रेनिंग दी जाती थी और युवाओं का ब्रेनवॉश करके भारत विरोधी साजिशों में शामिल किया जाता था. ये एयरस्ट्राइक इतनी सटीक थी कि सिर्फ और सिर्फ आतंकी ठिकानों को ही भारतीय वायुसेना ने टारगेट किया था.
लेकिन वही आतंकी पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान सलमान आगा को पीड़ित नजर आ रहे हैं. फाइनल में हारने के बाद सलमान आगा ने घोषणा की है कि पाकिस्तानी टीम अपनी फीस आतंकियों को देगी.
मसूद अजहर के साथ खड़ा है पाकिस्तानी क्रिकेट कप्तान
पाकिस्तानी क्रिकेट टीम के कप्तान सलमान आगा ने हारने के बाद कहा, कि “हम और हमारी पूरी टीम अपनी मैच की फीस उन सभी नागरिकों और बच्चों को दान कर रहे हैं, जो हाल के दिनों में भारत की ओर से हुए हमले में मारे गए हैं.”
सलमान आगा ने जैसे ही ये घोषणा की उसके फौरन बाद ही प्रेसकॉन्फ्रेंस छोड़कर भाग खड़े हुए. इस घोषणा के बाद पाकिस्तानी क्रिकेट बोर्ड ने भी बयान जारी किया
पीसीबी ने एक्स पर लिखा, “पाकिस्तान क्रिकेट टीम ने एशिया कप फाइनल मैच की फीस 7 मई को हुए हमले में शहीद हुए निर्दोष लोगों को समर्पित की है, जिसमें बच्चों समेत कई आम नागरिक मारे गए थे. हमारी संवेदनाएं और प्रार्थनाएं उनके परिवारों के साथ हैं.”
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने इस पोस्ट से यह तो साबित कर दिया है कि वह आतंकियों को सपोर्ट करता है.
ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर के परिवार समेत 100 से ज्यादा आतंकी ढेर किए गए
22 अप्रैल को पहलगाम में धर्म पूछ पूछकर मारे गए 26 पर्यटकों के बाद भारत ने पाकिस्तान के आतंकी ठिकानों पर टारगेट किया. 7 मई को भारतीय सशक्त बलों ने ऑपरेशन पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को तबाह किया था. जिसमें कई बड़े आतंकी मारे गए थे. उस दौरान मसूद अजहर के परिवार के लोग भी मारे गए थे.
हाल ही में एक आतंकी ने रो रोकर इस बात को कबूल किया था कि ऑपरेशन सिंदूर में मसूद अजहर से जुड़े कई आतंकियों को भारत ने मार दिया था.
आपको बता दें कि मसूद अजहर एक यूएस डेजिग्नेटेड आतंकी है अब पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड इन आतंकियों के परिवार को अपने पैसे देगा. आतंकियों के परिवार को पैसे देकर वित्तपोषित करेगा.
आतंकी इमारतों को फिर खड़ा कर रहा है जैश, ये डोनेशन उसी काम में आएगा
भारत के सटीक हमलों में जैश और लश्कर के जिन ठिकानों को ध्वस्त किया गया है, उन्हें जैश ए मोहम्मद और लश्कर जसे खतरनाक आतंकी संगठन एक बार फिर खड़ा करने की जुगत में हैं, ताकि जिससे आतंकियों को फिर से ट्रेनिंग दी जा सके. हाल ही में पाकिस्तानी आर्मी और आईएसआई की मदद से मसूद अजहर ने बाकायदा इसके लिए डोनेशन कैंप शुरु किया था, जिसमें मस्जिद और मदरसों के नाम पर लोगों से चंदा मांगा गया था.
इस बात में कोई शक नहीं होना चाहिए कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम जिस डोनेशन की बात कह रही है, वो यही डोनेशन है और इसका इस्तेमाल मस्जिद-मदरसों के नाम पर आतंकियों को ट्रेनिंग देने में किया जाएगा.
भारतीय कप्तान ने भारतीय सेना के नाम की फीस
क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) ने एशिया कप की विजेता टीम के लिए वित्तीय पुरस्कार की घोषणा की है. बीसीसीआई ने बताया कि सहायक स्टाफ और टीम को इस खिताबी जीत के लिए 21 करोड़ रुपये की ईनामी राशि दी जाएगी. भारतीय टी 20 कप्तान सूर्यकुमार यादव एशिया कप के सभी मैचों की अपनी फीस भारतीय सेना को दान करेंगे. सूर्यकुमार ने फाइनल मैच खेल जीतने के बाद इस बात की घोषणा की है.
पाकिस्तान का ट्रॉफी उठाईगीर गृहमंत्री बोला, जंग में हमेशा हम जीते, ट्रोलर्स ने उड़ाया मजाक
पाकिस्तान के गृहमंत्री जिनके हाथों से भारतीय टीम ने ट्रॉफी नहीं ली, उसने कुलबुलाते हुए एक्स पर एक पोस्ट डाली, तो सोशल मीडिया पर मजाक उड़ाया जाने लगा.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के पोस्ट से मोहसिन नकवी चिढ़ गया. पीएम मोदी ने लिखा था. “खेल के मैदान पर भी ऑपरेशन सिंदूर. यहां भी नतीजा वही- भारत जीता. हमारे क्रिकेटरों को इसके लिए बधाई.”
इसके जवाब में नकवी ने झूठ बोलते हुए लिखा, “अगर गर्व का पैमाना युद्ध है, तो इतिहास पहले ही आपकी शर्मनाक हार को पाकिस्तान के हाथों दर्ज कर चुका है. कोई भी क्रिकेट मैच इस सच को नहीं बदल सकता. खेल में युद्ध घसीटना केवल हताशा दिखाता है और खेल की आत्मा का अपमान है.”
नकवी का ये लिखना भर था सोशल मीडिया पर लोग पूछने लगे, नकवी कौन से युद्ध की बात कर रहे हैं. 1965 का युद्ध हो या 1971 का या फिर 1999 में करगिल युद्ध, भारत ने हर जगह पाकिस्तान को हराया है. ऑपरेशन सिंदूर के बाद पाकिस्तानी ड्रोन और मिसाइल तक भारत ने आसमान में ही गिरा दी, तो ये इतना बड़ा प्रोपेगेंडा क्यों फैला रहा है.
ट्रॉफी लेकर भागे पाकिस्तानी गृहमंत्री
रविवार को भारत के विरोध के बावजूद एशिया कप की ट्रॉफी देने के लिए पाकिस्तानी गृहमंत्री, जो कि एशियन क्रिकेट काउंसिल के अध्यक्ष हैं, उन्हें ट्रॉफी देने के लिए बुलाया गया. भारतीय टीम ने जब इसकी विरोध किया तो मोहसिन नकवी ट्रॉफी अपने होटल ले गए. ये पहला मौका होगा जब किसी चैंपियन टीम को ट्रॉफी न दी गई हो.
लेकिन भारतीय टीम ने जश्न फीका नहीं होने दिया. मैदान में बिना ट्रॉफी के खूब धमाल मचाया. सूर्यकुमार, हार्दिक और शुभमन गिल ने एआई ट्रॉफी के साथ तस्वीर पोस्ट की. सूर्यकुमार ने कैप्शन में लिखा, ‘जब मैच खत्म हो जाता है तो अंत में चैंपियन को याद किया जाता है, न कि ट्रॉफी के साथ तस्वीर को.’