भारतीय वायुसेना का एक सुखोई फाइटर जेट मंगलवार को महाराष्ट्र के नासिक में दुर्घटनाग्रस्त हो गया. क्रैश के बाद सुखोई धूध कर जल उठा. हालांकि, पायलट और को-पायलट क्रैश से पहले ही विमान से बाहर निकल गए थे और दोनों सुरक्षित हैं. एचएएल ने घटना की जांच के आदेश दे दिए हैं.
हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल) के मुताबिक, नासिक के करीब सिरसा-गांव में सुखोई फाइटर जेट टेक्निकल-खराबी के चलते क्रैश हो गया है. क्रैश से पहले पायलट ने खुद ये जानकारी दी थी. एचएएल ने घटना की विस्तृत जांच के आदेश दे दिया है.
जानकारी के मुताबिक, भारतीय वायुसेना का सुखोई फाइटर जेट ओवर-हॉलिग के लिए नासिक के ओजर स्थित एचएएल फैसिलिटी में गया था. ओवर-हॉलिंग के बाद ये विमान टेस्ट फ्लाइट के लिए उड़ान पर था. परीक्षण के दौरान ही इस लड़ाकू विमान में टेक्निकल-स्नैग के चलते पायलट और को-पायलट को आसमान में ही इजेक्ट करना पड़ा. जमीन पर गिरने के बाद सुखोई फाइटर जेट में आग लग गई. हालांकि, जमीन पर किसी तरह के जान-माल का नुकसान नहीं हुआ (https://x.com/Archer83Able/status/1797954858366214281).
वर्ष 2018 में भी नासिक में वायुसेना का एक सुखोई फाइटर जेट क्रैश हुआ था. उस वक्त भी पायलट और को-पायलट एयरक्राफ्ट से इजेक्ट कर गए थे.
सुखोई, रुस का फाइटर जेट है. वर्ष 2002 से सुखोई फाइटर जेट भारतीय वायुसेना का हिस्सा हैं. शुरूआत में सीधे रुस से लेने के बाद अब ये फाइटर जेट एचएएल ही देश में निर्माण करती है. इस वक्त भारतीय वायुसेना के पास 260 से ज्यादा सुखोई लड़ाकू विमान हैं और देश की एयर-पावर का अहम हिस्सा है.