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दुनिया सुनती है भारत की बात, फिनलैंड ने लगाई मोदी से आस

रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की की भारत यात्रा से पहले यूरोप के देशों ने लगाई है भारत से बड़ी उम्मीदें. लगातार वैश्विक नेता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को कॉल कर रहे हैं और रूस-यूक्रेन के मुद्दे पर बात कर रहे हैं. इसी कड़ी में भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और फिनलैंड के राष्ट्रपति अलेक्जेंडर स्टब के बीच फोन पर अहम बातचीत हुई है. फिनलैंड के राष्ट्रपति स्टब ने पीएम मोदी से कहा है कि भारत, रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने में अहम भूमिका निभा सकता है, क्योंकि भारत की बात सुनी जाती है.

रूस-यूक्रेन युद्ध समाप्त करने में अहम भूमिका निभा सकता है भारत: राष्ट्रपति स्टब

फिनलैंड के राष्ट्रपति स्टब ने पीएम मोदी को फोन किया है. फोन पर बातचीत में स्टब ने पीएम मोदी को वॉशिंगटन में यूरोप, अमेरिका और यूक्रेन के नेताओं के बीच हुई बैठकों के बारे में जानकारी दी. राष्ट्रपति स्टब ने बताया कि “रूस-यूक्रेन युद्ध को खत्म करने के लिए एक न्यायपूर्ण और टिकाऊ हल निकालना सबके हित में है.”

स्टब ने कहा, “भारत इस मामले में अहम भूमिका निभा सकता है. दक्षिण, पश्चिम और पूर्व में भारत की आवाज सुनी जाती है और उसका सम्मान किया जाता है.”

भारत और ईयू के रिश्ते और गहरे होंगे: राष्ट्रपति स्टब

ईयू का एक अहम सदस्य देश है फिनलैंड. पीएम मोदी से बातचीत के दौरान राष्ट्रपति स्टब ने भारत-ईयू मुक्त व्यापार समझौते को जल्द पूरा करने के लिए फिनलैंड के समर्थन की पुष्टि की. स्टब ने कहा, कि “यह समझौता दोनों पक्षों के लिए फायदेमंद होगा. इसके अलावा, स्टब ने 2026 में भारत में होने वाले एआई (आर्टिफिशियल) इम्पैक्ट समिट की सफलता के लिए भी फिनलैंड का पूरा समर्थन जताया.”

प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति स्टब को दिया भारत आने का न्योता

पीएम मोदी ने एक्स में बताया कि उनकी और राष्ट्रपति स्टब के बीच क्या बातचीत हुए. पीएम मोदी ने लिखा, “फिनलैंड यूरोपीय संघ में हमारा एक अहम दोस्त है. हम व्यापार, तकनीक और पर्यावरण संरक्षण जैसे क्षेत्रों में सहयोग को और मजबूत करना चाहते हैं. पीएम मोदी ने भारत की ओर से यूक्रेन में शांति स्थापना के लिए हमेशा से किए जा रहे समर्थन को दोहराया. पीएम मोदी ने कहा कि भारत हर उस कोशिश का साथ देगा, जो शांतिपूर्ण तरीके से इस संघर्ष को खत्म करे और स्थिरता लाए.”

दोनों नेताओं ने आपसी सहयोग को और बढ़ाने पर सहमति जताई. इस दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने राष्ट्रपति स्टब को जल्द से जल्द भारत आने का न्योता दिया.

व्हाइट हाउस में ट्रंप के साथ हुई बैठक में मौजूद थे स्टब, रूस ने फिनलैंड की नहीं है बनती

हाल ही में व्हाइट हाउस में यूरोपीय यूनियन के सभी बड़े राष्ट्राध्यक्षों का मजमा लगा था. अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप से फ्रांस, जर्मनी, यूके, इटली, यूक्रेन और फिनलैंड समेत कई बड़े नेताओं ने एक साथ बैठक की थी. इस बैठक में राष्ट्रपति स्टब भी मौजूद थे. इस दौरान स्टब ने कहा था कि “पुतिन पर विश्वास नहीं किया जा सकता है, क्योंकि अगर यूरोप को रूस से खतरा है.”

जब रूस-यूक्रेन का युद्ध शुरु हुआ तो छोटे से देश फिनलैंड ने तटस्थता की नीति छोड़कर नाटो में शामिल होने का फैसला लिया. राष्ट्रपति पुतिन, फिनलैंड के इस फैसले को रूस के लिए एक बड़े झटके के तौर पर मानते हैं. क्योंकि रूस नाटो के विस्तार को अपनी सुरक्षा के लिए खतरा मानता है. रूस ने फिनलैंड को नाटो में शामिल होने पर सैन्य और राजनीतिक परिणाम भुगतने की चेतावनी दी थी. जिसके बाद रूस और फिनलैंड के बीच कट्टर दुश्मनी है.

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