सिक्किम से सटी चीन सीमा (एलएसी) की सुरक्षा संभालने वाली भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर (33वीं कोर) ने अपनी ताकत को धार देने के लिए लाइव-फायर एक्सरसाइज का आयोजन किया है.
सेना की त्रिशक्ति कोर का मुख्यालय, उत्तर बंगाल के सुकना (दार्जिलिंग) में स्थित है. नाथूलॉ से लेकर चीन और भूटान के ट्राई-जंक्शन पर स्थित विवादित डोकलाम की सुरक्षा भी इसी कोर के कंधों पर है.
लाइव फायर के जरिए ऑपरेशनल एक्सीलेंस का प्रदर्शन
रक्षा मंत्रालय के क्षेत्रीय प्रवक्ता, लेफ्टिनेंट कर्नल महेंद्र रावत के मुताबिक, लाइव फायर एक्सरसाइज के जरिए त्रिशक्ति कोर ने अपने ऑपरेशनल एक्सीलेंस का प्रदर्शन किया है.
लाइव फायर एक्सरसाइज के दौरान, तेजी से तैनाती, जंग के लिए तैयारी और सटीक स्ट्राइक की क्षमताओं को परखा गया. इसके लिए मल्टीपल रॉकेट लॉन्चर सिस्टम का इस्तेमाल भी किया गया.
सेना के मुताबिक, जिन फाइटिंग यूनिट्स को लाइव फायरिंग का हिस्सा बनाया गया था, उन्हें सिक्किम के हाई ऑल्टिट्यूड एरिया में जंग के लिए तैयार होने की जिम्मेदारी दी गई थी. इस दौरान ऐसे जलवायु के अनुकूल और अलग-अलग ऑपरेशनल वातावरण में तैयारियों का प्रदर्शन किया. (https://x.com/FinalAssault23/status/1886752594795647324)
हाई ऑल्टिट्यूड एरिया में वारफेयर की तैयारी
लें.कर्नल रावत के मुताबिक, समन्वित फायर-पावर और सटीक इंगेजमेंट के माध्यम से, फाइटिंग यूनिट्स ने उच्च ऊंचाई वाले युद्ध द्वारा उत्पन्न चुनौतियों सहित विभिन्न चुनौतियों के लिए अपनी तैयारी का प्रदर्शन किया.
यह अभ्यास सेना की दक्षता, चपलता और मिशन तत्परता के उच्च मानकों को बनाए रखने की प्रतिबद्धता को रेखांकित करता है, चाहे कोई भी टेरेन (भूभाग) हो.
त्रिशक्ति कोर के मुताबिक, भारतीय सेना अपनी क्षमताओं को बढ़ाना जारी रखती है, यह सुनिश्चित करते हुए कि यह विभिन्न परिदृश्यों में विकसित सुरक्षा आवश्यकताओं को पूरा करने के लिए पूरी तरह से सुसज्जित है. (https://x.com/trishakticorps/status/1886669962275905605)
सिक्किम से सटे डोकलाम में हुआ था चीन से विवाद
वर्ष 2017 में डोकलाम में सड़क बनाने को लेकर भारत का चीन से 72 दिन लंबा फेस-ऑफ (गतिरोध) हुआ था. भारत के विरोध के बाद हालांकि, चीन ने सड़क निर्माण बंद कर दिया था. लेकिन उसके बाद से चीन ने डोकलाम से सटे इलाकों में मिलिट्री-विलेज बनाने शुरु कर दिए थे.
भूटान के ट्राई-जंक्शन पर चीन की पीएलए आर्मी की बढ़ती गतिविधियों को देखते हुए, भारतीय सेना की त्रिशक्ति कोर भी सजग और चौकस है. (अरुणाचल के बम्बू से दुश्मन का मुकाबला, एलएसी पर बनेंगे बांस के बंकर)