पिछले 20 दिनों से केरल के त्रिवेंद्रम (तिरुवनंतपुरम) एयरपोर्ट पर खड़े रॉयल नेवी (इंग्लैंड) के स्टील्थ फाइटर जेट एफ-35 को लेकर केरल टूरिज्म डिपार्टमेंट ने आपदा में अवसर तलाश लिया है. केरल टूरिज्म ने को बढ़ावा देने को लेकर एफ 35 की तस्वीर जारी करते हुए कहा है कि जो केरल में आता है, जाने का नाम नहीं लेता.
सोशल मीडिया पर एफ-35 की ट्रोलिंग
केरल की राज्य सरकार ने 20 दिनों से खड़े एफ 35 लड़ाकू विमान को लेकर एक पोस्टर जारी किया, जिसके बाद सोशल मीडिया पर कमेंट्स की बाढ़ आ गई.
केरल पर्यटन विभाग ने लड़ाकू विमान की तस्वीर पर लिखा, “जो आता है, जाने का नाम नहीं लेता. केरल टूरिज्म ने राज्य के नारियल के पेड़ और मनमोहन मौसम के साथ फाइव स्टार रेटिंग देते हुए एफ-35 की तरफ से लिखा कि केरल इतनी अद्भुत जगह है कि मैं यहां से जाना नहीं चाहता हूं. निश्चित रूप से अनुशंसित करता हूं.”
केरल में क्यों खड़ा है रॉयल नेवी का फाइटर जेट, वजह जानिए
पिछले महीने यानी 14 जून से ये एफ-35 फाइटर जेट त्रिवेंद्रम एयरपोर्ट पर खड़ा है. तकनीकी खराबी के चलते एफ-35 ने त्रिवेंद्रम में इमरजेंसी लैंडिंग की थी. शुरुआत में लड़ाकू विमान के पायलट ने एफ-35 को रनवे से हैंगर (एयरक्राफ्ट की पार्किंग) की तरफ ले जाने से इंकार कर दिया था.
रॉयल नेवी की एक इंजीनियरिंग टीम ने विमान की मरम्मत के लिए त्रिवेंद्रम का दौरा भी किया था, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी. ऐसे में अमेरिका में निर्मित, दुनिया के बेहतरीन पांचवी श्रेणी के लड़ाकू विमान को लेकर सोशल मीडिया पर ट्रोलिंग के साथ ही मीम भी बनने शुरु हो गए.
एफ 35 की ट्रोलिंग, पंचायत से लेकर फिल्मों के मीम वायरल
सोशल मीडिया पर अमेरिका द्वारा बनाए गए लड़ाकू विमान एफ 35 पर कटाक्ष किया जा रहा है. किसी ने ओटीटी की मशहूर सीरीज पंचायत के मीम बनाए तो किसी ने लिखा कि कहीं ऐसा न हो कि वक्फ बोर्ड दावा कर दे.
कुछ लोगों ने अक्षय कुमार की चर्चित फिल्म खट्टा मीठा का सीन जोड़ दिया है जिसमें राजपाल यादव की मौजूदगी में जॉनी लीवर एक रोड रोलर की मरम्मत कर रहा है. इस दौरान, जॉनी लीवर रोड रोलर के नट-बोल्ट तक निकाल देता है लेकिन सही नहीं कर पाता है.
पंचायत सीरीज के मशहूर कैरेक्टर भूषण और विनोद को एफ 35 के पास खड़े होकर ये कहते दिखाया गया है, लाओ भैया एक कप और चाय पिलाओ. एक-एक कप और चाय हो जाए.
सीआईएसएफ के सुरक्षा घेरे में एफ 35
देश के एयरपोर्ट की सुरक्षा संभालने वाली सेंट्रल इंडिस्ट्रियल सिक्योरिटी फोर्स (सीआईएसएफ) ने भी अपने एक्स अकाउंटर पर एफ-35 को अपने जवानों के सुरक्षा घेरे में दिखाते हुए तस्वीरें जारी की है. वहीं पिछले हफ्ते राजधानी दिल्ली स्थित यूके हाई कमीशन ने एक बयान जारी कर बताया कि अब एयरक्राफ्ट को एयरपोर्ट की एमआरओ (मेंटेनेंस रिपेयर ओवरहालिंग) फैसिलिटी में शिफ्ट किया जाएगा.
एफ 35 को राडार पर किया गया डिटेक्ट, दावे की निकली हवा
भारतीय वायुसेना ने एक आधिकारिक बयान जारी करते हुए बताया था कि रॉयल नेवी के एफ-35 फाइटर जेट को अरब सागर में देश के आईएसीसीएस यानी इंटीग्रेटेड एयर कमांड एंड कंट्रोल सिस्टम (सेंटर) ने डिटेक्ट कर लिया था. जबकि अमेरिका का दावा है कि एफ-35 एक अदृश्य एयरक्राफ्ट है जिसे दुनिया की कोई रडार या सैन्य प्रणाली नहीं पकड़ पाती है. इसी दावे के साथ अमेरिका ने इंग्लैंड और इजरायल सहित अपने सहयोगी देशों को एफ 35 जैसा एडवांस लड़ाकू विमान सप्लाई किया है. एक एफ-35 की कीमत करीब 118 मिलियन डॉलर यानी करीब एक हजार करोड़ है.
लेकिन पहले आईसीसीएस के डिटेक्शन और अब उड़न में असमर्थ होने पर एफ-35 की जमकर खिंचाई हो रही है और क्षमता पर सवाल खड़े किए जा रहे हैं.