जम्मू-कश्मीर के बारामूला में सेना की फायरिंग में एक ट्रक ड्राइवर की मौत हो गई है. बार-बार चेतावनी के बावजूद जब ड्राइवर नहीं रुका तो सेना के जवानों ने ट्रक पर गोली चला दी, जिससे ड्राइवर की मौत हो गई.
सेना ने अपने बयान में बताया है कि बार-बार वॉर्निंग को नजरअंदाज करने के अलावा चेकपोस्ट आने पर ड्राइवर ने ट्रक की स्पीड बढ़ा ली, जिसके बाद सेना के जवानों ने तकरीबन 23 किलोमीटर से ज्यादा ट्रक का पीछा किया. ड्राइवर की मौत के बाद जम्मू-कश्मीर पुलिस ने केस दर्ज किया है.
सेना के चिनार कोर ने पूरी घटना की क्या जानकारी दी?
सेना की चिनार कोर ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा, “आतंकवादियों की गतिविधि के बारे में एक विशिष्ट खुफिया सूचना के आधार पर 5 फरवरी, 2025 को सुरक्षाबलों द्वारा एक मोबाइल वाहन चेकपोस्ट (एमवीसीपी) स्थापित किया गया था. एक संदिग्ध असैन्य ट्रक को तेज गति से आते देखा गया. बार-बार चेतावनी के बावजूद ट्रक नहीं रुका, बल्कि चेकपोस्ट को पार करते समय ड्राइवर ने उसकी स्पीड और बढ़ा दी”
ट्रक के पहिए को निशाना बनाया, ट्रक को थाने भेजा गया: चिनार कोर
चिनार कोर ने कहा”सतर्क सैनिकों ने 23 किलोमीटर से भी ज्यादा दूरी तक गाड़ी का पीछा किया. टायरों को निशाना बनाकर गोलियां चलाई गई, जिससे वाहन संग्रामा चौक पर रुक गया. विस्तृत तलाशी के बाद घायल ड्राइवर को सुरक्षाबल तुरंत सरकारी मेडिकल कॉलेज (जीएमसी) बारामूला ले गए, जहां उसे मृत घोषित कर दिया गया. सामान से लदे ट्रक को पास के थाने में भेज दिया गया है. पुलिस के कब्जे में लिए गए ट्रक की विस्तृत तलाशी जारी है और संदिग्ध के पिछले रिकॉर्ड की जांच की जा रही है.” (https://x.com/ChinarcorpsIA/status/1887366667388527018)
जनता अफवाहों पर ध्यान न दे: जम्मू-कश्मीर पुलिस
जम्मू कश्मीर पुलिस ने मृतक की पहचान सोपोर के गोरीपोरा बोमई के वसीम अहमद मीर के तौर पर की गई है. जम्मू-कश्मीर पुलिस ने कहा- “हम जनता से शांति बनाए रखने और इस गटना के बारे में अफवाह या गलत सूचना फैलाने से बचने का आग्रह करते हैं. जम्मू-कश्मीर पुलस के अधिकारी ने कहा- हमने उस घटना में मामला दर्ज कर लिया है और पूरी जांच की जाएगी. पुलिस स्टेशन बारामूला में एफआईआर दर्ज कर ली गई है. ट्रक को गहन तलाशी के लिए नजदीकी पुलिस स्टेशन ले जाया गया है. मौत के कारणों का पता लगा रहे हैं.”