खालिस्तानियों के लिए भारत से रिश्ते खराब करने वाले कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो ने मान ही लिया है कि उनके देश में खालिस्तानी समर्थक मौजूद हैं. हालांकि ट्रूडो ने ये भी कहा कि खालिस्तानी समर्थक कनाडा में सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.
सभी हिंदू मोदी समर्थक नहीं: जस्टिन ट्रूडो
ओटावा के पार्लियामेंट हिल में दीपावली समारोह के दौरान भारतीय समुदाय के बीच पहुंचे थे जस्टिन ट्रूडो. ट्रू़डो ने भारतीयों को संबोधित करते हुए कहा, “कनाडा में खालिस्तान के कई समर्थक हैं, लेकिन वे पूरे सिख समुदाय का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं. कनाडा में मोदी सरकार के समर्थक हैं, लेकिन वे सभी हिंदू कनाडाई लोगों का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं.”
जस्टिन ट्रूडो की ये टिप्पणी खालिस्तानी आतंकी निज्जर की हत्या में भारत पर लगाए गए बेबुनियाद आरोपों और कूटनीतिक तनाव के बीच आई है. अब खालिस्तानी समर्थकों की मौजूदगी ट्रूडो द्वारा स्वीकार किए जाने से भारत के उन आरोपों की पुष्टि होती है जिसमें भारत ने कहा है कि कनाडा की सरकार खालिस्तानी समर्थकों और चरमपंथियों को संरक्षण देती है. (https://x.com/thind_akashdeep/status/1855106680306225619)
भारत ने कनाडा में हिंदुओं की सुरक्षा पर जताई है चिंता
पिछले सप्ताह ब्रैम्पटन में कुछ खालिस्तानी समर्थकों ने मंदिर में जमकर बवाल किया था. हिंदुओं के साथ मारपीट की थी. जिसके बाद ट्रूडो को ना सिर्फ कनाडा बल्कि पूरी दुनिया ने घेरा था. भारतीय विदेश मंत्रालय ने कहा था कि भारत, कनाडा में भारतीय नागरिकों की सुरक्षा को लेकर गहरी चिंता में है. खुद पीएम मोदी ने भी हिंदुओं पर हमले की निंदा की थी.
भारत से इतनी नफरत करते हैं जस्टिन ट्रूडो?
हाल ही में विदेश मंत्री एस जयशंकर ऑस्ट्रेलिया के दौरे पर थे. इस दौरान कनाडा में हिंदू मंदिर पर हुए हमले को लेकर ऑस्ट्रेलिया और भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर के संयुक्त बयान की खबर दिखाए जाने पर जस्टिन ट्रूडो ने ऑस्ट्रेलिया टुडे को ब्लॉक कर दिया था.
अब द ऑस्ट्रेलिया टुडे ने कनाडा के अधिकारियों द्वारा विदेश मंत्री एस जयशंकर और ऑस्ट्रेलियाई समकक्ष पेनी वोंग के साथ एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के कवरेज के बाद उनके सोशल मीडिया खातों को ब्लॉक किये जाने पर सख्त प्रतिक्रिया दी है.
ऑस्ट्रेलिया टुडे ने कहा है कि “कनाडा के इस कदम को खुले और स्वतंत्र मीडिया पर आघात करार दिया है.” इससे पहले भारतीय विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जयसवाल ने भी गुरुवार को कहा था कि “द ऑस्ट्रेलिया टुडे की सामग्री को रोकना अभिव्यक्ति की स्वतंत्रता के प्रति कनाडा के पाखंड को उजागर करता है.” (जाने वाले हैं Trudeau, एलन की भविष्यवाणी)