Breaking News Geopolitics Russia-Ukraine War

बख्श दो यूक्रेनी सैनिकों की जान, ट्रंप की पुतिन से अपील, कुर्स्क में फंस गई है जेलेंस्की की सेना

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रूसी समकक्ष व्लादिमीर पुतिन से कुर्स्क में फंसे यूक्रेनी सैनिकों की जान बख्शने की अपील की है. साथ ही ट्रंप ने एक बार फिर रूस-यूक्रेन जंग ‘जल्द’ खत्म होने की संभावना जताई है.

गुरुवार को ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ ने मॉस्को में पुतिन से मुलाकात की थी. विटकॉफ ने पुतिन को ट्रंप का युद्धविराम को लेकर संदेश दिया था. ट्रंप ने जंग रोकने के लिए 30 दिन के लिए तत्काल प्रभाव से युद्धविराम का प्रस्ताव दिया है.

ट्रंप के दूत ने की पुतिन से मुलाकात

विटकॉफ और पुतिन की मुलाकात के बाद ट्रंप ने बयान जारी किया है. बयान में अमेरिकी राष्ट्रपति ने कहा कि हमारी पुतिन से बेहद अच्छी और प्रोडेक्टिव चर्चा हुई है. ट्रंप के मुताबिक, बहुत संभावना है कि इस (रूस-यूक्रेन) भयानक और खूनी जंग का अंत जल्द आ सकता है.

ट्रंप ने हालांकि, कुर्स्क लड़ाई का जिक्र करते हुए कहा कि इस वक्त, हजारों यूक्रेनी सैनिकों को रूसी सेना ने पूरी तरह घेर रखा है और बहुत बुरी परिस्थिति में हैं. ट्रंप ने लिखा कि मैंने जोरदार तरीके  से पुतिन से अपील की है कि इन यूक्रेनी सैनिकों की जान बख्श दी जाए.

अमेरिकी राष्ट्रपति ने यूक्रेनी सैनिकों का हवाला देते हुए कहा कि ये ऐसा खतरनाक नरसंहार होगा जो द्वितीय विश्वयुद्ध के बाद से कभी नहीं देखा गया है. भगवान उन सभी पर अपना आशीर्वाद बनाए रखे.

पुतिन ने ट्रंप के प्रस्ताव को दे दी है स्वीकृति लेकिन लगा दी है एक शर्त

शुक्रवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान पुतिन ने ट्रंप के प्रस्ताव को स्वीकृति दे दी थी, लेकिन ये भी कह दिया था कि युद्ध का स्थायी हल ढूंढने की जरूरत है. यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने भी कुर्स्क में पांव उखड़ते देख ट्रंप का प्रस्ताव तुरंत मान लिया है.

पुतिन ने हालांकि, कुर्स्क में रूसी सेना की एक कमांड पोस्ट के दौरे के दौरान अपने कमांडर्स को आदेश दिया है कि पकड़े गए यूक्रेनी सैनिकों को आतंकियों की तरह बर्ताव किया जाए. साथ ही यूक्रेनी सेना की तरफ से लड़ रहे विदेशी लड़ाकों को भी युद्धबंदी मानने से इंकार कर दिया है.

इस बीच कुर्स्क से ऐसे वीडियो सामने आने शुरु हो गए हैं जिनमें रूसी सैनिक, सरेंडर करने वाले यूक्रेनी सैनिकों से बदसलूकी और मारते हुए दिखाई पड़ रहे हैं.

पुतिन ने सरडेंर किए यूक्रेनी सैनिकों को आतंकी की तरह बर्ताव करने का दिया है आदेश

बुधवार को पुतिन ने कुर्स्क की एक कमांड पोस्ट का दौरा किया था. इस दौरान रूसी सेना के चीफ ऑफ स्टाफ, वालेरी गेरासिमोव भी मौजूद थे. 24 फरवरी 2022 के बाद पहली बार पुतिन ने जंग के मैदान का दौरा किया और कैमोफ्लाज (फौजी वर्दी) पहन रखी थी.

पिछले सात महीने से रूसी सेना कुर्स्क प्रांत को यूक्रेनी सेना से खाली कराने के लिए जंग लड़ रही थी. अगस्त 2024 में यूक्रेनी सेना ने रूस के कुर्स्क प्रांत पर हमला कर करीब 1300 वर्ग किलोमीटर की जमीन पर कब्जा कर लिया था. यहां तक की सुडझा इंडस्ट्रियल टाउन पर भी यूक्रेनी सैनिकों को कब्जा था. बड़ी संख्या में रूसी नागरिकों को बेघर होना पड़ा था.

कुर्स्क लड़ाई में हावी हो गई है रूसी सेना, छीन लिया 86 प्रतिशत इलाका

रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि यूक्रेनी सेना को 1100 वर्ग किलोमीटर के इलाके से खदेड़ दिया गया है और सुडझा शहर सहित करीब 86 प्रतिशत हिस्से पर फिर से कब्जा हो गया है. सुडझा गैस पाइपलाइन के जरिए बिहाइंड दे एनिमी लाइंस ऑपरेशन कर रूसी सेना ने सुडझा और दूसरे इलाकों में यूक्रेनी सैनिकों की घेराबंदी कर दी है. ऐसे में यूक्रेन के हजारों सैनिकों की जान पर बन आई है.  

कुर्स्क से यूक्रेनी सेना को खदेड़ने के लिए पुतिन की सेना को उत्तर कोरिया की सेना की भी मदद लेनी पड़ी थी. हालांकि, क्रेमलिन ने आधिकारिक तौर से इस बात को कभी स्वीकार नहीं किया है.

रूसी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, कमांड पोस्ट के दौरे के दौरान पुतिन ने अपनी सेना को कुर्स्क से पूरी तरह यूक्रेनी सेना को खदेड़ने और बॉर्डर पर बफर सिक्योरिटी जोन बनाने का आदेश दिया है. कुर्स्क से सटा यूक्रेन का सुमी प्रांत है.

कुर्स्क में मारे गए 66 हजार यूक्रेनी सैनिक: रूसी रक्षा मंत्रालय

रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि पिछले सात महीने में कुर्स्क की लड़ाई में यूक्रेन के करीब 66 हजार सैनिक मारे गए हैं और 7000 मिलिट्री हार्डवेयर (टैंक, आर्मर्ड व्हीकल्स, रॉकेट लॉन्चर इत्यादि) का तबाह किया गया है. सुडझा शहर को छुड़ाने के लिए 600 रूसी सैनिकों ने गैस पाइपलाइन के जरिए 15 किलोमीटर लंबे एक बेहद ही जोखिम भरे मिशन को भी अंजाम दिया.