संयुक्त राष्ट्र महासभा के इतर, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने इस्लामिक देशों के राष्ट्राध्यक्षों के समक्ष अपना गाजा प्लान साझा करने की तैयारी कर ली है. खास बात ये है कि इस इस्लामिक देशों के इस लिस्ट में पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ का नाम भी शामिल है.
जानकारी के मुताबिक, ट्रंप ने जिन अरब देशों के नेताओं से मुलाकात कर अपनी गाजा शांति योजना साझा करने का प्लान तैयार किया है, उसमें पाकिस्तान के अलावा सऊदी अरब, यूएई, कतर, मिस्र, जॉर्डन, तुर्की और इंडोनेशिया जैसे देश शामिल हैं.
इजरायल-हमास जंग को दो वर्ष पूरे होने को है और शांति का कोई रास्ता साफ नहीं दिखाई पड़ रहा है. इजरायल की गाजा पर रोजाना गोलाबारी हो रही है तो हमास ने अभी तक सभी बंधकों को रिहा नहीं किया है.
7 अक्टूबर 2023 को आतंकी संगठन हमास ने इजरायल के दक्षिणी इलाकों में हमला कर 1400 बेगुनाह लोगों को मौत के घाट उतार दिया था और 120 नागरिकों को अगवा कर लिया था. अपने नागरिकों को रिहा कराने के लिए इजरायल ने गाजा पर हमला कर दिया था और हमास के सभी टॉप कमांडर्स को मौत के घाट उतार दिया था.
ऐसे में ट्रंप ने गाजा प्लान तैयार कर मिडिल ईस्ट में शांति लाने की कोशिश की है. इस प्लान के तहत:
1. इजरायल को गाजा से अपनी सेना वापस बुलाने होगी.
2. इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) की जगह अरब शांति सेना तैनात की जाएगी ताकि क्षेत्र में सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके. इस अरब सेना में उन देशों के सैनिक शामिल होंगे, जिनसे ट्रंप की मुलाकात होगी.
3. हमास का बहिष्कार किया जाएगा ताकि गाजा के प्रशासन में हमास की कोई भूमिका न रहे.
4. अरब देशों से वित्तीय सहायता से गाजा का पुनर्निर्माण किया जाए.
इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्राबोवो सुबियांतो ने पहले ही कहा है कि उनका देश गाजा में शांति सेना भेजने के लिए तैयार है.माना जा रहा है कि इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू को इस योजना की रूपरेखा पता है और फिलिस्तीन के प्रशासन को छोड़कर बाकी प्लान पर लगभग रजामंदी हो चुकी है.
ट्रंप ने अमेरिकी राष्ट्रपति का चुनाव जीतने के बाद इजरायल और हमास के बीच सुलह कराने की नाकाम कोशिश की थी. कुछ दिन के लिए युद्ध-विराम हुआ लेकिन हमास ने सभी बंधकों को रिहा नहीं किया. ऐसे में इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने गाजा पर हमले तेज कर दिए, जिससे गाजा के नागरिकों के लिए मुसीबत आ गई है.