कुछ दिन पहले अमेरिका के एक बड़े मनोवैज्ञानिक ने दावा किया था कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप नार्सिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर से पीड़ित है. नार्सिसिस्टिक पर्सनैलिटी डिसऑर्डर जिसमें इंसाफ को खुद की तारीफ, चापलूसी पसंद आती है, साथ ही दूसरे का अपमान करने या नीचा दिखाना उसे अच्छा लगता है. ट्रंप को लेकर ये दावा एक बार फिर सच साबित हुआ है.
ट्रंप चापलूस पसंद है, इस बात की पुष्टि उन्हीं के खासमखास और विशेष दूत की एक लीक कन्वर्सेशन से हो गई है. खास बात ये है कि ट्रंप के विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने ट्रंप की चापलूसी करने की ये टिप रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन को दी थी. इस कॉल के लीक हो जाने से हंगामा हो गया है.
ट्रंप की तारीफ करके करवाया जा सकता है कोई भी काम, कॉल लीक से हड़कंप
ट्रंप ने सलाहकार स्टीव विटकॉफ और पुतिन के सलाहकार यूरी उशाकोव की एक बातचीत सामने आने से हड़कंप मच गया है. इस बातचीत में ट्रंप के सलाहकार यूरी से कहते हैं कि “जैसे ही पुतिन, ट्रंप से बातचीत शुरु करें तो पुतिन खुलकर ट्रंप की प्रशंसा करने लगें. विटकॉफ ने कहा, कि पुतिन अपनी बातचीत में ट्रंप को शांति का सच्चा व्यक्ति कहें.”
इस बातचीत में विटकॉफ यूरी उशाकोव को बता रहे हैं कि “ट्रंप से काम करवाने के लिए उनकी चापलूसी बड़ी काम आती है.”
गाजा पीस प्लान के दौरान ट्रंप के सलाहकार ने दी थी पुतिन को सलाह
14 अक्टूबर की गई कॉल की ट्रांसक्रिप्ट के अनुसार, ट्रंप के दूत स्टीव विटकॉफ ने पुतिन के फॉरेन पॉलिसी एडवाइजर यूरी उशाकोव को सलाह दी कि “पुतिन को ट्रंप को गाजा शांति डील के लिए बधाई देने के लिए कॉल करना चाहिए. यह कहना चाहिए कि रूस ने ट्रंप के पीस प्लान का सपोर्ट किया है और वह (पुतिन) ट्रंप को शांति के व्यक्ति के तौर पर सम्मान करते हैं. पुतिन बातचीत में ट्रंप को गाजा का शांति नायक और विश्वशांति का नेतृत्वकर्ता करार दें. इसके तुरंत बाद पुतिन यूक्रेन युद्ध के समाधान का रूसी फॉर्मूला प्रस्तुत करें.”
ट्रांसक्रिप्ट के अनुसार विटकॉफ ने आगे सुझाया कि पुतिन ट्रंप से कहें, “स्टीव और यूरी ने एक 20-सूत्रीय शांति योजना पर चर्चा की है, जो गाजा मॉडल जैसी है. हम इससे थोड़ा आगे बढ़ सकते हैं,”
विटकॉफ ने जोर दिया कि “बातचीत को आशावादी रखना चाहिए, न कि डोनेट्स्क पर कब्जे या भूमि विनिमय जैसे कठोर मुद्दों पर.”
कॉल के दौरान विटकॉफ ने अपने यूरी से कहा, “मुझे लगता है कि पुतिन अगर ऐसा करते हैं तो यह कमाल का होगा.
स्टीव विटकॉफ की सलाह के बाद पुतिन ने की थी ट्रंप से बात
14 अक्टूबर को स्टीव और यूरी के बीच ये बातचीत हुई थी. जिसके बाद पुतिन और ट्रंप के बीच 16 अक्टूबर को बातचीत हुई थी. ये बातचीत यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के व्हाइट हाउस में आने से एक दिन पहले हुई थी. बातचीत में पुतिन ने ट्रंप को गाजा पीस प्लान के लिए बधाई दी थी.
इस बातचीत के एक दिन बाद यानि 17 अक्टूबर को जेलेंस्की के साथ उस मीटिंग के तुरंत बाद, ट्रंप ने कहा था कि यूक्रेन और रूस को लड़ाई के मैदान में “जहां हैं वहीं रुक जाना चाहिए.” मतलब यूक्रेन को वह इलाका छोड़ देना चाहिए, जो रूस ने अपने पड़ोसी से छीन लिया है.
बातचीत लीक पर क्या है ट्रंप और व्हाइट हाउस की प्रतिक्रिया?
राष्ट्रपति ट्रंप ने लीक पर कहा कि “ये तो बातचीत का स्टैंडर्ड तरीका है.”
वहीं व्हॉइट हाउस के कम्युनिकेशन डायरेक्टर स्टीवन चेउंग ने एक बयान में कहा, “यह लीक एक बात साबित करती है: स्पेशल दूत विटकॉफ शांति पाने के लिए लगभग हर दिन रूस और यूक्रेन दोनों के अधिकारियों से बात करते हैं, और प्रेसिडेंट ट्रंप ने उन्हें ठीक यही करने के लिए अपॉइंट किया था.”
रूस की ओर से लीक पर क्या कहा गया?
रूस ने बातचीत को हाइब्रिड वॉरफेयर करार दिया है और कहा है कि “पुतिन और ट्रंप के सलाहकारों के बीच हुई कॉल की रिकॉर्डिंग का लीक होना यूक्रेन की शांति बातचीत को कमजोर करने की एक गलत कोशिश है और यह हाइब्रिड वॉरफेयर जैसा है.”

