रूस के साथ व्यापार करने पर भारत को सवालों के कटघरे में खड़े करने वाले अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की जुबान पर लग गया है ताला. भारत ने दुनिया के सामने आंकड़े पेश किए कि खुद अमेरिका ही रूस से न्यूक्लियर फ्यूल खरीदता है और यूरोपीय यूनियन ने तो पिछले 3 साल में रूस के साथ व्यापार चौगुना कर दिया, तो प्रेसिडेंट ट्रंप बगले झांकते दिखे, दिनभर फेंकते रहने वाले ट्रंप की जुबान से सिर्फ ये निकला कि इसके बारे पता करूंगा.
आप भी तो करते हैं रूस के साथ व्यापार, सवाल पर ट्रंप ने साधी चुप्पी
भारत पर अगले 24 घंटे में टैरिफ में भारी बढ़ोतरी का दावा करने वाले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप को यह नहीं पता कि रूस के साथ अमेरिका व्यापार करता है या नहीं. ट्रंप ने भारतीय विदेश मंत्रालय के उस बयान पर प्रतिक्रिया दी है, जिसमें कहा गया था कि अमेरिका और यूरोप ने रूस से तेल आयात को लेकर भारत को निशाना बनाया है, जबकि खुद अमेरिका रूस से यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, पैलेडियम, फर्टिलाइजर्स और केमिकल्स का आयात जारी रखे हुआ है.
पत्रकारों ने जब ट्रंप ने कहा कि अमेरिका तो खुद रूस के साथ व्यापार करता है, तो ट्रंप बोले, “मुझे इसके बारे में कुछ भी नहीं पता, मुझे इसकी जांच करनी पड़ेगी”
भारत के आरोपों पर चुप बैठ गया अमेरिकी विदेश विभाग
भारत की ओर से आरोप लगाए जाने के बाद अमेरिकी विदेश विभाग ने भी चुप्पी साध ली है. विदेश विभाग की प्रवक्ता टैमी ब्रूस ने भारत के इस आरोप पर टिप्पणी करने से इनकार कर दिया. टैमी ब्रूस ने कहा, “मैं किसी अन्य देश की इस कमेंट पर कोई टिप्पणी नहीं करूंगी कि वे क्या करेंगे या क्या नहीं करेंगे.”
अमेरिका का दोगलापन, खुद रूस से करता है व्यापार, एमईए ने पेश किए आंकड़े
भारत ने अमेरिका को एक्सपोज कर दिया है. विदेश मंत्रालय ने कहा है, “अमेरिका तो खुद ही रूस से व्यापार करता है. अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप एक तरफ यूक्रेन संघर्ष के बाद भारत द्वारा तेल आयात किए जाने की आलोचना कर रहे हैं. वहीं, दूसरी तरफ अमेरिका खुद रूस से बड़े पैमाने पर अपने परमाणु उद्योग की जरूरतों का सामान आयात कर रहे हैं.”
विदेश मंत्रालय ने बताया कि “अमेरिका अपने न्यूक्लियर इंडस्ट्री के लिए रूस से यूरेनियम हेक्साफ्लोराइड, अपने इलेक्ट्रिक वाहन इंडस्ट्री के लिए पैलेडियम, फर्टिलाइजर और केमिकल आयात करता रहता है.”
ईयू को भी आईना दिखाते हुए विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने जो आंकड़े सामने पेश किए हैं, वो हैरान करने वाले हैं.
- साल 2024 में यूरोपीय संघ ने रूस के साथ 67.5 बिलियन यूरो का द्विपक्षीय व्यापार किया.
- साल 2023 में ट्रेड का व्यापार 17.2 बिलियन यूरो था. यह उस साल या उसके बाद रूस के साथ भारत के कुल व्यापार से काफी ज्यादा है.
- 2024 में यूरोपीय एलएनजी का आयात 16.5 मिलियन टन के रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच गया, जो 2022 के 15.21 मिलियन टन के पिछले रिकॉर्ड को पार कर गया.
भारत ने अमेरिका के दबाव में झुकने से किया इनकार, कहा, राष्ट्रहित ऊपर है
बार-बार राष्ट्रपति ट्रंप से मिल रही धमकी पर विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता की ओर से बयान जारी किया गया था. जिसमें एमईए ने कहा था कि भारत को निशाना बनाना अनुचित और अव्यावहारिक है. किसी भी बड़ी अर्थव्यवस्था की तरह, भारत अपने राष्ट्रीय हितों और आर्थिक सुरक्षा की रक्षा के लिए सभी आवश्यक कदम उठाएगा.