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कीव में भारतीय कंपनी पर हमला, यूक्रेन ने ‘स्पेशल फ्रेंडशिप’ पर कसा तंज

रूस और भारत की गहरी मित्रता के बीच यूक्रेन ने ये कहकर सनसनी फैला दी है, कि रूस ने कीव में जानबूझ कर भारतीय दवा कंपनी पर मिसाइल से हमला किया है. दिल्ली में स्थित यूक्रेनी दूतावास ने आरोप लगाया है कि “रूसी मिसाइल ने कीव में भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम के गोदाम पर हमला किया, जिससे गोदाम जलकर खाक हो गया है.” दूतावास ने कहा कि “रूस ने भारत के साथ विशेष संबंधों के बावजूद जानबूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बनाया गया है.” यूक्रेन की ओर से ये आरोप ऐसे वक्त में लगाया गया है, जब रूस ने 9 मई को पीएम नरेंद्र मोदी को विक्ट्री डे में शामिल होने के लिए न्योता भेजा है. 

स्पेशल फ्रेंडशिप के बावजूद भी भारतीय फार्मास्युटिकल कंपनी के गोदाम पर रूस का मिसाइल अटैक: यूक्रेन 

भारत में यूक्रेन के दूतावास ने सोशल मीडिया एक्स पर लिखा, “यूक्रेन में रूसी मिसाइल द्वारा भारतीय दवा कंपनी कुसुम के गोदाम पर हमला किया गया. भारत के साथ स्पेशल फ्रेंडशिप का दावा करते हुए, मॉस्को जान-बूझकर भारतीय व्यवसायों को निशाना बना रहा है. बच्चों और बुजुर्गों के लिए बनाई गई दवाओं को नष्ट कर रहा है.” यूक्रेन में ब्रिटेन के राजदूत मार्टिन हैरिस ने भी एक्स पर पोस्ट कर दावा किया कि “रूस की ड्रोन अटैक में भारत की प्रमुख फार्मास्युटिकल कंपनी कुसुम के दवाइयों को निशाना बना गया और उसे तबाह कर दिया गया. यूक्रेन के नागरिकों के खिलाफ रूस का आतंक अभियान जारी है.” हालांकि कुसुम फार्मास्युटिकल कंपनी की ओर से कोई बयान नहीं जारी किया गया है.

9 मई को रूस जा सकते हैं पीएम मोदी, इस साल पुतिन आ सकते हैं भारत

भारतीय विदेश मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है कि इस साल 9 मई को रूस के विक्ट्री डे में शामिल होने के लिए पीएम मोदी को पुतिन की ओर से निमंत्रण भेजा गया है. माना जा रहा है कि पीएम मोदी रूस जा सकते हैं, कार्यक्रम को तय किया जा रहा है. वहीं पीएम मोदी ने भी पुतिन को भारत दौरे के लिए न्योता दिया है. रूसी विदेश मंत्री सर्गेई लावरोव ने हाल ही में कहा था कि पीएम मोदी ने अपने तीसरे कार्यकाल में सबसे पहले रूस आकर मित्रता निभाई है, और अब हमारी (रूस) की बारी है.

युद्ध को लेकर क्या रहा है भारत का रुख?

पीएम मोदी ने शुरुआत से ही कहा है कि “युद्ध को लेकर शांति वार्ता होनी चाहिए, क्योंकि ये युग युद्ध का नहीं है.” पीएम मोदी ने पुतिन के साथ-साथ यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को भी युद्ध समाप्ति की दिशा में कदम उठाने का आग्रह किया था. पीएम मोदी ने रूस के साथ-साथ यूक्रेन का भी दौरा किया था. पुतिन और जेलेंस्की भी इस बात को स्वीकार कर चुके हैं कि युद्ध समाप्ति की दिशा में भारत कदम उठा सकता है. हाल ही में लेक्स फ्रिडमैन के पॉडकास्ट में भी पीएम मोदी ने  कहा था कि “रूस और यूक्रेन के बीच संवाद ही इस क्षेत्र में शांति स्थापित करने का एकमात्र रास्ता है. भारत तटस्थ नहीं, बल्कि शांति के पक्ष में है.”

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