यूक्रेन के खिलाफ जंग में उतरे तानाशाह किम जोंग उन के सैनिकों को लेकर अमेरिका और नाटो लगातार हमलावर हैं. अमेरिका ने साफ कह दिया है कि अगर उत्तर कोरिया के सैनिक रूस की तरफ से जंग के मैदान में उतरते हैं तो यूक्रेन को मिसाइल हमले की पूरी छूट दे दी जाएगी.
अमेरिका के राष्ट्रपति जो बाइडेन ने जो मिसाइल फिलहाल यूक्रेन को मुहैया कराई हैं, वे सिर्फ रूस के सीमावर्ती इलाकों तक ही इस्तेमाल की जा सकती है. मॉस्को और दूसरे भीतरी इलाकों में इन मिसाइलों के इस्तेमाल पर रोक लगी है. लेकिन उत्तर कोरिया के रूसी सेना को मदद देने से अमेरिका का पारा हाई है.
अमेरिकी रक्षा विभाग के मुख्यालय ‘पेंटागन’ का दावा है कि उत्तर कोरिया ने रूस की मदद के लिए 10 हजार सैनिकों को रूस भेजा है, जिनमें से कई सैनिक को युद्ध के मैदान में यूक्रेन के बॉर्डर पर भी पहुंच गए हैं. अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने रूस में उत्तर कोरिया की सेना की तैनाती को बेहद खतरनाक बताया है तो वहीं किम जोंग उन ने नाटो और अमेरिका के दावों को अफवाह करार दिया है.
उत्तर कोरियाई सैनिकों पर क्या है पेंटागन का बयान?
पेंटागन की प्रवक्ता सबरीना सिंह ने जानकारी देते उत्तर कोरियाई सैनिकों की रूस में मौजूदगी पर चिंता जताई है. सबरीना सिंह ने कहा है कि “उत्तर कोरिया ने तकरीबन 10 हजार सैनिकों को रूस भेजा है. रूस इन सैनिकों का इस्तेमाल यूक्रेन की सेना के खिलाफ करना चाहता है.”
वहीं अमेरिकी रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन भी हाल ही में उत्तर कोरिया के इस कदम पर विरोध जता चुके हैं. लॉयड ने साफ तौर पर रूस और नॉर्थ कोरिया को वॉर्निंग दी है. लॉयड ऑस्टिन ने कहा है कि “अगर उत्तर कोरिया के सैनिकों का इस्तेमाल युद्ध के मैदान में किया जाता है, हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भी सुरक्षा खतरे में पड़ेगी.”
नाटो ने भी उत्तर कोरियाई सैनिकों की मौजूदगी की पुष्टि की
नाटो का कहना है कि यूक्रेन के साथ रूस के चल रहे युद्ध में अब उत्तर कोरिया भी शामिल हो गया है. उत्तर कोरिया, रूस की मदद के लिए अपने सैनिकों को मॉस्को भेज रहा है, इनमें से कुछ पहले ही रूस की कुर्स्क सीमा में तैनात हो चुके हैं.
नाटो महासचिव मार्क रूट ने कहा कि मैं पुष्टि करता हूं कि उत्तर कोरिया के सैनिकों को रूस भेजा गया है और उत्तर कोरिया की सैन्य इकाइयों को कुर्स्क में तैनात की गई है. नाटो महासचिव ने कहा, “उत्तर कोरियाई सैनिकों का युद्ध में तैनात होना रूस के युद्ध के विस्तार को बता रहा है.”
इससे पहले दक्षिण कोरिया के खुफिया प्रमुख चो ताए-योंग ने भी सांसदों को बताया कि लगभग तीन हजार उत्तर कोरियाई सैनिकों को रूस भेजा गया है, जो यूक्रेन के खिलाफ युद्ध क्षेत्रों में तैनात होने से पहले ड्रोन और दूसरे सैन्य उपकरणों के संचालन की ट्रेनिंग ले रहे हैं.
उत्तर कोरिया ने आरोपों पर क्या कहा?
अमेरिका और नाटो के ताजा आरोपों पर उत्तर कोरिया ने प्रतिक्रिया नहीं दी है. पर कुछ दिनों पहले उत्तर कोरिया ने सारे आरोपों को बेबुनियाद और अफवाह बताया था. उत्तर कोरियाई सैनिकों के रूस में मौजूदगी की खबरों को उस वक्त बल मिला था जब यूक्रेन के अटैक में उत्तर कोरिया के एक अधिकारी समेत कुछ सैनिकों की मौत हो गई थी.