यूक्रेन से लेकर मिडिल-ईस्ट और साउथ चायना सहित दुनिया में बढ़ रहे तनाव के बीच अमेरिकी एनएसए जैक सुलिवन भारत आने वाले हैं. जैक सुलिवन के दौरे से पहले भारत और अमेरिका के बीच रणनीतिक साझेदारी मजबूत करने के लिए भारत के विदेश सचिव विनय क्वात्रा 3 दिवसीय यात्रा पर वाशिंगटन में पहुंचे. अमेरिका में विनय क्वात्रा ने भारत और अमेरिका के बीच वैश्विक रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने को लेकर अमेरिकी अधिकारियों के साथ समीक्षा की है. क्वात्रा ने प्रबंधन एवं संसाधन के लिए उप विदेश मंत्री रिचर्ड वर्मा, उप विदेश मंत्री कर्ट कैंपबेल तथा अन्य वरिष्ठ अधिकारियों के साथ बैठक की. विनय क्वात्रा ने राष्ट्रीय सुरक्षा परिषद, रक्षा मंत्रालय और ऊर्जा मंत्रालय के प्रमुख अधिकारियों के साथ भी चर्चा की.
फिर पटरी पर लौट रहे हैं भारत-अमेरिका के रिश्ते
विनय क्वात्रा का अमेरिका दौरा इसलिए भी अहम है क्योंकि पिछले साल जून के महीने में पीएम मोदी अमेरिका दौरे के बाद दोनों देशों के रिश्तों में खालिस्तानी आतंकी पन्नू को लेकर तल्खी आ गई थी. अमेरिका ने खालिस्तानी आतंकी और भारत के मोस्ट-वांटेड आतंकी गुरपतवंत सिंह पन्नू को मारने की साजिश में भारतीय नागरिक पर आरोप लगाए थे. इसके अलावा इसी साल दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल की गिरफ्तारी और सीएए लागू होने के मुद्दे पर भी अमेरिका ने बयान जारी किया था, जिस पर भारत ने अमेरिका का विरोध जताया था.
हिंद महासागर क्षेत्र की रक्षा साझेदारी पर चर्चा- अमेरिका
पेंटागन प्रवक्ता एरिक पैहोन ने कहा कि “अमेरिकी रक्षा उप मंत्री हिक्स और क्वात्रा ने अमेरिका-भारत रक्षा साझेदारी को मजबूत करने की प्राथमिकताओं पर चर्चा की. दोनों अधिकारियों ने स्वतंत्र और खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के समर्थन में प्रमुख रक्षा साझेदारी में ऐतिहासिक तेजी के अलावा लड़ाकू जेट इंजन और बख्तरबंद वाहनों के सह-उत्पादन को आगे बढ़ाने के लिए एक दूसरे के देशों के प्रयासों की सराहना की. विनय क्वात्रा और हिक्स ने साझेदारी को बढ़ावा देने में भारत-अमेरिका रक्षा त्वरण पारिस्थितिकी तंत्र (इंडस-एक्स) की सफलता पर बधाई दी. साथ ही दोनों ने अमेरिका-भारत रक्षा औद्योगिक सहयोग के अमल के तरीकों पर भी चर्चा की.”
अमेरिकी एनएसए का भारत दौरा अहम क्यों ?
अमेरिकी एनएसए जैक सुलिवन अगले हफ्ते भारत की यात्रा पर होंगे. अमेरिका ने सुलिवन की भारत यात्रा की पुष्टि की है लेकिन तारीख गुप्त रखी है. माना जा रहा है कि 17 अप्रैल को सुलिवन भारत पहुंचेंगे और 18 अप्रैल को सुलिवन की अजीत डोवल से द्विपक्षीय वार्ता होगी. जैक सुलिवन पहले इस साल फरवरी में भारत आने वाले थे लेकिन यूक्रेन युद्ध और पश्चिम एशिया में संकट की वजह से सुलिवन का भारत दौरा स्थगित हो गया था. व्हाइट हाउस से सुलिवन के दौरे पर टिप्पणी करते हुए कहा है कि “भारत और अमेरिका के बीच के रिश्तों का जश्न मनाने, हिंद प्रशांत क्षेत्र में बैलेंस और प्रौद्योगिकी सहयोग में अगले कदमों के बारे में बात करने के लिए सुलिवन भारत की यात्रा करेंगे.”
विनय क्वात्रा के दौरे के बाद अमेरिका के रक्षा विभाग के प्रेस सचिव मेजर जनरल पैट राइडर ने भी कहा कि भारत, अमेरिका का अहम सहयोगी है और दोनों देशों के बीच रिश्ते मजबूत होने चाहिए. अमेरिका के रक्षा मंत्री लॉयड ऑस्टिन ने भी सीनेट की रक्षा मामले की समिति को बताया कि बाइडेन प्रशासन में भारत-अमेरिका के संबंधों का नया अध्याय शुरू हुआ है, दोनों देशों में संयुक्त युद्धाभ्यास, जानकारी का आदान-प्रदान और मेरीटाइम सिक्योरिटी को लेकर साझेदारी मजबूत हुई है. पिछले दिनों भारत के साथ रिश्तों में आई खटास को अब अमेरिका खत्म करना चाहता है, क्योंकि पीएम मोदी की ताकत को यूएस जानता है. साथ ही अमेरिका में चुनाव है और अमेरिका में भारतीयों की तादाद ज्यादा है, लिहाजा जो बाइडेन नहीं चाहते हैं कि भारत के खिलाफ ऊलजलूल बयानबाजी करके अपने भारतीय वोट बैंक को कम करें.