Breaking News Russia-Ukraine TFA Exclusive War

जेलेंस्की को हटाने का प्लान तैयार, रूस-अमेरिका की रियाद में बैठक

यूक्रेन जंग को लेकर रूस और अमेरिका एक नए फॉर्मूले पर काम कर रहे हैं. इसके तहत रूस, यूक्रेन के साथ युद्ध-विराम की घोषणा कर सकता है और फिर यूक्रेन में आम चुनाव कराए जाएंगे. यूक्रेन में नई सरकार के चुने जाने के बाद ही रूस, स्थायी तौर से शांति समझौता करेगा.

माना जा रहा है कि सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रूस और अमेरिका के बीच हुई उच्च-स्तरीय वार्ता में इस फॉर्मूले पर चर्चा हुई है. वार्ता के बाद जारी बयान में इसे लेकर संकेत दिए गए हैं.

पुतिन ने जेलेस्की को ठहराया था अवैध

हालांकि, मंगलवार को क्रेमलिन ने रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की के बीच मुलाकात की बात कही थी. लेकिन पुतिन ने लगातार ये बात दोहराई है कि जेलेंस्की का कार्यकाल पूरा हो चुका है आम चुनाव जानबूझकर नहीं कराए हैं. पुतिन ने जेलेंस्की को यूक्रेन का अवैध राष्ट्रपति घोषित किया था.

रियाद में रूस-अमेरिकी की बैठक में निकला फॉर्मूला

मंगलवार को सऊदी अरब की राजधानी रियाद में रूस और अमेरिका की बेहद अहम बैठक हुई. यूक्रेन जंग शुरू होने के बाद (फरवरी 2022), दोनो सुपर पावर की ये कोई पहली वार्ता थी.

अमेरिका की तरफ से विदेश सचिव मार्को रूबियो, नेशनल सिक्योरिटी एडवाइजर (एनएसए) माइक वाल्ज और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के मिडिल-ईस्ट में विशेष दूत स्टीव विटकोफ ने बैठक में हिस्सा लिया.

रूस की तरफ से विदेश मंत्री लावरोव और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के सहयोगी यूरी उषाकोवा रियाद में मौजूद रहे. मीटिंग में सऊदी अरब के विदेश मंत्री और एनएसए ने भी हिस्सा लिया.

मीटिंग के बाद बयान में कहा गया है कि रूस और अमेरिका ने यूक्रेन के हालात को लेकर विचारों का आदान-प्रदान किया और संघर्ष (युद्ध) खत्म करने को लेकर प्रतिबद्धता जताई.

साझा बयान में यूक्रेन में स्थायी शांति पर जोर

बयान में कहा गया कि रूस ने बैठक के दौरान यूक्रेन विवाद के मूल कारणों को समाप्त करने, स्थायी शांति प्राप्त करने के लिए उचित परिस्थितियां बनाने तथा क्षेत्र के सभी देशों की सुरक्षा और वैध हितों को सुनिश्चित करने के महत्व पर बल दिया. इस बाबत, रूस और अमेरिका ने एक समझौते भी किया ताकि विशेष दूतों को नियुक्त कर मिलकर काम कर सकें.

यूक्रेन के अलावा रूस और अमेरिका, द्विपक्षीय संबंधों को सामान्य करने और एक दूसरे के देश में राजदूत को नियुक्त करने के लिए तैयार हो गए हैं. साथ ही उप-विदेश मंत्रियों की बातचीत होगी ताकि डिप्लोमेटिक मिशन की तैनाती में आ रही बाधाओं को दूर की जा सकें.

रूस और अमेरिका ने यूक्रेन के अलावा दूसरे अंतरराष्ट्रीय मामलों में भी कम्युनिकेशन चैनल खुले रखने पर जोर दिया. क्योंकि दोनों ही देश परमाणु शक्ति हैं और संयुक्त राष्ट्र सुरक्षा परिषद के सदस्य हैं.

जेलेंस्की को सीधे हटाने से रूबियो और लावरोव का इंकार

मीटिंग के बाद रबियो और लावरोव ने जेलेंस्की को हटाने की बात को सीधे तौर से नकार दिया. रबियो ने कहा कि यूक्रेन विवाद सुलझाने के लिए लंबे दौरे की राजनयिक वार्ता की जरूरत है. बैठक के बाद व्हाइट हाउस ने रूस-अमेरिका वार्ता को यूक्रेन में शांति कायम करने के लिए वाकई यादगार कदम बताया.

जेलेंस्की का सऊदी अरब का दौरा रद्द

उधर तुर्की के दौरे के बाद यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने सऊदी अरब का दौरा रद्द कर दिया है. हालांकि, कारण साफ नहीं है. रियाद में रूस और अमेरिका के विदेश मंत्रियों की बैठक को लेकर जेलेंस्की ने पहले ही अपनी नाराजगी जाहिर की थी. जेलेंस्की ने कहा था कि जिस बैठक में यूक्रेन शामिल नहीं होगा, उसके शांति फार्मूले को स्वीकार नहीं किया जाएगा. (पुतिन-जेलेंस्की में होगी बातचीत, रुस ने दिया संकेत)