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रुस की Zapad एक्सरसाइज में अमेरिकी सैनिक, नाटो में खलबली

बेलारूस में चल रही रूस की बड़ी एक्सरसाइज जैपाड (1-17 सितंबर) के आखिरी दिनों में अमेरिका के सैन्य अधिकारियों ने ऑब्जर्वर के तौर पर शामिल होने से पूरी दुनिया को भौचक्का कर दिया है. पिछले कई वर्षों में ये पहली बार है कि अमेरिका के मिलिट्री ऑफिसर, रूस की किसी एक्सरसाइज में शामिल हुए हैं.

पौलेंड में हुए ड्रोन अटैक के बाद रूस और नाटो (यूरोपीय) देशों में तलवार पहले से खिंची हैं, लेकिन यूएस फोर्सेज ने बेलारूस पहुंचकर सभी के पैरों तले जमीन खिसका दी है. दरअसल, अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की रूसी राष्ट्रपति पुतिन और बेलारूस के राष्ट्रपति लुकाशेंको से नजदीकियां छिपी नहीं रही हैं. ऐसे में अमेरिकी मिलिट्री ऑफिसर्स की रूस और बेलारूस के बीच चल रहे युद्धाभ्यास में मौजूदगी बेहद अहम मानी जा रही है. (https://x.com/RT_India_news/status/1967597582928273723)

भारतीय सेना का दल भी ले रहा है जैपाड एक्सरसाइज में हिस्सा

जैपाड एक्सरसाइज में हिस्सा लेने के लिए भारतीय सेना का 70 सदस्य दल भी रूस गया है. बेलारूस के मुताबिक, करीब 23 देशों की सेनाएं इस एक्सरसाइज के आखिरी दिनों में या तो सैनिकों के साथ हिस्सा ले रही हैं या फिर ऑब्जर्वर के तौर पर शिरकत कर रही हैं. इन देशों में भारत और अमेरिका के अलावा चीन, पाकिस्तान, हंगरी और टर्की भी शामिल हैं. 

ऑपरेशन सिंदूर के चार महीने बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाएं एक साथ किसी युद्धाभ्यास में हिस्सा ले रही हैं. वर्ष 2021 के बाद पहली बार है कि रूस ने किसी मल्टीनेशन मिलिट्री एक्सरसाइज को आयोजित किया है. क्योंकि फरवरी 2022 से रूस की सेना यूक्रेन के खिलाफ जंग में व्यस्त थी.  

माना जा रहा है कि युद्धाभ्यास में एससीओ यानी शंघाई कोऑपरेशन ऑर्गनाइजेशन से जुड़े सदस्य-देशों की सेनाएं हिस्सा ले रही हैं. एससीओ में भारत, पाकिस्तान, चीन और रूस सहित मध्य एशिया के देश शामिल हैं.

अमूमन, रूस में होने वाली इस एक्सरसाइज में दो ग्रुप बनाया जाते हैं. हिस्सा लेने वाले देशों की सेनाओं को दो ग्रुप में बांट दिया जाता है. ऐसे में संभावना है कि भारत और पाकिस्तान को अलग-अलग ग्रुप में रखा गया है. 

वर्ष 2018 में पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने लिया था रूस की एक्सरसाइज में हिस्सा

वर्ष 2018 में भी भारत और पाकिस्तान की सेना ने रूस के चेबरकुल (चेल्याबिंस्क प्रांत) में हुई एससीओ एक्सरसाइज में पहली बार एक साथ हिस्सा लिया था. वर्ष 1947 में बंटवारे के बाद पहली बार भारत और पाकिस्तान की सेनाओं ने किसी साझा युद्धाभ्यास में हिस्सा लिया था. उस दौरान भी सर्जिकल स्ट्राइक (2016) के बाद से भारत और पाकिस्तान के बीच चल रही जबरदस्त तनातनी के बीच रूस ने दोनों के संबंधों के बीच जमी बर्फ को पिघलाने का काम किया था.

अमेरिका के साथ युद्ध अभ्यास संपन्न तो ब्राइट स्टार जारी

गौरतलब है कि इन दिनों, भारतीय सेना ने अमेरिका के साथ दो बड़ी एक्सरसाइज में हिस्सा लिया है. रविवार को अलास्का में भारत और अमेरिकी की द्विपक्षीय एक्सरसाइज युद्ध अभ्यास (1-14 सितंबर) संपन्न हुई है तो मिस्र में मल्टीनेशन एक्सरसाइज ब्राइट स्टार चल रही है, जिसमें भारत की सेना के तीनों अंग (थलसेना, वायुसेना और नौसेना) हिस्सा ले रही हैं. ब्राइट स्टार युद्धाभ्यास को इजिप्ट (मिस्र) और अमेरिका की सेंट्रल मिलिट्री कमांड मिलकर आयोजित करती हैं.

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