यूरोपियन-यूनियन (ईयू) में शामिल ना होने के फैसले से गुस्साए जॉर्जिया के लोगों ने सरकार के खिलाफ जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन शुरू कर दिए हैं. राजधानी तिब्लिसी में प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच जमकर टकराव चल रहा है.
माना जा रहा है कि जॉर्जिया के प्रधानमंत्री ने रूस के प्रभाव में आकर ईयू की सदस्यता लेने से इंकार कर दिया है. गुस्साए अमेरिका ने जॉर्जिया से अपने सभी सामरिक संबंध खत्म करने का ऐलान किया है.
यूरेशियाई (कॉक्स) देश जॉर्जिया में सरकार के खिलाफ पिछले तीन दिन से जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन चल रहे हैं. लेकिन रविवार को प्रदर्शनकारियों ने देश की संसद पर हमला करने की कोशिश की, जिसके बाद हालात खराब हो गए. इसके बाद देश के दूसरे शहरों में भी विरोध-प्रदर्शन की खबरें सामने आई. (https://x.com/Tabula_Media/status/1863238687049372000)
दरअसल, अक्टूबर के महीने में प्रधानमंत्री इराकली कोबाखिद्ज़े की ड्रीम पार्टी ने आम चुनावों में जीत हासिल की थी. एक दशक पहले ड्रीम पार्टी को जॉर्जिया के एक अरबपति बिदज़िना इवानिश्विली ने स्थापित की थी. लोगों का मानना है कि अरबपति बिदज़िना ही इस पार्टी को कंट्रोल करती हैं और पर्दे के पीछे रहकर सरकार के सभी निर्णय लेती हैं. ईयू में शामिल ना होने का फैसला भी बिदज़िना ने रूस के प्रभाव में आकर लिया है.
पीएम इराकली के फैसले से राजनीतिक संकट भी आ गया है. क्योंकि देश की राष्ट्रपति सैलोम ज़ौराबीचविली ने प्रधानमंत्री इराकली के फैसले को पलटने का ऐलान किया है. पीएम और राष्ट्रपति में टकराव भी देश में विरोध-प्रदर्शन का बड़ा कारण माना जा रहा है. (https://x.com/TWMCLtd/status/1862241473975975980)
जॉर्जिया ने एलजीबीटी अधिकार खत्म करने और विदेशी फंडिंग पर (रूस की तरह) लगाम कसने के लिए भी कानून बनाने का ऐलान किया है. ऐसे में देशवासी गुस्से में हैं.
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यूरोप से किनारा, Georgia में हिंसक प्रदर्शन
- by Neeraj Rajput
- December 1, 2024
- Less than a minute
- 3 weeks ago