रूस के खिलाफ ‘विक्ट्री प्लान’ के साथ ही यूक्रेन ने रूस पर ड्रोन अटैक की बरसात कर दी है. रूस ने एक दिन में यूक्रेन के 172 ड्रोन को मार गिराने का दावा किया है. लेकिन मॉस्को से लेकर रोस्तोव तक हुए इन ड्रोन अटैक में रूस के ‘शहीद’ ड्रोन की ट्रेनिंग से जुड़े एक कर्नल रैंक के अधिकारी की मौत हो गई है. साथ ही ‘किंझल’ हाइपरसोनिक मिसाइल के स्टोर में भी अटैक करने की खबर है.
यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की इनदिनों अमेरिका दौरा पर हैं. इस दौरान जेलेंस्की ने उपराष्ट्रपति (और राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार) कमला हैरिस से अपने खास विक्ट्री-प्लान को साझा किया है. हालांकि, विक्ट्री-प्लान क्या है और इसे किस तरह जेलेंस्की की सेना रूस के खिलाफ इस्तेमाल करने जा रही है, उसका खुलासा नहीं हुआ है लेकिन इस बीच मॉस्को के करीब एक बड़ा ड्रोन
अटैक हुआ है.
जानकारी के मुताबिक, ये रूसी की राजधानी मॉस्को के करीब कोलोमा में ईरान के ‘शहीद’ ड्रोन से जुड़े एक अनमैन्ड एविएशन सेंटर में यूक्रेन ने हमला किया है. इस ड्रोन अटैक में रूसी सेना के एक कर्नल के मारे जाने की रिपोर्ट सामने आई है. ये कर्नल रैंक का अधिकारी शहीद ड्रोन की ट्रेनिंग का इंचार्ज बताया जा रहा है.
ऐसा ही एक ड्रोन अटैक क्रैसोन्दर क्राई प्रांत के येस्क बेस पर सामने आया, जहां किंझल हाइपरसोनिक मिसाइल का स्टोर था. साथ ही रोस्तोव-ऑन-डॉन में भी यूक्रेन के ड्रोन अटैक की खबर है.
रविवार को रूस के रक्षा मंत्रालय ने अपने डेली बुलेटिन में बताया कि यूक्रेन के ‘172 ड्रोन अटैक को विफल’ किया गया है. हाल ही में रूस की इस्कंदर मिसाइल बेस पर भी यूक्रेन ने बड़ा ड्रोन अटैक किया था, जिसमें पूरा एम्युनिशन डिपो धू धू कर जल उठा था.
जेलेंस्की ने अपने अमेरिकी दौरे के दौरान पूर्व राष्ट्रपति (और राष्ट्रपति पद के उम्मीदवार) डोनाल्ड ट्रंप से भी मुलाकात की थी. ट्रंप ने इस दौरान जेलेंस्की को दो टूक कहा था कि ‘इट टेक्स टू, टू टैंगो’ यानी युद्ध के लिए दोनों देश (रूस और यूक्रेन) जिम्मेदार हैं और रोकने की जिम्मेदारी भी दोनों की है.
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