ट्रंप प्रशासन में मची उथलपुथल के बीच अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस से भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने मुलाकात की है. शशि थरूर के नेतृत्व में भारतीय प्रतिनिधिमंडल ने वेंस से ऑपरेशन सिंदूर को लेकर लंबी बातचीत की. इस दौरान जेडी वेंस ने भारत की संयमित सैन्य प्रतिक्रिया के प्रति ‘पूर्ण समर्थन और सम्मान’ जताया.
22 अप्रैल को जब पहलगाम नरसंहार हुआ था, उस वक्त जेडी वेंस अपने परिवार के साथ भारत में मौजूद थे. नरसंहार के एक दिन पहले ही जेडी वेंस, उषा वेंस ने पीएम नरेंद्र मोदी से मुलाकात की थी.
आतंक के मुद्दे पर भारतीय नीति को अमेरिका का मिला समर्थन
भारतीय सांसदों के सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल का एक दल अमेरिका में है. वॉशिंगटन डीसी में भारतीय प्रतिनिधिमंडल और अमेरिकी उपराष्ट्रपति जेडी वेंस के बीच तकरीबन 25 मिनट तक बातचीच हुई. शशि थरूर ने मीटिंग के बारे में ज्यादा जानकारी देते हुए कहा कि “बैठक सकारात्मक रही. आतंकवाद के मुद्दे पर भारत की नीति को अमेरिका का समर्थन मिला है. उपराष्ट्रपति ने भारत के आतंकवाद के खिलाफ संदेश को समझा है.”
आतंकियों और पीड़ितों में समानता नहीं हो सकती:शशि थरूर
शशि थरूर ने अमेरिकी मध्यस्थता को लेकर अमेरिका को साफ संदेश दिया है कि “मध्यस्थता का सीधा मतलब दो पक्षों को समान रूप से देखना, जबकि आतंकवादियों और उनके पीड़ितों के बीच कोई समानता नहीं हो सकती. हमने उपराष्ट्रपति के सामने स्पष्ट किया कि एक तरफ आतंकवाद का समर्थन करने वाला देश है, दूसरी ओर उससे पीड़ित देश है जो अपनी आत्मरक्षा कर रहा है. ऐसे में दोनों देशों को तराजू में तौलना सही नहीं है.”
आतंकवाद के खिलाफ तकनीकी सहयोग बढ़ाने पर चर्चा
थरूर ने कहा कि “हमने आतंकवाद-रोधी प्रयासों से लेकर तकनीकी सहयोग बढ़ाने तक, कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर व्यापक चर्चा की. भारत-अमेरिका रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने के लिए वास्तव में रचनात्मक और सार्थक संवाद हुआ, जिसमें विचारों का शानदार मेल देखने को मिला.”
अमेरिका स्थित भारतीय दूतावास ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि थरूर के नेतृत्व में सर्वदलीय संसदीय प्रतिनिधिमंडल ने सुबह उपराष्ट्रपति वेंस से मुलाकात की.
पहलगाम नरसंहार के वक्त भारत में थे जेडी वेंस
22 अप्रैल को पहलगाम में हुए हमले के समय उपराष्ट्रपति वेंस, उनकी पत्नी उषा वेंस और उनके तीन छोटे बच्चे भारत में ही थे. थरूर ने कहा कि “वेंस ने इस बारे में बात की और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ अपनी मुलाकात को भी याद किया. अप्रैल में उनके और उनके परिवार की भारत यात्रा के बारे में बहुत अच्छी बातें की.”
थरूर ने बताया कि “वेंस ने सबसे पहले, पहलगाम में जो कुछ हुआ, उसके प्रति पूरी समझ और ऑपरेशन सिंदूर में भारत की संयमित प्रतिक्रिया के प्रति समर्थन और सम्मान भी व्यक्त किया.”