गुरूवार को पूरी दुनिया की निगाहें मिस्र से सटे गाज़ा के राफा बॉर्डर पर लगी होंगी. क्योंकि इसी सीमा के करीब दक्षिण गाज़ा में आतंकी संगठन हमास एक दर्जन इजरायली बंधकों को रिहा करेगा.
पिछले 46 दिनों से इजरायल और हमास के बीच चल रही जंग के बीच एक राहत की खबर आई है. इजरायल-हमास युद्ध को अस्थाई रूप से रोकने को लेकर बेंजामिन नेतन्याहू ने हामी भर दी है. इजरायली कैबिनेट ने हमास द्वारा बंधक बनाए गए 50 बंधकों की रिहाई के बदले जंग को अल्प विराम देने के समझौते को स्वीकार कर लिया है. तकरीबन 96 घंटे के लिए इजरायल और हमास के बीच सीजफायर होगा और इस दौरान फाइटर जेट्स, टैंक्स और ग्राउंड ऑपरेशन को इजरायली सेना रोक देगी.
96 घंटे नहीं सुनाई देगी विध्वंसक आवाजें
बुधवार सुबह कतर, मिस्र और अमेरिका के चलते इजरायल के पीएम बेंजामिन नेतन्याहू 4 दिनों के युद्ध-विराम के लिए मान गए हैं.अमेरिका की अगुवाई में कतर की मध्यस्थता युद्ध-विराम इस शर्त पर हुआ है कि दोनों ओर से बंधक रिहा किए जाएंगे. गुरूवार सुबह से युद्ध-विराम शुरु हो जाएगा. समझौते के मुताबिक- हमास इजरायल के 50 बंधकों को रिहा करेगा, जिसमें महिलाएं और बच्चे शामिल भी हैं.
10 बंधकों की रिहाई होगी तो हर दिन बढ़ेगा सीजफायर
इजरायल ने कहा है कि सरकार सभी बंधकों को घर लाने के लिए प्रतिबद्ध है. बेंजामिन नेतन्याहू के कार्यालय की ओर से बयान में कहा गया है कि “हमास अगर 10 और बंधकों को छोड़ता है तो सीजफायर की अवधि एक दिन और बढ़ जाएगी.” दरअसल 7 अक्टूबर को इजरायल पर अचानक हमला करके हमास ने अलग अलग देशों और इजरायल के करीब 240 लोगों को किडनैप कर लिया था. जिनमें बुजुर्ग, बच्चे और महिलाएं अधिक हैं. समझौते पर इजरायल ने कहा, “अगर 50 के अलावा 10 और बंधक रिहा होंगे तो सीजफायर बढ़ता रहेगा.”
हर दिन कितने बंधक रिहा होंगे ?
माना जा रहा है हमास हर दिने 12-13 बंधकों को रिहा करेगा. इन बंधकों को दक्षिण गाज़ा में राफा बॉर्डर के करीब रेड क्रॉस सोसायटी को सौंपा जाएगा. समझौते को लेकर बहुत हद तक गोपनीयता बरती गई है. पर ये तय है कि जबतक एक एक इजरायली नागरिक रिहा नहीं हो जाता, तब तक आईडीएफ कोई एक्शन नहीं लेगी. कहा ये भी जा रहा है कि इजरायल अपने बंधकों की रिहाई के बदले में 150 फिलिस्तीनी कैदियों जिनमें महिलाएं और बच्चे हैं, उन्हें रिहा करेगा. हालांकि इजरायल की ओर से फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई को लेकर कोई औपचारिक बयान नहीं दिया गया है.
युद्धविराम के दौरान क्या-क्या होगा ?
युद्धविराम के दौरान इजरायल, गाजा पट्टी के किसी भी हिस्से में किसी भी तरह का कोई हमला नहीं करेगा। इजरायली सेना के कोई वाहन भी गश्त नहीं करेंगे और ना ही फाइटर जेट्स दिखेंगे. हालांकि उत्तरी गाजा में एक दिन में कुछ घंटे के लिए ड्रोन उड़ने की इजाजत है. युद्वविराम के दौरान किसी की अरेस्टिंग नहीं होगी और न ही कोई हिरासत में लिया जाएगा
कहीं खुशी, कहीं गम, कहीं गुस्सा
बंधकों की रिहाई को लेकर इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने कैबिनेट की बड़ी बैठक बुलाई थी. मीटिंग शुरू होने से पहले नेतन्याहू ने कहा, हमारे सामने एक कठिन फैसला लेने की घड़ी आई है. लेकिन इजरायली बंधकों के लिए सीजफायर सही फैसला है. युद्ध विराम को लेकर इजरायली कैबिनेट में एक प्रस्ताव पेश किया गया, जिसमें बंधकों के रिहाई के बदले समझौते की बात कही गई. प्रस्ताव पर ज्यूइश पावर पार्टी के तीन सांसदों को छोड़कर सभी ने समर्थन किया. कैबिनेट में शामिल आंतरिक मंत्री और वित्त मंत्री ने नेतन्याहू के बंधकों की रिहाई को लेकर फिलिस्तीनी बंदियों को छोडने का विरोध किया है.
कैबिनेट मीटिंग के दौरान विपक्ष ने सरकार से कहा कि दुनिया में जिस तरह से इजरायल की एक शक्तिशाली छवि है, डील से इजरायल की काबिलियत पर नेगेटिव असर पड़ेगा. हालांकि विपक्ष की बातों पर नेतन्याहू ने प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि बंधकों की वापसी की वजह से फैसला लिया गया है, जंग खत्म नहीं हुई है. इजरायल, हमास जैसे आतंकी संगठनों के खिलाफ हमेशा आक्रामक रहेगा. हमास के हमले में मारे गए लोगों के परिवारवालों ने युद्ध-विराम का विरोध किया है. इजरायली नागरिकों ने कहा कि बंधकों के बदले अगर आतंकियों को रिहा किया गया तो इसका विरोध किया जाएगा. अगर आज इजरायल आतंकियों के सामने झुकता है और आतंकियों को जेल से रिहा करता है तो हमें फिर से निशाना बनाया जाएगा.
कैबिनेट बैठक लीक होने पर भड़के नेतन्याहू
इस तरह की खबरें भी सामने आई हैं कि कैबिनेट में जो कुछ भी हुआ लीक होने से नेतन्याहू नाराज हैं. नेतन्याहू ने कहा है कि जल्द ही ऐसा कानून लाया जाएगा कि कैबिनेट की खबरें लीक करने वालों पर एक्शन लिया जा सके.
हमास को खत्म करके ही दम लेंगे- आईडीएफ
इजरायल और हमास के बीच छिड़ी जंग के बीच यह पहला युद्ध विराम होगा. इस युद्ध विराम के कारण गाज़ा में मानवीय सहायता भी पहुंच सकेगी. पर आईडीएफ ने साफ किया है कि हमास के खिलाफ जंग जारी रहेगी. हमास के एक एक आतंकी को मारकर ही बदला पूरा होगा. बहरहाल राहत की खबर के बीच बंधकों के परिवार वाले अपने लोगों से मिलने के लिए बेकरार हैं. इस युद्ध-विराम के बाद इजरायल के एक्शन पर भी अरब देशों की नजर है कि बंधकों की सुरक्षित रिहाई के बाद नेतन्याहू क्या आदेश देंगे.
दुनिया ने किया युद्ध-विराम का स्वागत
संयुक्त राष्ट्र से लेकर भारत, चीन, अमेरिका, रूस, ब्रिटेन, कतर, मिस्र, यूरोपीय संघ, और सऊदी अरब जैसे देशों ने स्वागत किया है. 96 घंटे के इस सीजफायर को यूएन ने “सही दिशा में उठाया गया कदम बताया.”