यूक्रेन युद्ध में रुस के साथ खड़े नजर आने वाले पूर्वी यूरोपीय देश स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री रॉबर्ट फिको पर बुधवार को जानलेवा हमला किया गया है. फिको पर हमला सड़क पर खड़े लोगों से मुलाकात के दौरान हुआ. भीड़ में खड़े हमलावर ने फिको को बेहद करीब से कई गोलियां मार दी. अस्पताल में फिको जिंदगी और मौत के मुंह में झूल रहे हैं.
जानकारी के मुताबिक, हमले के वक्त फिको, स्लोवाकिया की राजधानी ब्रातिस्लावा से 200 किलोमीटर दूर हंदलोवा शहर में सड़क पर खड़े लोगों से मुलाकात कर रहे थे और उनकी बातें सुन रहे थे. इस दौरान हथियारबंद सीक्रेट सर्विस ऑफिसर भी फिको के साथ थे. लेकिन इससे पहले की कोई कुछ समझ पाता हमलावर ने फिको पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसा दी. गोली लगते ही फिको गिर पड़े.
आनन-फानन में सीक्रेट सर्विस के अधिकारियों ने फिको को उठाकर गाड़ी तक पहुंचाया और तुरंत अस्पताल की तरफ रवाना हो गए. ये पूरी घटना वीडियो में कैद हुई है. उधर दूसरे सीक्रेट सर्विस ऑफिसर्स ने हमलावर को घटनास्थल से ही धर-दबोचा. ये मंजर भी कैमरे में कैद हो गया.
अभी तक ये पता नहीं चल पाया है कि हमलावर ने फिको को क्यों निशाना बनाया. पिछले साल अक्टूबर के महीने में ही फिको ने अपने देश की कमान तीसरी बार संभाली थी. इससे पहले वे 2006 और 2012 में भी स्लोवाकिया के प्रधानमंत्री पद पर रह चुके हैं. 2018 में उन्हें एक पत्रकार की हत्या के बाद देश में हुए जबरदस्त विरोध-प्रदर्शन के चलते अपने पद से इस्तीफा देना पड़ा था. लेकिन पिछले साल 2023 में चुनाव के दौरान फिको ने यूक्रेन से समर्थन वापस लेने और सैन्य मदद बंद करने को प्रमुखता से मुद्दा बनाया था.
फिको ने यूक्रेन के नाटो में शामिल होने पर भी रोक लगाने की मांग की थी. उन्हें क्रेमलिन (रुस के राष्ट्रपति का दफ्तर) का करीबी माना जाता था. रुस-यूक्रेन युद्ध के लिए फिको, (यूक्रेन) के नाजियो और फासिस्ट्स को जिम्मेदार मानते हैं. हंगरी की तरह फिको भी यूरोपीय संघ की आलोचना करते थे.
फिको पर जानलेवा हमले होने पर यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोदीमीर जेलेंस्की और यूरोपीय संघ की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन सहित कई देशों के राष्ट्राध्यक्षों ने आलोचना करते हुए उनके (फिको) के जल्द स्वस्थ होने की कामना की है.