आतंकी संगठन हमास की क्रूरता और वहशीपन का जो वीडियो पूरी दुनिया में वायरल हुआ था, उससे जुड़ी युवती का शव इजरायल ने ढूंढ निकालने का दावा किया है. करीब सात महीने बाद जर्मन मूल की इजरायली शनि लौक सहित कुल तीन बंधकों के शव इजरायली डिफेंस फोर्सेज (आईडीएफ) ने गाजा से बरामद किए हैं.
आईडीएफ के प्रवक्ता रियर एडमिरल डेनियल हगारी ने एक संवाददाता सम्मेलन में कहा कि गाजा सीमा के पास एक आउटडोर डांस पार्टी, नोवा म्यूजिक फेस्टिवल में हमास द्वारा इन तीनों की हत्या कर दी गई और उनके शवों को फिलिस्तीनी क्षेत्र में ले जाया गया था. इजरायल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने इन मौतों को “दिल दहला देने वाला” कहा और ऐलान किया कि “अपने सभी बंधकों, जीवित और मृत दोनों को वापस लेकर आएंगे.” शनि लौक के अलावा अन्य दो शवों की पहचान 28 वर्षीय अमित बुस्किला नाम की महिला और 56 वर्षीय व्यक्ति इत्ज़ाक गेलरेंटर के रूप में हुई है (https://x.com/IDF/status/1791497077022683374).
इजरायली सेना ने बिना विस्तृत जानकारी देते हुए कहा कि सभी शव रातोंरात पाए गए. इसके अलावा ये जानकारी साझा नहीं की गई कि वे कहां से बरामद किए गए. आईडीएफ का दावा है कि हमास ने बाकी बंधकों को गाजा पट्टी के दक्षिणी शहर राफा में कहीं छिपाया हुआ है. यही वजह है कि इजरायली सेना अब राफा पर हमले की तैयारी कर रही है.
गौरतलब है कि पिछले 7 अक्टूबर को जब पूरा इजरायल त्यौहार का जश्न मना रहा था, हमास के आतंकियों ने जल, थल और आकाश तीनों जगहों से बड़ा आतंकी हमला किया था. हमास के नरसंहार में करीब 1100 लोगों की जान चली गई थी. नोवा त्यौहार के जश्न में से आतंकी बड़ी संख्या में युवक और युवतियों को अपने साथ बंधक बनाकर ले गए थे. उन्हीं बंधकों में से एक शनि लौक थी जिसे आतंकियों ने अपने पिकअप गाड़ी में डालकर घुमाया था. इस घटना का वीडियो उस वक्त पूरी दुनिया में वायरल हुआ था.
7 अक्टूबर के बाद से इजरायल ने हमास आतंकियों के खात्मे और अपने बंधकों को छुड़ाने के लिए गाजा पट्टी पर जबरदस्त हमला किया था. आईडीएफ के हमलों में अब तक 30 हजार से ज्यादा फिलिस्तीनियों की जान चली गई है. गाजा के बाद आईडीएफ अब राफा शहर पर बड़े हमले की योजना बना रही है. क्योंकि अभी भी 120 से ज्यादा इजरायली नागरिक हमास की गिरफ्त में हैं.