अमेरिका के सबसे महंगे फाइटर जेट प्रोग्राम को एक बार फिर झटका लगा है. दुनिया के सबसे खतरनाक विमानों में से एक स्टेल्थ फाइटर जेट ‘एफ-35 लाइटनिंग-2’ न्यू मैक्सिको के पास हादसे का शिकार हुआ है. एफ-35, न्यू मेक्सिको के अल्बरक्यू इंटरनेशनल एयरपोर्ट के पास क्रैश हुआ है. न्यू मैक्सिको में पिछले दो महीनों में सैन्य विमान गिरने की ये दूसरी घटना है. ‘एफ 35’ से पहले अप्रैल महीने में एफ-16 फाइटिंग फाल्कन भी होलोमन एयर फोर्स बेस के पास एक दूर के इलाके में गिर गया था.
फाइटर जेट क्रैश, यूएस को लगा 832 करोड़ का झटका
हादसा बुधवार को दोपहर 1 बजकर 50 मिनट के आसपास हुआ. हादसे के बाद विमान में भीषण आग लग गई जिसका वीडियो सामने आया है. अल्बुकर्क के दक्षिणी किनारे पर स्थित किर्टलैंड एयर फोर्स बेस 377वें एयरबेस विंग है. अमेरिकी रक्षा मंत्रालय के मुताबिक, “ये विकासात्मक मॉडल जेट था, जिसकी कीमत 135 मिलियन डॉलर की है. एफ 35 जेट अल्बुकर्क से 1100 किलोमीटर दूर दक्षिणी कैलिफोर्निया में एडवर्ड्स वायुसेना बेस के रास्ते में था. किर्टलैंड वायुसेना बेस पर ईंधन भरने के बाद विमान क्रैश हो गया. फाइटर जेट अल्बुकर्क में इंटरनेशनल सनपोर्ट के पास गिरा. हादसे के बाद पायलट ने खुद को इजेक्ट किया और विमान से बाहर निकलने में कामयाब रहा. पायलट घटना में घायल हुआ है और इलाज के लिए यूनिवर्सिटी ऑफ न्यू मैक्सिको अस्पताल ले जाया गया है.” (https://x.com/stillgray/status/1795559414704824825)
अमेरिका को झटके पर झटका!
832 करोड़ के फाइटर जेट के हादसे की अमेरिका ने जांच शुरु कर दी है. फाइटर जेट एफ 35 लाइटनिंग-2 यूरोप में बहुत लोकप्रिय है. इस फाइटर जेट को दुनिया के 10-12 देशों में इस्तेमाल किया जाता है. पिछले कुछ महीनों मे अमेरिका के डिफेंस सेक्टर को एक के बाद एक हादसों से झटका लगा है. दो महीनों में सैन्य विमान से जुड़ी यह दूसरी दुर्घटना है. इसी साल अप्रैल में एक एफ-16 फाइटिंग फाल्कन का क्रैश हो गया था. इसके अलावा हूती विद्रोहियों ने अमेरिका के एमक्यू-9 रीपर ड्रोन को भी मार गिराया गया है. पिछले कुछ हफ्ते में एमक्यू-9 के मार गिराए जाने की ये छठी घटना बताई जा रही है.
एफ 35 क्यों माना जाता है खतरनाक ?
हर मौसम में उड़ान भरने वाले स्टेल्थ मल्टीरोल कॉम्बैट एयरक्राफ्ट को स्ट्राइक मिशन के लिए डिजाइन किया गया है. स्टील्थ विशेषताओं के चलते ये दुश्मन की रडार की पकड़ में नहीं आ पाता है. यह इलेक्ट्रॉनिक वॉरफेयर, सर्विलांस और रीकॉन्सेंस जैसे मिशन को भी पूरा कर सकता है. इसे एक ही पायलट उड़ाता है. इसमें 4 बैरल वाली 25 मिमी की रोटरी कैनन लगी है. जो एक मिनट में 180 गोलियां दागती है. हवा से हवा, हवा से सतह, हवा से शिप और एंटी-शिप मिसाइल भी तैनात की जा सकती है. इसके अलावा चार तरीके के बम लगाए जा सकते हैं. एफ-35 अधिकतम 50 हजार फीट की ऊंचाई तक जा सकता है. इसे अमेरिका की लॉकहीड मार्टिन कंपनी बनाती है.
पहले भी हो चुका है क्रैश
वर्ष 2022 में भी एक एफ-35 फाइटर जेट फ्लाइट-टेस्ट के दौरान अमेरिका के टेक्सास में क्रैश हो गया था (https://x.com/neeraj_rajput/status/1603709139934666752).
पेंटागन तक ने लगा दी थी सप्लाई पर रोक
वर्ष 2022 में भी पेंटागन (अमेरिकी रक्षा विभाग) ने एफ-35 फाइटर जेट की सप्लाई को ये कहकर रोक दी थी कि इनमें चीनी उपकरण लगे हैं. फाइटर जेट को बनाने वाली कंपनी लॉकहीड मार्टिन ने खुद ये बात स्वीकार की थी कि इसमें चीनी सैन्य उपकरण लगे हैं.