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इस्लाम-विरोधी रैली पर अटैक, German पुलिसकर्मी की मौत

By Khushi Vijai Singh

एंटी-इस्लाम रैली में हमलावर का शिकार हुए जर्मनी के पुलिस ऑफिसर की रविवार को इलाज के दौरान मौत हो गई. घटना पर शोक व्यक्त करते हुए जर्मनी के चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने कहा कि “लोकतंत्र में हिंसा अस्वीकार्य है” और “अपराधी को सख्त सजा का सामना करना पड़ेगा.”

शुक्रवार को जर्मनी के मैनहेम में एक चौक पर आयोजित एंटी-इस्लाम रैली में एक अफगान नागरिक ने चाकू से हमला कर दिया था. वहां मौजूद पुलिसकर्मियों ने रोकने का प्रयास किया तो हमलावर ने उनपर भी हमला कर दिया था. हमलावर ने मृतक पुलिस-ऑफिसर पर भी चाकू से ताबड़तोड़ हमला कर दिया था. इस हमले में कुल पांच लोग घायल हो गए थे. पुलिसकर्मियों ने हमलावर को गोली मारने के बाद काबू किया था. पीड़ित घायलों सहित हमलावर को अस्पताल में भर्ती कराया गया था. रविवार को पुलिस-ऑफिसर ने इलाज के दौरान दम तोड़ दिया. 
जानकारी के मुताबिक, 

दक्षिण-पश्चिम जर्मनी के मैनहेम शहर में ‘पैक्स-यूरोपा’ नाम की एक दक्षिणपंथी संस्था ने इस्लाम-विरोधी रैली का आयोजन किया था. इजरायल-हमास युद्ध के शुरु होने के बाद से जर्मनी सहित पूरे यूरोप में जगह-जगह फिलिस्तीन और गाजा के समर्थन में धरना-प्रदर्शन और रैलियों का आयोजन किया है. ऐसे में यूरोप के इस्लामीकरण के आरोप लग रहे थे. यही वजह है कि दक्षिणपंथी और राष्ट्रवादी संस्थाएं भी एंटी-इस्लाम रैली का आयोजन कर रही हैं. पैक्स-यूरोपा ने भी ऐसा ही एक आयोजन किया था  जिसमें राइट विंग ब्लॉगर और कार्यकर्ता माइकल स्ट्यूरजेनबर्गर भी शामिल हुए थे. इसी दौरान अफगानी हमलावर ने आयोजन में शामिल लोगों पर चाकू से अटैक कर दिया. हमले में स्ट्यूरजेनबर्गर भी घायल हुए हैं. जर्मनी की डोमेस्टिक इंटेलिजेंस के प्रमुख ने कहा है कि ऐसे हमलों का खतरा “वास्तविक रूप से और लंबे समय से भी अधिक चलता है.” 

चांसलर ओलाफ शोल्ज़ ने एक्स (पूर्व में ट्विटर) पर अपनी “गहरी शोक” व्यक्त की और कहा कि, “हम सभी की सुरक्षा के प्रति प्रतिबद्धता सर्वोच्च मान्यता के योग्य है.” उन्होंने कहा, “हमारे लोकतंत्र में हिंसा अस्वीकार्य है. अपराधी को सख्त सज़ा का सामना करना होगा.”

एक अन्य पुलिसकर्मी द्वारा गोली मारे जाने के बाद, अफगान हमलावर को अस्पताल में भर्ती कराया गया और हत्या के प्रयास के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया था. क्योंकि संदिग्ध से पूछताछ की स्थिति नहीं है, पुलिस और अभियोजकों ने कोर्ट में हमले के पीछे का कारण उजागर नहीं किया है. माना जा रहा है कि अफगान हमलावर एंटी-इस्लाम रैली से नाखुश था और विरोध में चाकू से वहां मौजूद लोगों पर हमला कर दिया. हमलावर पिछले 10 सालों से जर्मनी में रह रहा था (https://x.com/FlashFeed365/status/1796514218172350524).

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