भरी सभा में किसी दूसरी महिला को अपनी पत्नी समझने की भूल, अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन को भारी पड़ गई है. बाइडेन ने खुद दूसरी बार राष्ट्रपति बनने की इच्छा त्याग दी है. बाइडेन ने अपनी जगह उप-राष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद का उम्मीदवार घोषित किया है. भारतीय मूल की हैरिस का सीधा मुकाबला रिपब्लिकन पार्टी के मजबूत दावेदार डोनाल्ड ट्रंप से होने जा रहा है.
चुनावी सभा में जानलेवा हमले से बाल-बाल बचे ट्रंप, बाइडेन से रेस में आगे निकलते दिखाई पड़ रहे थे. पेन्सिलवेनिया में कान पर लगी गोली के बावजूद जिस तरह ट्रंप ने मुठ्ठी बंद कर अमेरिका के नागरिकों को आहवान किया था उससे साफ लगने लगा था कि बाइडेन को कड़ी टक्कर मिलने जा रही है.
बाइडेन की बढ़ती उम्र (81 वर्ष) और कम होती याददाश्त से डेमोक्रेटिक पार्टी भी चिंतित होने लगी थी. नाटो की 75वीं वर्षगांठ पर बाइडेन, यूक्रेन के राष्ट्रपति जेलेंस्की को पुतिन कहकर संबोधित कर चुके थे. हालांकि, उन्होंने अपनी गलती तुरंत सुधार ली थी, लेकिन उससे साफ लगने लगा था कि बाइडेन की उम्र अब हावी हो रही है. इससे पहले इटली में आयोजित सी-7 समिट में भी सार्वजनिक तौर से उन्होंने कुछ ऐसी हरकत की जो लोगों को नागवार गुजर रही थी. बावजूद इसके डेमोक्रेटिक पार्टी, बाइडेन को अगले राष्ट्रपति के तौर पर पेश कर रही थी.
बाइडेन की दावेदारी को लेकर खुद अमेरिका के नेता सवाल खड़े कर रहे थे. पूर्व सीनेटर तुलसी गबार्ड ने तो अमेरिका के डीप-स्टेट पर जानबूझकर बाइडेन को राष्ट्रपति बनाए जाने को लेकर तीखा निशाना साधा था. तुलसी के मुताबिक, भुलक्कड़ बाइडेन को राष्ट्रपति बनाकर डीप-स्टेट अमेरिका में अपनी मनमर्जी चलाना चाहता था.
हाल में बाइडेन के एक वीडियो ने हालांकि, डीप-स्टेट की कोशिशों पर पानी फेर दिया. कुछ दिनों पहले एक वीडियो सामने आया था जिसमें एक कार्यक्रम में बाइडेन एक महिला को अपनी पत्नी समझकर किस (चुंबन) लेने की कोशिश करते दिखाई पड़ रहे थे. इसी बीच बाइडेन की पत्नी जिल बाइडेन वहां पहुंची और अपने राष्ट्रपति-पति को याद दिलाया कि वो उनकी बीवी है. इस वीडियो के चलते बाइडेन की याददाश्त पर जमकर निशाना साधा जा रहा था. यहां तक की एक्स (ट्विटर) के मालिक एलन मस्क तक ने बाइडेन का विरोध कर डाला था. (https://x.com/neeraj_rajput/status/1815206336080015599)
वीडियो सामने आने के बाद अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बराक ओबामा और पूर्व सीनेटर नैन्सी पेलोसी तक ने बाइडेन को अपनी पार्टी का उम्मीदवार बनाए जाने का विरोध शुरु कर दिया था. ऐसे में बाइडेन को अपनी उम्मीदवारी वापस लेनी पड़ी. माना जा रहा है कि अमेरिका के इतिहास में ये शायद पहली बार हुआ है कि किसी उम्मीदवार को इतनी देरी से अपना नाम वापस लेना पड़ा है. जबकि, बाइडेन टीवी डिबेट तक में हिस्सा ले चुके थे.
बाइडेन ने अपनी खासम-खास रही उपराष्ट्रपति कमला हैरिस को राष्ट्रपति पद के लिए अनुशंसा की है. हालांकि, डेमोक्रेटिक पार्टी की तरफ से आधिकारिक तौर से नाम की घोषणा होनी बाकी है.
कभी कश्मीर में धारा 370 हटने के बाद भारत-विरोधी बयान देने वाली कमला हैरिस की नीतियां अभी तक खुलकर सामने नहीं आई है. हालांकि, पिछले साल (2023 में) जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अमेरिका के दौरे पर गए थे, तब कमला बदली हुई दिखाई पड़ रही थीं. मोदी से मुलाकात के दौरान उन्होंने न केवल प्रधानमंत्री की नेतृत्व-क्षमताओं की तारीफ की थी बल्कि दक्षिण (पूर्व) एशिया और इंडो-पैसिफिक क्षेत्र में भारत को एक अहम पार्टनर बताया था.
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