हमास के साथ चल रही जंग के नौ (09) महीने बाद इजरायल को मिली है बड़ी कामयाबी. क्योंकि इजरायल ने हमास चीफ इस्माइल हानिया (हनियेह ) को मार गिराया है. इस्माइल हानिया की वजह से ही संघर्ष शुरु हुआ था और फिलिस्तीन में इतना खून खराबा हुआ.
बुधवार को इजरायल ने हानिया को उस होटल में ही उड़ा दिया जिसमें ठहरा हुआ था. हैरान करने वाली बात ये है कि इजरायल की ये कार्रवाई गाजा, फिलिस्तीन में नहीं बल्कि ईरान की राजधानी तेहरान में हुई है.
इजरायल ने ईरान में घुसकर हमास चीफ को मारा !
इजरायल ने बीते साल 07 अक्टूबर को हुए आतंकी हमले का बदला ले लिया है. बुधवार तड़के हमास चीफ इस्माइल हानिया को इजरायल ने ढेर कर दिया. इजरायल ने तेहरान में घुसकर हमास चीफ और उसके एक बॉडीगार्ड को मार गिराया है.
ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कोर (आईआरजीसी) के जनसंपर्क विभाग की ओर से जारी एक बयान में कहा गया कि “हानिया और उसके एक बॉडीगार्ड की तेहरान स्थित उनके आवास पर हत्या कर दी गई है.” हमास ने भी खुद बयान जारी कर अपने चीफ की मौत की पुष्टि की है.
ईरान के सुप्रीम ली़डर से मिलने पहुंचा था इस्माइल हानिया
हमास चीफ इस्माइल हानिया ईरान के नए राष्ट्रपति के शपथ ग्रहण समारोह के लिए ईरान के दौरे पर था. 30 जुलाई को ईरान के नए राष्ट्रपति मसूद पेजेश्कियान के शपथ ग्रहण समारोह में शामिल हुआ था. इस दौरान हानिया ने ईरान के सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई से भी मुलाकात की थी. मुलाकात के अगले ही दिन यानी बुधवार (31 जुलाई) को सुबह-सुबह इजरायल ने उसे होटल के सूट में ही ढेर कर दिया. हमास चीफ के साथ-साथ उसका एक बॉडीगार्ड भी मारा गया. इससे पहले गाजा पट्टी में इजरायली सेना के एक्शन में हानिया के तीन बेटों और 80 साल की बूढ़ी मां समेत पूरे परिवार को भी आईडीएफ ने ढेर कर दिया था.
हमास नेता की हत्या से दुनिया बेहतर होगी- इजरायली मंत्री
तेहरान में हुए इजरायली एक्शन पर आई़डीएफ (इजरायल डिफेंस फोर्सेज) ने कोई बयान नहीं दिया है. लेकिन हमास और ईरान के इस्लामिक रिवोल्यूशनरी गार्ड कॉर्प्स ने हानिया के मारे जाने की पुष्टि की है. इजरायल के मंत्री अमीचाई एलियाहू ने कहा कि “हमास नेता की हत्या से दुनिया बेहतर होगी. एक्स पर एक पोस्ट में अमीचाई ने कहा, “इन नश्वर लोगों पर कोई दया नहीं है.”
हानिया की हत्या के लिए सजा जरूर मिलेगी: हमास
हमास के मूसा अबू मरज़ूक ने कहा है कि “इस्माइल हानिया की हत्या एक कायरतापूर्ण कृत्य है, जिसकी सजा जरूर मिलेगी. इसका बदला लिया जाएगा.”
यमन के हूती सुप्रीम रिवोल्यूशनरी कमेटी के प्रमुख मोहम्मद अली अल ने हानिया की हत्या को जघन्य आतंकवादी अपराध करार देते हुए कहा कि “इस्माइल हानिया को निशाना बनाना एक जघन्य आतंकवादी अपराध है और कानूनों और आदर्श मूल्यों का घोर उल्लंघन है.”
नेतन्याहू ने हानिया को मारने की खाई थी कसम
दरअसल 7 अक्टूबर को इजरायल में जो कुछ भी हुआ पूरी दुनिया ने देखा. कैसे जल, थल, नभ से आतंकियों ने इजरायल के लोगों पर आतंकी हमला किया गया. इस हमले का मास्टरमाइंड हानिया ही था. इजरायली पीएम नेतन्याहू ने कई बार कहा था कि “जब तक इस्माइल हानिया को नहीं मारेंगे तब तक चैन से नहीं बैठेंगे.”
हानिया कतर की राजधानी दोहा में रहता था और वहीं से हमास का कामकाज देखता था. मिस्र ने इस्माइल हानिया के गाजा आने-जाने पर रोक लगा रखी थी. हानिया को 6 मई 2017 को हमास के पॉलिटिकल ब्यूरो का प्रमुख चुना गया था. अमेरिका के विदेश विभाग ने 2018 में हानिया को आतंकवादी घोषित किया था.
क्या ईरान लेगा बदला
हानिया की हत्या के बाद ईरान ने आपात बैठक बुलाई. बैठक में ईरान के सुप्रीम कमांडर भी मौजूद रहे. बैठक में कुद्स फोई के चीफ भी मौजूद थे.
पूरी दुनिया की निगाहें अब ईरान पर लगी हैं कि क्या राजधानी में सरकारी-मेहमान का बदला लिया जाएगा.
एक दिन में डबल अटैक
मंगलवार को इजरायल ने लेबनान की राजधानी बेरूत में हिजबुल्लाह कमांडर फउद शुकर को भी मार गिराया. फउद पर 40 करोड़ का ईनाम था. फउद पर गोलन हाइट्स में एक फुटबॉल ग्राउंड पर हमला करने का आरोप था. इस हमले में ग्राउंड में खेल रहे बच्चों समेत 12 युवाओं की मौत हो गई थी.