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मैंगो से विपक्ष को लुभाने की पाकिस्तानी साजिश ?

पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के चलते पड़ोसी देश बांग्लादेश सुलग रहा है तो उधर पाकिस्तान ने राहुल गांधी और भारत की विपक्षी पार्टियों के दूसरे नेताओं से गलबहियां बढ़ाने शुरु कर दी है. वो भी ‘मैंगो डिप्लोमेसी’ के जरिए. ये दावा बीजेपी ने किया है. 

‘मैंगो डिप्लोमेसी’ कोई नई बात नहीं है. देश एक दूसरे को आम भेजते रहे हैं. बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना प्रधानमंत्री मोदी के पदभार संभालने के बाद से लगभग हर साल उन्हें आम भेजती थीं. सिर्फ पीएम मोदी को ही नहीं पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी और सोनिया गांधी को भी शेख हसीना ने मैंगो भेजे थे. पर ऐसे नाजुक समय में जब भारत को अपनी सुरक्षा पर सबसे ज्यादा खतरा मंडरा रहा है तो पाकिस्तान कूटनीतिक तौर पर भारत के विपक्षी नेताओं को आम की पेटियां भेजकर दोस्ती गांठ रहा है. 

बीजेपी के मुताबिक, पाकिस्तान ने लोकसभा में नेता विपक्ष और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी समेत इंडिया गठबंधन के सात सांसदों को आम की पेटियां पहुंचाई हैं. पाकिस्तान से आम आने की खबर पर बवाल इसलिए भी हो रहा है क्योंकि दावा है कि ये आम सिर्फ विपक्ष के सांसदों को भेजे गए हैं.

विपक्ष के सासंदों को पाकिस्तान ने भेजे आम: बीजेपी
भाजपा नेता अमित मालवीय ने दावा किया है कि पाकिस्तानी उच्चायोग ने सात सांसदों को आम भेजे हैं. अमित मालवीय ने एक्स पोस्ट पर लिखा, “पाकिस्तानी उच्चायोग से आम पाने वालों में विपक्ष के नेता राहुल गांधी के अलावा शशि थरूर, कपिल सिब्बल और समाजवादी पार्टी के रामपुर से सांसद मोहिबुल्लाह नदवी, संभल सांसद जिया-उर-रहमान बर्क, कैराना सांसद इकरा हसन और गाजीपुर सांसद अफजाल अंसारी शामिल हैं. सभी 7 विपक्षी सांसदों को पाकिस्तानी उच्चायोग ने गिफ्ट में आम भेजा है.” मालवीय ने आगे कहा कि “कुछ लोगों को आम कौन भेजता है, इससे भी पहचाना जा सकता है.”

पाकिस्तान से कोई डील तो नहीं कर रहे राहुल? : गिरिराज सिंह
बीजेपी सांसद और केन्द्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा कि “राहुल गांधी के पाकिस्तान के साथ नापाक रिश्ते हैं.”  पाकिस्तान की मैंगो डिप्लोमेसी से भड़के गिरिराज सिंह ने कहा, “मैं देश को बताना चाहता हूं कि राहुल गांधी ने कुछ समय पहले कहा था कि यूपी का आम उन्हें अच्छा नहीं लगता है. पाकिस्तान के दूतावास ने उन्हें आम भेजा है. पाकिस्तान के आम के साथ-साथ उन्हें क्या-क्या चीजें अच्छी लगती है, राहुल गांधी को बताना चाहिए. क्या वह पाकिस्तान से मोदी को हटाने के लिए नया तरीका मांगने गए हैं. पाकिस्तान से इनके नापाक रिश्ते हैं.”

शशि थरूर ने सफाई में क्या कहा?
शशि थरूर ने पाकिस्तान हाई कमीशन की ओर से आम की टोकरियां आने के दावों का खंडन किया है. शशि थरूर ने कहा “मैंने तो कभी देखा नहीं, न ही ऐसा कुछ सुना. मुझे पाकिस्तानी हाई कमीशन की ओर से अब तक कभी कुछ नहीं मिला. मैं 15 सालों से सांसद हूं, पहले जब दोनों देशों के रिश्ते अच्छे थे तब कुछ लोगों से संपर्क थे, लेकिन कई सालों से पाकिस्तान में किसी से कोई संपर्क नहीं है.”

राहुल जी, पाकिस्तान का आम चूसेंगे, क्या भारत के किसान कमतर हैं?: बीजेपी नेता
पाकिस्तान के मैंगो भेजे जाने पर यूपी बीजेपी के नेता डॉ.अंकुश त्रिपाठी ने राहुल गांधी को अमेजॉन से लंगड़ा और चौसा आम ऑर्डर किया है. अंकुश त्रिपाठी ने अपनी सोशल मीडिया पोस्ट में लिखा, “प्रिय राहुल जी! आपको बनारस का लंगड़ा और उत्तर प्रदेश का ही चौसा आम भेज रहा हूँ. उम्मीद है आपको बनारस का लंगड़ा और उत्तर प्रदेश वाला चौसा आम पसंद आएगा. वैसे आपका और पाकिस्तान का आपके प्रति प्रेम जगज़ाहिर है फिर भी मेरे द्वारा भेजा गया आम खाने से आपके भीतर हो सकता है तनिक देश प्रेम जागृत हो जाये.” 

पुरानी है मैंगो डिप्लोमेसी, पर अभी समय है नाजुक!
आम पारंपरिक रूप से कूटनीतिक हथियार के रूप में काम करते रहे हैं. साल 2015 में तत्कालीन पाक पीएम नवाज शरीफ ने ‘मैंगो डिप्‍लोमेसी’ के जरिए दोस्ती का हाथ बढ़ाया था. ईद के मौके पर नवाज शरीफ ने तब पीएम नरेंद्र मोदी के लिए आम भेजे थे. पीएम मोदी के अलावा पाकिस्तान से तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी और कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी को भी आम भेजे थे. 1981 में पाकिस्तानीराष्ट्रपति जिया उल हक ने तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी को आमों की एक टोकरी भेजी थी.

पिछले कुछ सालों में देश में आतंकवादी गतिविधियों को बढ़ावा देने की वजह से पाकिस्तान से रिश्ते बेहद खराब हैं. पुलवामा, पठानकोट, उरी हमले और कश्मीर में अस्थिरता के पीछे भी पाकिस्तान है. भारत को पाकिस्तान पर एयरस्ट्राइक और सर्जिकल स्ट्राइक तक करनी पड़ी थी. अगर सच में पाकिस्तान ने इंडिया गठबंधन के नेताओं आम भेजे हैं तो विपक्ष को बेहद सतर्क रहना होगा क्योंकि कहीं पाकिस्तान की डिप्लोमेसी के पीछे कोई साजिश तो नहीं ?

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