यूक्रेन जंग के ढाई साल बाद पहली बार रूस को युद्ध की तपन महसूस हो रही है. क्योंकि यूक्रेन की सेना ने पहली बार रूस के कुर्स्क इलाके में 10 किलोमीटर अंदर घुसकर हमला किया है. नतीजा ये हुआ है कि बड़ी संख्या में रूसी नागरिकों को अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की तरफ भागना पड़ा है. यूक्रेनी सेना ने रूस के एक गैस हब पर कब्जा कर लिया है और एक न्यूक्लियर प्लांट के बेहद करीब पहुंच गई है. ऐसे में पहली बार मॉस्को से करीब 500 किलोमीटर दूर दोनों देशों की सेना में जबरदस्त युद्ध चल रहा है.
यूक्रेन के कुर्स्क इलाके में हुई डीप-स्ट्राइक पर राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने कहा है कि रूस को (यूक्रेन पर) आक्रमण का नतीजा झेलना चाहिए. पिछले 30 महीनों से रूस-यूक्रेन जंग मुख्य तौर पर डोनबास प्रांत में लड़ी जा रही थी. ये वो इलाका है जिसे रूस ने यूक्रेन से छीनकर अपने फेडरेशन में शामिल कर लिया है. साथ ही यूक्रेन के ड्रोन और मिसाइल अटैक क्रीमिया में भी हो रहे थे. पिछले कुछ महीनों से रूसी सेना ने एक नया फ्रंट, बेलगोरोड-खारकीव इलाके में खोला था. रूसी सेना यूक्रेन के खारकीव प्रांत में 10-12 किलोमीटर अंदर घुस गई थी.
जब ऐसा लगा रहा था कि यूक्रेनी सेना अब थककर हाथ खड़े करने जा रही है तभी कुर्स्क में बड़ा उलटफेर हो गया. रूस के बेलगोरोड प्रांत से सटा है कुर्स्क. युद्ध के दौरान यहां कभी पहले कोई एक्शन नहीं देखा गया था. ऐसे में यूक्रेनी सेना ने रूस की कमजोर कड़ी पर जोरदार वार किया है. (यूक्रेन का बड़ा उलटफेर, रूस में घुसकर स्ट्राइक)
यूक्रेन के इस हमले के बारे में अमेरिका सहित पश्चिम देश भी अनभिज्ञ थे. ये बात जरूर है कि हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन ने यूक्रेनी सेना को रूस के सीमावर्ती इलाकों में हमलों के लिए इजाजत दे दी थी. 68 बिलियन डॉलर की मदद के साथ-साथ यूएस आर्मी की लंबी दूरी की एटीएसीएमएस (एटाकैम्स) टेक्टिकल मिसाइल भी मुहैया कराई थी.
जानकारी के मुताबिक, यूक्रेन के करीब 1000 सैनिकों ने टैंक और आर्मर्ड पर्सनल करियर (व्हीकल) के जरिए कुर्स्क इलाके पर हमला बोल दिया. इससे पहले की रूस की बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स एफएसबी (फेडरल सिक्योरिटी ब्यूरो) कुछ समझ पाती, यूक्रेनी सेना ने सुडझा गैस प्लांट पर कब्जा कर लिया. एफएसबी की कई चौकियों को तहस नहस कर दिया गया और 25-30 रूसी सैनिकों को बंधक बनाने का भी दावा कर डाला.
सुडझा प्लांट से ही यूक्रेन के जरिए रूस, यूरोप को गैस सप्लाई करता आया है. यूक्रेनी सेना का अगला निशाना कुर्स्क परमाणु संयंत्र है. रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि परमाणु संयंत्र के चारो तरफ घेराबंदी मजबूत कर दी गई है ताकि यूक्रेन सैनिक इसके करीब न पहुंच पाएं.
यूक्रेन के इस सरप्राइज अटैक से रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन गुस्से में हैं. पुतिन ने नए रक्षा मंत्री और सेना के उच्च कमांडर से मुलाकात कर यूक्रेनी सेना को कुर्स्क इलाके से खदेड़ने का सख्त आदेश दिया है. साथ ही विस्थापित हुए हर रूसी नागरिक को 10 हजार रूबल (रूसी करेंसी) देने का ऐलान किया है.
रूसी रक्षा मंत्रालय का दावा है कि पिछले तीन दिनों में कुर्स्क में हुई लड़ाई में यूक्रेन के 945 सैनिकों को मार गिराया गया है. साथ ही 12 टैंक सहित 100 से ज्यादा आर्मर्ड व्हीकल तबाह करने का दावा किया है. रूसी सेना ने कुर्स्क इलाके में मोबिलाइजेशन किया है ताकि यूक्रेनी सेना के आक्रमण को विफल किया जा सके.
साथ ही यूक्रेन सेना ने खेरसोन इलाके पर हमला करने के लिए डिनाइपर नदी पर एक दर्जन बोट्स का इस्तेमाल किया. रूसी रक्षा मंत्रालय ने बोट्स पर हमले का वीडियो जारी कर कहा कि 12 यूक्रेनी बोट्स नष्ट कर दी गई हैं.
यूक्रेन ने भी आरोप लगाया है कि रूसी सेना ने डोनेत्स्क के एक डिपार्टमेंटल स्टोर पर हमला किया है जिसमें चार लोग मारे गए हैं और 24 लोग घायल हुए हैं.
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- by Neeraj Rajput
- August 9, 2024
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- 5 months ago