बांग्लादेश में फैली हिंसा, अराजकता और तख्तापलट के बाद भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों में देश-विरोधी संगठनों के खिलाफ सुरक्षाबलों ने कार्रवाई तेज कर दी है. इसी कड़ी में मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के बंकरों को नष्ट करना शुरु कर दिया है. राज्य के मुख्यमंत्री एन बीरेन सिंह ने बीएसएफ और भारतीय सेना के साझा ऑपरेशन की जानकारी साझा की है.
मणिपुर में अराजकता फैलाने वालों पर सेना और बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ) ने कड़ा एक्शन लिया है. मणिपुर के बंगलोन में सेना और सीमा सुरक्षा बल ने कुकी उग्रवादियों के बंकर्स को नेस्तनाबूत कर दिया है. कुकी उग्रवादियों के ध्वस्त बंकर की कुछ तस्वीरें शेयर कर सीएम एन बीरेन सिंह ने सुरक्षाबलों को उनके एक्शन के लिए बधाई दी है.
गौरतलब है कि मणिपुर 3 मई, 2023 से जातीय हिंसा से प्रभावित है. मणिपुर में कुकी और मैतई आमने सामने हैं. एक साल से ज्यादा समय से जारी हिंसा में कम से कम 221 लोगों की मौत हुई है, जबकि 50,000 से ज्यादा लोगों को अपना घर-खेत छोड़कर विस्थापित होना पड़ा है.
ये खबर ऐसे समय में आई है जब बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद सोशल मीडिया पर कुकीलैंड को लेकर प्रचार शुरु कर दिया गया है. इस कुकीलैंड के नक्शे में बांग्लादेश के कुछ इलाकों को भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को दिखाने की कोशिश की गई है.
मणिपुर में कुकी उग्रवादियों के बंकर ध्वस्त
सेना और बीएसएफ के संयुक्त ऑपरेशन पर बीरेन सिंह ने भूमिगत बंकर की कुछ तस्वीरें एक्स पोस्ट में साझा करते हुए लिखा, “हमारे राज्य में खतरों को खत्म करने और स्थिरता बनाए रखने की प्रतिबद्धता के रूप में, सेना और सीमा सुरक्षा बल ने बंगलोन में कुकी आतंकवादियों के बंकर्स को सफलतापूर्वक नष्ट कर दिया है. आइए हम अपने सुरक्षा बलों के साथ सहयोग करें क्योंकि हम सभी के लिए शांतिपूर्ण और सुरक्षित भविष्य के लिए प्रयास करते हैं.”
सुरक्षाबलों और स्थानीय लोगों के लिए खतरा हैं कुकी उग्रवादी
मणिपुर पिछले कई दशकों से कुकी उग्रवाद की समस्या से ग्रस्त रहा है. उग्रवादी संगठन से जुड़े लोग आए दिन सुरक्षाबलों पर हमला करते हैं, नागरिकों की हत्या-अपहरण जैसी घटनाओं को अंजाम देते हैं. अब कुकी उग्रवादियों के खिलाफ सुरक्षाबलों को खुली छूट मिली है. ताकि मणिपुर एक बार फिर से शांति की राह पर लौट आए.
कुर्की उग्रवादी संगठनों के खिलाफ कार्रवाई इसलिए भी बेहद जरुरी है क्योंकि बांग्लादेश में तख्तापलट के बाद सोशल मीडिया पर कुकीलैंड के नाम से प्रोपेगेंडा चलाया जा रहा है. इस कुकीलैंड में बांग्लादेश के कुछ इलाकों सहित भारत के उत्तर-पूर्वी राज्यों को दिखाया गया है.
गौरतलब है कि तख्तापलट से पहले बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अमेरिका पर निशाना साधते हुए बांग्लादेश और म्यांमार के कुछ इलाकों को मिलाकर ईस्ट-तिमोर (दक्षिण-पूर्व देश) अलग ईसाई बहुल देश बनाने की आशंका जताई थी. मणिपुर का कुकी समुदाय भी बहुतायत में ईसाई धर्म को मानने वाला है.
रविवार को मणिपुर में फिर भड़की हिंसा
मणिपुर में फिर से हिंसा की घटना घटी है. दो घटनाओं में कुल पांच लोगों की मौत हुई है. पहली मुठभेड़ की एक घटना है और दूसरी विस्फोट की घटना घटी है. मणिपुर के टेंग्नौपाल जिले में यूनाइटेड कुकी लिबरेशन फ्रंट (यूकेएलएफ) के उग्रवादियों और ग्रामीणों के बीच आपस में झड़प हुई है. इस दौरान हिंसक झड़प में अंधाधुंध गोलीबारी हुई. दोनों पक्षों में हुई गोलीबारी में 4 लोगों की मौत हुई है. मृतकों में एक यूकेएलएफ उग्रवादी और तीन ग्रामीण स्वयंसेवक हैं.
वहीं मणिपुर के कांगपोकपी जिले में एक घर में हुए विस्फोट में पूर्व विधायक की पत्नी चारुबाला हाओकिप की मौत हुई है.घर के कचरे में आईईडी छिपा कर रखा हुआ था. हालांकि पुलिस हिंसा से इनकार करते हुए निजी रंजिश के एंगल से जांच कर रही है.