Alert Breaking News Conflict Geopolitics Indian-Subcontinent

डैमेज कंट्रोल में शहबाज सरकार, PLA कमांडर को दिया पाकिस्तानी सम्मान

पाकिस्तान में सीपेक (सीपीईसी) और चीनी नागरिकों की सुरक्षा करने में नाकाम शहबाज शरीफ सरकार डैमेज कंट्रोल में जुट गई है. पाकिस्तान ने चीन की पीपुल्स लिबरेशन आर्मी (पीएलए) की ‘ग्राउंड फोर्सेज’ के कमांडर जनरल ली कियाओमिंग को दिया है पाकिस्तान का सबसे बड़ा सम्मान. चीन के टॉप पीएलए कमांडर को ‘निशान-ए-इम्तियाज’ (मिलिट्री) से सम्मानित किया गया है. 

जनरल ली को यह सम्मान, चीन और पाकिस्तान की सेनाओं के बीच घनिष्ठ सहयोग को बढ़ावा देने में उनकी अटूट प्रतिबद्धता के लिए मिला है. पाकिस्तान के राष्ट्रपति भवन में आयोजित कार्यक्रम में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ और सेना प्रमुख जनरल असीम मुनीर भी मौजूद रहे.

चीन है सबसे भरोसेमंद दोस्त: पाकिस्तान
जनरल ली कियाओमिंग के चार दशक के चीनी सेना में महत्वपूर्ण योगदान को बताते हुए पाकिस्तान ने चीन की तारीफ की. पाकिस्तान ने कहा कि “एक मित्र के रूप में, जनरल ली ने अटूट प्रतिबद्धता के साथ पाक-चीन सैन्य संबंधों को बहुत मजबूत किया. जनरल ली चीन में शांति और स्थिरता बनाए रखने में अपने असाधारण पेशेवर रुख और कौशल के लिए प्रसिद्ध हैं. जनरल ली की बुद्धिमत्ता, प्रशासनिक कौशल और समर्पण ने उन्हें एक साहसी और सक्षम अधिकारी के रूप में प्रतिष्ठा दिलाई है, जो चीन और उसके बाहर शांति और स्थिरता को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण है.”

पाक है विश्वसनीय और आयरन ब्रदर: ली कियाओमिंग

अवॉर्ड फंक्शन से इतर, जनरल ली कियाओमिंग और पीएम शहबाज शरीफ में लंबी बातचीत हुई. दोनों ने चीन-पाकिस्तान की दोस्ती के विभिन्न पहलुओं, विशेष रूप से द्विपक्षीय सुरक्षा और रणनीतिक साझेदारी पर चर्चा की. पीएम शरीफ ने पाकिस्तान और चीन को सदाबहार रणनीतिक सहयोगी, भागीदार और भरोसेमंद दोस्त बताते हुए कहा कि “पाकिस्तान और चीन के बीच रक्षा और रणनीतिक संबंध क्षेत्र में शांति और स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण हैं. जिसकी वजह से पाकिस्तान और चीन में द्विपक्षीय संबंध मजबूत हैं.”

जनरल ली ने भी पाकिस्तान को रणनीतिक साझेदारी विश्वसनीय मित्र और आयरन ब्रदर बताया. जनरल ली ने कहा, “पाकिस्तान के साथ चीन, अपने संबंधों को सबसे पहले प्राथमिकता देता है.” जनरल ली ने सशस्त्र बलों की क्षमता निर्माण को बढ़ाने के लिए पाकिस्तान के साथ अपने सहयोग को और बढ़ाने की पीएलए की प्रतिबद्धता दोहराई.

बलूचिस्तान में सीपेक (सीपीईसी) प्रोजेक्ट पर हमले

पाकिस्तान ने चीन के टॉप पीएलए कमांडर को ऐसे समय में निशान ए इम्तियाज दिया है जब बलूचिस्तान से लेकर खैबर-पख्तूनख्वा में चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर पर आए दिन हमले हो रहे हैं. बलूच और तालिबानी लड़ाके सीपैक से जुड़े इंजीनियरों और कर्मचारियों की गाड़ियों को बम धमाकों में उड़ा रहे हैं.

हाल ही में बलूच लड़ाकों ने चीन द्वारा संचालित ग्वादर पोर्ट पर आत्मघाती हमला किया था. साथ ही ऑपरेशन हिरोफ के तहत बलूचिस्तान में तैनात पाकिस्तानी सैनिकों को चुन-चुन कर मारा था. 

editor
India's premier platform for defence, security, conflict, strategic affairs and geopolitics.

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *