By Himanshu Kumar
दिल्ली एयरपोर्ट से हीरे की स्मगलिंग करने वाले दो तस्करों को सीआईएसएफ ने रंगे-हाथ धर-दबोचा. ये दोनों स्मगलर करीब 60 लाख के हीरे तुर्की ले जाने की तैयारी कर रहे थे.
केंद्रीय औद्योगिक सुरक्षा बल (सीआईएसएफ) के मुताबिक, दिल्ली इंटरनेशनल एयरपोर्ट के टर्मिनल-3 पर प्री-एम्बार्केशन सुरक्षा जांच के दौरान ये कार्रवाई की गई. सीआईएसएफ के असिस्टेंट आईजी (प्रवक्ता) अपूर्व पांडे के मुताबिक, सुबह लगभग छह बजे एक यात्री के कमर बेल्ट में विभिन्न आकार के 80 ग्राम के हीरे छिपे हुए पाए गए थे. इस यात्री की पहचान जितेंद्र फार्सियो के रूप में हुई, जो तुर्की एयरलाइंस की उड़ान टीके-717 से इस्तांबुल जाने की फिराक में था.
सीआईएसएफ के मुताबिक, आरोपी यात्री के मोबाइल फोन की गहन जांच और कड़ी पूछताछ की तो पता चला कि उसका साथी एम. अनुज पाटिल भगवान भी उसी फ्लाइट से यात्रा कर रहा था. अनुज पाटिल भी ढीले हीरे लेकर इस्तांबुल जा रहा था.
सीसीटीवी फुटेज की मदद से अनुज पाटिल को ढूंढने के बाद धर-दबोचा गया. उसके हैंडबैग की गहन जांच के दौरान विभिन्न आकार के 83 ग्राम हीरे पाए गए. सीआईएसएफ के मुताबिक, दोनों यात्रियों के कब्जे से कुल 163 ग्राम हीरे पाए गए. ऐसे में दोनों आरोपियों को कस्टम विभाग के हवाले कर दिया गया. इन हीरों की अनुमानित कीमत लगभग 60 लाख रुपये है.
पिछले कुछ समय से आईजीआई
एयरपोर्ट पर हीरे और अन्य कीमती पत्थरों की तस्करी की कई घटनाएं सामने आई हैं.अक्टूबर 2022 में कस्टम अधिकारियों ने दुबई से आने वाले एक यात्री से 27 करोड़ रुपये की कीमत का हीरे जड़ी हुई घड़ी जब्त की थी. यह घड़ी एयरपोर्ट पर जब्त की गई सबसे महंगी वस्तु में से एक है.
इससे पहले, 2017 में आयकर विभाग ने एयरपोर्ट की खुफिया इकाइयों को सतर्क किया था और आईजीआई एयरपोर्ट पर एक यात्री से 19 करोड़ रुपये के हीरे जब्त किए थे.
सीआईएसएफ के प्रवक्ता अपूर्व पांडे ने कहा कि “हमारी जांच और सुरक्षा उपायों ने इस तस्करी को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है. हम एयरपोर्ट पर सुरक्षा को और मजबूत करने के लिए प्रतिबद्ध हैं.” उन्होंने यह भी कहा कि यात्रियों को जागरूक करना और तस्करी के खिलाफ सख्त कार्रवाई करना आवश्यक है.