पीओके को विदेशी इलाका मानने वाले पाकिस्तान ने अब एक नई पैरा-मिलिट्री फोर्स खड़ी करने की तैयारी कर ली है. इस बाबत पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के राष्ट्रपति ने ‘एजेके रेंजर्स’ नाम की एक नई फोर्स को खड़ा करने का फरमान जारी किया है, जिसमें स्थानीय युवाओं को ही भर्ती किया जाएगा. टीएफए के पास पीओके के राष्ट्रपति का वो पत्र है जिसमें ये आदेश जारी किया गया है.
पीओके यानी पाकिस्तान के (गैर-कानूनी) कब्जे वाले कश्मीर को आजाद जम्मू कश्मीर (एजेके) का नाम देने वाले पाकिस्तान को अब स्थानीय लोगों के गुस्से का डर सताने लगा है. इसी साल मई के महीने में पीओके नागरिकों ने पाकिस्तानी सरकार के खिलाफ उग्र-प्रदर्शन कर भारत का तिरंगा लहराया था.
ऐसे में एजेके के राष्ट्रपति कार्यालय से पिछले हफ्ते एक आधिकारिक पत्र जारी किया गया जिसमें आदेश दिया गया है कि एक हजार जवानों के साथ नई फोर्स खड़ी की जाएगी. एजेके रेंजर्स नाम की इस फोर्स में ‘सन ऑफ द सोएल’ यानी पीओके के ही युवक शामिल हो सकते हैं. ये इसलिए ताकि पीओके में कोई विद्रोह हो तो उससे निपटने के लिए बाहर से किसी फोर्स की मदद न ली जाए. स्थानीय युवकों की रेंजर्स को पीओके के उग्र विरोध प्रदर्शन संभालने में ज्यादा मशक्कत नहीं करने पड़ेगी जैसा कि इसी साल मई के महीने में देखने को मिला था.
पाकिस्तान में फिलहाल एक बड़ी रेंजर्स फोर्स हैं जिसे ‘पाक रेंजर्स’ के नाम से जाना जाता है. इसकी दो विंग है, पंजाब रेंजर्स और सिंध रेंजर्स. पंजाब रेंजर्स की जिम्मेदारी भारत से सटी पाकिस्तानी सीमा की सुरक्षा के साथ-साथ आंतरिक सुरक्षा भी है. सिंध रेंजर्स की जिम्मेदारी सिंध प्रांत से सटी भारतीय सीमा है.
पाक रेंजर्स की भारतीय समकक्ष है बॉर्डर सिक्योरिटी फोर्स (बीएसएफ). पाक रेंजर्स की तर्ज पर अब पाकिस्तान ने ‘एजेके रेंजर्स’ नाम की फोर्स खड़े करने का प्लान तैयार किया है.
दरअसल, भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का ये बयान कि पीओके के लोग खुद बे खुद भारत में शामिल हो जाएंगे, पाकिस्तान को तीर की तरह चुभने लगा है. रविवार को भी जम्मू-कश्मीर के बनिहाल में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए राजनाथ सिंह ने फिर कहा कि “पाकिस्तान की सरकार पीओके को विदेशी क्षेत्र है मानती है. यह बात ख़ुद पाकिस्तान के एएसजी (एडिशनल सॉलिसिटर जनरल) ने हलफनामा देकर कही है. जबकि हम लोग पीओके के लोगों को अपना मानते हैं.” (https://x.com/rajnathsingh/status/1832734593814036676)
रक्षा मंत्री ने ये भी कहा कि “भाजपा (भारतीय जनता पार्टी) का संकल्प है कि हम कश्मीरी पंडितों की सुरक्षित वापसी और उनके पुनर्वास में तेजी लायेंगे. इसी तरह पश्चिमी पाकिस्तान के शरणार्थियों, पीओजेके (या पीओके) के शरणार्थियों और वाल्मीकि और गोरखा समाज के लोगों के पुनर्वास में भी तेजी लाएंगे.” (पाकिस्तान ने माना POK एक विदेशी क्षेत्र है)
इसी साल जून के महीने में पाकिस्तानी सरकार ने इस्लामाबाद हाई कोर्ट में एजेके (पीओके) को विदेशी क्षेत्र करार देते हुए कहा था कि ये इलाका उसके क्षेत्राधिकार में नहीं है. ऐसे में हाई कोर्ट ने पाकिस्तानी सरकार ने सवाल खड़ा किया कि अगर पीओके एक विदेशी क्षेत्र है तो वहां उग्र प्रदर्शन को काबू करने के लिए पाक रेंजर्स को क्यों और कैसे तैनात किया गया है. हाई कोर्ट के इस सवाल-जवाब के चलते ही ‘एजेके रेंजर्स’ नाम की फोर्स तैयार की जा रही है. (POK में तिरंगा, राजनाथ का बयान निकला सच !)