पीएम गति-शक्ति पहल के तहत भारतीय सेना जम्मू-कश्मीर और लद्दाख की फॉरवर्ड पोस्ट की सप्लाई के लिए सिविल हेलीकॉप्टर की मदद लेने जा रही है. इस बाबत सेना ने सिविल एविएशन कंपनियों से चीन और पाकिस्तान सीमा से सटी 44 चौकियों की सप्लाई के लिए करार किया है.
ये पहला करार है जिसके लिए सेना ने प्राईवेट हेलीकॉप्टर कंपनियों की मदद ली है. जानकारी के मुताबिक, जिन 44 फॉरवर्ड पोस्ट के लिए सिविल हेलीकॉप्टर कंपनियों से करार किया गया हैं, ये सभी हाई ऑल्टिट्यूड पोस्ट हैं और सर्दियों के मौसम में बर्फ के कारण जमीनी मार्ग से कट जाती हैं.
जिन 44 चौकियों के लिए करार किया गया है, उनमें 16 जम्मू-क्षेत्र की हैं और 28 कश्मीर और लद्दाख की हैं. ये करार एक साल के लिए किया गया है. एग्रीमेंट के तहत सिविल हेलीकॉप्टर राशन, फ्यूल और मेडिकल सप्लाई जैसी अहम वस्तुओं की सप्लाई करेंगे.
पीएम गति-शक्ति पहल के तहत देशभर के सड़क, रेलमार्ग और हवाई मार्गों को लॉजिस्टिक सप्लाई के लिए जोड़ा जा रहा है. इस पहल के तहत सिविल-मिलिट्री फ्यूजन पर भी जोर दिया जा रहा है ताकि इंफ्रास्ट्रक्चर का ड्यूल इस्तेमाल किया जा सके. (https://x.com/narendramodi/status/1845486234942009448)
भारतीय सेना के मुताबिक, ये प्राईवेट हेलीकॉप्टर लद्दाख के सात माउंटिंग बेस से ऑपरेट करेंगे. कश्मीर के दो बेस और जम्मू के एक बेस को फॉरवर्ड लोकेशन की सप्लाई के लिए इस्तेमाल किया जाएगा.